जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को श्रीनगर में एक स्थानीय पत्रकार माजिद हैदरी को शहर के पीरबाग इलाके में उनके घर से गिरफ्तार किया। वहीं पीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इसे ‘डराने’ का प्रयास बताया। गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि इस गिरफ्तारी ने ठगों और कुछ खुफिया एजेंसियों के बीच सांठगांठ को उजागर कर दिया है।
महबूबा ने ट्वीट कर आरोप लगाया, “बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के उन्हें एक वांछित आतंकवादी की तरह उनके घर से घसीटकर ले जाया गया। उनकी मां और बहन ने वारंट दिखाने का अनुरोध किया लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। इस तरह घोटालों को उजागर करने वाले पत्रकारों पर डराने-धमकाने और मानहानि का आरोप लगाया जाता है।”
वहीं, जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस ने भी हैदरी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह की कठोर कार्रवाई लोकतंत्र के लिए हानिकारक है और प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भयानक प्रभाव डालती है।
सोशल मीडिया पर इस के कई और दावे किये जा रहे हैं। आइये अब जानते हैं इन दावों का सच।
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फैक्ट चेक
अपनी जांच के शुरुआत में सबसे पहले हमने कुछ कीवर्ड की मदद के इस खबर के बारे में सर्च किया। इस दौरान हमें टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, “कश्मीर के श्रीनगर में आपराधिक साजिश रचने और जबरन वसूली के आरोप में एक वरिष्ठ पत्रकार और टीवी डिबेटर माजिद हैदरी को एक शिकायत के बाद स्थानीय अदालत के निर्देश पर गिरफ्तार किया गया है। मुंसिफ अदालत के न्यायाधीश मीर सईम कय्यूम ने श्रीनगर निवासी की शिकायत पर हैदरी की गिरफ्तारी का आदेश दिया था।” वहीं The Wire की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने कहा है कि परिवार को माननीय न्यायालय के आदेश के बारे में स्पष्ट रूप से सूचित किया गया था। अनुरोध है कि कृपया निहित स्वार्थों की गलत सूचना का शिकार न बनें।’
वहीं ‘The Indian Express’ की रिपोर्ट में भी यही लिखा है कि माजिद हैदरी को आपराधिक साजिश और जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
अपनी पड़ताल में हमें आगे श्रीनगर पुलिस का एक ट्वीट मिला। पुलिस ने ट्वीट कर बताया, “माननीय अदालत द्वारा जारी आदेश के आधार पर सदर थाने में आईपीसी दर्ज किया गया। माजिद हैदरी पुत्र जहांगीर हैदरी निवासी पीरबाग को आपराधिक साजिश, धमकी, जबरन वसूली, झूठी सूचना देने, मानहानि आदि के आरोप में गिरफ्तार किया गया।”
हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट हो गया कि माजिद हैदरी पर आपराधिक साजिश रचने और जबरन वसूली के आरोप हैं। इस वजह से हैदरी को कोर्ट से आर्डर के बाद गिरफ्तार किया गया है। ऊपर दिए गए सभी तथ्यों को देखकर यह कहना उचित होगा कि मेहबूबा मुफ्ती का दावा भ्रामक है।
दावा | पत्रकार माजिद हैदरी को गैरकानूनी तरीके से पुलिस ने किया गिरफ्तार |
दावेदार | मेहबूबा मुफ्ती व जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस |
फैक्ट चेक | भ्रामक |
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