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वाराणसी में मुसलमान होने की वजह से उनके होटलों पर बुलडोजर चलाने का दावा भ्रामक है

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सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि वाराणसी में मुसलमान मालिक होने की वजह से उनके होटलों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।

सदफ आफरीन ने एक्स पर होटल मालिक का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘बनारस में मुसलमानों के घरों और होटलों में बुलडोजर चलाया जा रहा है! इस पीड़ित को सुने जिनके घर पर बुलडोजर चलाया जाएगा– “यहां 756 घर हैं, बीजेपी नेताओं के अपने होटल हैं, पर इनकी हिम्मत नहीं कि इन सब पर बुलडोजर चला पाए! सामने स्कूल की ज़मीन थी, पर उसपर गेस्ट हाउस बना दिया गया, पर इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई! क्योंकि हम मुसलमान है, सबसे कमज़ोर है हम, सिर्फ इसलिए हमारे घर में बुलडोजर चलाई जा रही है?? हममें पैसा देने की औकात नहीं है और न नेता के पास जाने की औकात है! और न मेरी औकात है कि हम किसी गुंडे के पास जाए! कल रात वो आए और बोले सुबह घर पर बुलडोजर चलेगा! और आज कह रहे है, पैसा दो सब ठीक हो जाएगा! कहां से पैसा दे, हमारे पास औकात नहीं पैसा देने का”‘

वाजिद खान ने लिखा, ‘बनारस में मुसलमानों के घर और होटल तोड़े जा रहे है क्योंकि हम मुसलमान हैं….यहां 756 मकान हैं, किसी को तोड़ने की औकात नही है…. यहाँ भाजपा नेताओ के होटल भी है लेकिन उन्हें तोड़ने की हिम्मत नही!!’

हारून खान ने लिखा, ‘यूपी के बनारस में मुसलमानों के घरों और होटलों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। पीड़ितों का कहना है, “यहां 756 घर हैं, बीजेपी नेताओं के होटल हैं, उन्हें बुलडोजर चलाने की हिम्मत नहीं है, हम मुसलमान हैं, इसलिए हम पर बुलडोजर चलाया जा रहा है।”‘

वहीं काविश अजीज ने लिखा, ‘RT कीजिये, शेयर करते जाइये… क्योंकि हम मुसलमान हैं….यहां 756 मकान हैं, किसी को तोड़ने की औकात नही है…. सबसे कमजोर हम हैं क्योंकि हम मुसलमान हैं…. हमारा पिटीशन लगा है हाई कोर्ट में… यह हाई कोर्ट की बात मानते नहीं… मुझसे पैसा मांगा… बनारस में अवैध बताकर मुसलमान का होटल तोड़ा जा रहा’

वहीं दी मुस्लिम ने लिखा, ‘एक मुस्लिम व्यक्ति के 90 कमरों वाले होटल पर बुलडोजर चलाया गया। होटल मालिक ने आरोप लगाया कि उसके मुस्लिम होने के कारण उसके होटल को गिरा दिया गया। होटल मालिक ने कहा कि उसकी याचिका हाईकोर्ट में दायर की गई थी, लेकिन फिर भी उन्होंने होटल को गिरा दिया ।’

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल के लिए हमने मामले से संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया, जिसके बाद हमें दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक वाराणसी के बनारस कोठी और रिवर पैलेस होटल पर बुलडोजर एक्शन हो रहा है। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने बताया कि बनारस कोठी और रिवर पैलेस होटलों का नक्शा स्वीकृत नहीं है। वरुणा नदी के किनारे 50 मीटर एरिया को डूब क्षेत्र माना जाता है। इस पर निर्माण के लिए NGT ने रोक लगाई है। 2015 में दोनों होटल सील किए गए थे, उसके बाद भी चलाने पर केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

VDA वीसी ने कहा 2016 में होटल के ध्वस्तीकरण के आदेश हुए थे। इन लोगों ने कमिश्नर ऑफिस से लेकर कई कोर्ट में अपील की। हर जगह सुनवाई के बाद केस खारिज हो गया। 2017-2018 में भी टीम होटल गिराने आई थी। उस वक्त महिलाओं को आगे कर टीम को रोका गया था। दोबारा ऑर्डर जारी होने के बाद इन्हें बुकिंग रोकनी चाहिए थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। पिछले 6 साल से अवैध तरीके से होटल चला रहे हैं।

निष्कर्ष: पड़ताल से से स्पष्ट है कि वाराणसी में मुसलमानों के होटलों पर बुलडोजर चलाने का दावा भ्रामक है। असल में यह होटल वरुणा नदी के किनारे डूब क्षेत्र में अवैध रूप से बने थे। 2015 में होटलों को सील किया गया था। इसके बावजूद होटल में कंस्ट्रक्शन जारी रहा और अवैध तरीके से संचालित होता रहा

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