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अमित शाह ने मुख्तार अंसारी की ‘हत्या’ की बात कबूली? वायरल वीडियो 5 साल पुराना है

माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद सोशल मीडिया पर अमित शाह का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में अमित शाह कह रहे हैं कि, भाजपा ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी, इमरान मसूद, आजम खान, आतीक अहमद और मुक्तार अंसारी से मुक्ति दिलाई है। इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि मुख्तार अंसारी को एक साजिश के तहत मारा गया है और इसमें भाजपा सरकार का हाथ है।

पत्रकार पूजा माथुर ने एक्स पर लिखा, ‘सार्वजनिक मंच से अमित शाह कह रहे हैं कि अतीक अहमद से लेकर मुख्तार अंसारी तक से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई है! अब इसके आगे भी कुछ कहने और सुनने को बाकि रह गया है? एक गृह मंत्री के द्वारा इतनी बड़ी बात कहने के बावजूद अगर उच्च न्यायालय कोई संज्ञान नहीं ले रहा है तो फिर समझ जाइए की इसमें सबकी रज़ामंदी है! अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी के घर वालों के लिए ये क्लिप काफी है कोर्ट में ये बताने के लिए की ये मौत नही बल्कि हत्या थी। जो चले गए अब उन्हें वापस लाया नही जा सकता मगर जो ज़िंदा हैं उनके लिए आवाज़ उठाई जा सकती है। आज़म खान के साथ भी ऐसी कोई साज़िश ना हो उससे पहले संवैधानिक तरीके से आवाज़ उठाना शुरू कर दीजिए।’

रजत कुमार ने लिखा, ‘जिस पार्टी का नेतृत्व अगर यह बात कहता हो तो आपको लगता हैं की अतीक अहमद के गोली प्लानिंग नहीं थी और मुख्तार को हार्ट अटैक सिर्फ एक दिखावा था… बाकी यह आज़म साहब के साथ कुछ अच्छा करने वाले नहीं है जिनके मंसूबे मंच पर साफ़ दिखते हो फिर बाकी सब खुली खिताब है कोई भी पढ़ सकता हैं …’

राज प्रकाश ने लिखा, ‘अमित शाह कह रहे हैं कि मुख्तार अंसारी से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई। मतलब समझ रहें हैं कि वो हार्ट अटैक नहीं ह… थी।’

दी मुस्लिम ने लिखा, ‘मुख्तार अंसारी से मुक्ति BJP ने दिलवाई। अमित शाह’

मुकेश मोहन ने लिखा, ‘अमित शाह कह रहे हैं कि मुख्तार अंसारी से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई। क्या ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा, जैसे शाह ने अपने हाथ से अंसारी को ज़हर दिया हो?’

अपर्णा अग्रवाल ने लिखा, ‘अमित शाह कह रहे हैं कि मुख्तार अंसारी से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई। क्या ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा, जैसे शाह ने अपने हाथ से अंसारी को ज़हर दिया हो?’

वहीं अनिका पांडे, फरहान आलम, सुनील कुमार और शिवराज यादव ने भी इसी दावे के साथ वीडियो को शेयर किया है।

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल में हमने सम्बंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान यह वीडियो हमें 10 अप्रैल 2019 को भारतीय जनता पार्टी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला। वीडियो के टाइटल में लिखा है, ‘अमित शाह ने कासगंज, उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक बैठक को संबोधित किया।’ इस वीडियो में ठीक 19:00 मिनट पर अमित शाह ने कहा कि बहन जी और अखिलेश जी कहते हैं कि हमें शासन दो…मैं उनसे कहना चाहता हूँ आपके 20 साल का शासन और नरेंद्र मोदी जी के 5 साल के शासन…हिसाब किताब करके देख लीजिए हमने 20 साल का काम 5 साल में किया है….हमने निजाम से मुक्ति दिलाई है…निजाम में N से मतलब है नसीमुद्दीन सिद्दीकी से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई है…I से मतलब है इमरान मसूद से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई…आजम खान से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई..अतीक अहमद से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई…मुख्तार अंसारी से मुक्ति भारतीय जनता पार्टी ने दिलाई…अगर सपा-बसपा का गठबंधन आया तो तो UP में फिर से निजाम का साशन का जायेगा।

निष्कर्ष: दावे कि पड़ताल में स्पष्ट है कि अमित शाह द्वारा मुख्तार अंसारी की हत्या की बात कबूलने का दावा गलत है। असल में अमित शाह का यह वीडियो 5 साल पुराना है, जिसे मुख्तार अंसारी की मौत के बाद का बताकर शेयर किया जा रहा है।

दावा अमित शाह ने कबूली मुख्तार अंसारी की हत्या की बात
दावेदार दी मुस्लिम, पूजा माथुर, प्रकश राज व अन्य
फैक्ट चेक भ्रामक
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Tags: Amit Shah confessing the murder of Mukhtar Ansari Congress Fact Check Fake News Misleading अमित शाह अमित शाह ने कबूली मुख्तार अंसारी की हत्या की बात फैक्ट चैक मुख्तार अंसारी

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