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Home अन्य लखनऊ में कश्मीरी मुस्लिम युवकों के साथ मारपीट और सामान बेचने से रोकने के दावों की सच्चाई जानिए
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लखनऊ में कश्मीरी मुस्लिम युवकों के साथ मारपीट और सामान बेचने से रोकने के दावों की सच्चाई जानिए

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सोशल मीडिया में अलग-अलग वीडियो के हवाले से दावा किया जा रहा है कि यूपी के लखनऊ में प्रशासन ने कश्मीरी मुस्लिम युवकों के साथ मारपीट की, उनका सामान फेंक दिया। इस वीडियो के साथ कश्मीरी युवकों का धर्म बताते हुए घटना को सांप्रदायिक एंगल दे रहे हैं। कुछ लोग लिख रहे हैं कि कश्मीर चाहिए लेकिन कश्मीरी नहीं। साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि कश्मीरी युवकों को सामान बेचने से रोका जा रहा है।

कट्टरपंथी हैंडल नरगिस बानों ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘हमारे कश्मीर के लोगो का दर्द आप सभी को सुनना चाहिए , लखनऊ नगर निगम के कर्मचारियों ने सड़क के किनारे ड्राई फ्रूट्स बेचने वाले कश्मीरियों के ड्राई फ्रूट सड़क पर फेंक दिए और उनके साथ बहुत घटिया सुलूक किया , आखिर कश्मीर के लोगो से इतनी नफरत क्यो ?’

ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर और इस्लामिष्ट प्रोपेगेंडाबाज मोहम्मद जुबैर ने इस घटना में में फैक्ट्स बताने की बजाए एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘कश्मीरी विक्रेता को यूपी पुलिस ने थप्पड़ मारा’

सत्य प्रकाश भारती ने लिखा, ‘मुस्लिम व्यक्ति के ड्राई फ्रूट फेंक दिए गए- बोला- यह भी नहीं समझते बच्चे हैं हमारे, कश्मीर में कोई काम नहीं है’ जम्मू कश्मीर से ड्राई फ्रूट बेचने लखनऊ आये मुस्लिम युवकों की नगर निगम के कर्मचारियों ने पिटाई की। सारे ड्राई फ्रूट सड़क पर फेंक दिए।’

वामपंथी अशोक कुमार पाण्डेय ने लिखा, ‘बरसों से सर्दियों में कश्मीरी मैदानी इलाक़ों शॉल, सूखे मेवे वगैरह बेचने आते रहे हैं। अब कश्मीर में घर बनाने से लेकर व्यापार तक की पूरी आज़ादी की बात करने वाले कश्मीरियों को अपने इलाक़ों में सामान बेचने से रोकना चाहते हैं। अच्छा है।’

मोहम्मद तनवीर ने लिखा, ‘सड़क किनारे ड्राई फ्रूट्स बेच रहे कश्मीरी मुसलमानों पर पुलिस का कहर इस साल भी जारी है। पुलिस ने कश्मीरी ड्राई फ्रूट्स विक्रेता के सामान सड़क पर फेंक दिए और पीटते हुए गाड़ी में ठूंस कर उठा ले गई। भारत सरकार को कश्मीर तो चाहिए लेकिन कश्मीरी मुसलमान नही चाहिए। ड्राई फ्रूट्स बेच कर परिवार चलाने वाले कश्मीरियों पर सरकारी जुल्म जारी है।’

कविश अजीज ने लिखा, ‘इनको कश्मीर चाहिए लेकिन कश्मीरी से मोहब्बत करना यह नहीं जानते हैं। लखनऊ में कश्मीर से ड्राई फ्रूट बेचने आए युवकों के साथ नगर निगम की टीम ने बदतमीजी किया। उनका सारा माल सड़क पर फेंक दिया।’

आसिफ खान ने लिखा, ‘लखनऊ नगर पालिका टीम द्वारा गरीब कश्मीरी ड्राई फ्रूट विक्रेताओं को परेशान किया गया। वे इन गरीब लोगों को क्यों निशाना बना रहे हैं?’

मोबिन ने लिखा, ‘कैसे बन पाएगा राम राज्य? कश्मीर को भारत का स्वर्ग माना जाता है,और वहा के लोगो से इतनी नफरत क्यों है? लखनऊ में सड़क किनारे ड्राई फ्रूट बेच रहे इस कश्मीरी का सामान फिर फेंका गया. लखनऊ में कश्मीरियों के साथ इस तरह का सलूक क्यों?’

फैक्ट चेक

इस मामले की पड़ताल में हमने सम्बंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो दैनिक भास्कर पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक गोमती नगर गांधी सेतु के फुटपाथ कश्मीरी युवक अपना सामान बेच रहे थे। जब नगर निगम ने उनको वहां से हटाने के लिए अभियान चलाया। उसके बाद ही कुछ कश्मीरी युवक नाराज होकर हंगामा करने लगे। कश्मीरी युवकों ने नगर निगम दस्ते के साथ गए ट्रैक्टर नंबर 2921 के चालक विपुल की जमकर पिटाई कर दी, उसके कपड़े तक फाड़ दिए। चालक को कई जगह जगह पर चोटें आई हैं। जिसे नजदीकी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया है। इसके अलावा एक कश्मीरी युवक ट्रैक्टर पर चढ़ गया और मेवे सड़क पर फेंकने लगा। कुछ कश्मीरी युवकों ने नगर निगम दस्ते को घेर लिया और धक्का-मुक्की करने लगे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला, जिसके बाद ड्राई फ्रूट बेचने वालों को खदेड़ा गया। पुलिस की तरफ से सात कश्मीरी युवकों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ चालान कर दिया है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि 1090 चौराहे से समता मूलक चौराहे तक पुल के किनारे दर्जनों की संख्या में कश्मीरी युवक ड्राई फ्रूट बेचते हैं। इससे मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति बन जाती है। नगर निगम प्रशासन की ओर से इन कश्मीरी युवकों को दुकानें न लगाने की पहले से ही चेतावनी दी गई थी। इसके बाद भी युवकों ने सुबह से ही फुटपाथ पर अतिक्रमण कर दुकानें लगा ली थी। सीएम योगी आदित्यनाथ को वहां से गुजरना था। वह एक कार्यक्रम में जाने के लिए पांच कालीदास मार्ग से होते हुए 1090 चौराहा होते हुए समता मूलक की ओर से निकलना था।

पड़ताल में हमने एक्स पर एक वीडियो भी मिला। इस वीडियो में एक कश्मीरी युवक नगर निगम के ट्रैक्टर पर चढ़कर मेवे सड़क पर फेंकते हुए नजर आ रहा है।

वहीं इस मामले में लखनऊ पुलिस ने बताया है कि 1090 चौराहे और समतामूलक के बीच गोमती पुल एक वीआईपी मार्ग है, इस मार्ग पर अतिक्रमण की समस्या रहती है। यहाँ कई लोग ड्राईफ्रूट बेचते हैं, इस सम्बन्ध में पूर्व में भी अतिक्रमण हटाया गया है। आज सुबह मुख्य अतिथि का यहाँ मूवमेंट था इसीलिए नगर निगम की टीम वहां से अतिक्रमण हटाने के लिए गयी। लेकिन उन युवकों ने नगर निगम की टीम के साथ अभद्रता की। जानकारी होने पर पुलिस सभी युवकों को आवश्यक बल प्रयोग कर थाने ले आई और उनका चालान किया गया। इस सम्बन्ध में सभी युवकों को कहा गया है कि यह वीआईपी रूट है, यहाँ अतिक्रमण न करें।

अपनी पड़ताल में हमे पता चला कि नगर निगम की टीम ने इससे पहले भी कश्मीरी युवकों को सड़क पर अतिक्रमण करने पर एक्शन लिया है। 29 नवम्बर 2023 को प्रकाशित ETV की रिपोर्ट में लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट डीसीपी अपर्णा रजत कौशिक ने बताया है कि शहर में कुछ मार्ग पूरी तरह से नो वेंडिंग जोन हैं, वहां किसी भी व्यक्ति को दुकान लगाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। उन्होंने बताया है कि जहाँ नगर निगम द्वारा वेंडिंग जोन बनाये गए हैं। वहां रेहड़ी, पटरी वालों दुकान लाने की छूट दी गयी है। वहीं नगर निगम जोन-4 के अधीक्षक विजय शंकर हर वर्ष कश्मीरी युवकों को गोमती ब्रिज और समतामूलक चौराहे पर ड्राईफूट बेचने से मना करता है। यह क्षेत्र नो वेंडिंग जोन के साथ साथ मुख्यमंत्री आवास के नजदीक है। हम सख्ती दिखाने के लिए सामान भी जब्त करते हैं लेकिन बाद में वापस कर देते हैं।

पड़ताल में हमे पूर्व निर्धारित वेंडिंग जोन की लिस्ट भी मिली। इस लिस्ट में 239 जगहों पर रेहड़ी, पटरी वालों को सामान बेचने की छूट दी गयी है।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि नगर निगम के अधिकारियों से अभद्रता के बाद लखनऊ पुलिस ने कश्मीरी युवकों का चालन किया। साथ ही कश्मीरी युवकों को न मुसलमान होने की वजह से प्रताड़ित किया गया था, न ही उन्हें सामान बेचने से रोका गया है। कश्मीरी युवक को नो वेंडिग जोन में सामान बेचने से मना किया गया है।

दावालखनऊ में कश्मीरी मुस्लिम युवकों के साथ मारपीट की गयी और सामान बेचने से रोका गया
दावेदारमोहम्मद जुबैर, अशोक कुमार पांडेय, कविश अजीज समेत अन्य
फैक्टभ्रामक
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