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असम में मतदाताओं से ज्यादा वोटिंग का मामला पुराना है

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लोकसभा चुनाव 2024 के लिए दुसरे चरण का मतदान हो चुका है। इस बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि असम के दीमा हसाओ जिले में एक बूथ पर कुल 90 वोटर थे, जबकि ईवीएम में 171 वोट पड़े। इस मामले में चुनाव आयोग के पांच अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। हालांकि हमारी पड़ताल में पता चलता है कि यह मामला पुराना है।

कांग्रेस समर्थक मंजीत सिंह घोषी ने एक्स पर लिखा, ‘असम के दीमा हसाओ जिले में एक बूथ पर थे सिर्फ 90 मतदाता, लेकिन EVM में वोट पड़े 171, चुनाव आयोग के 5 अफसर सस्पेंड वैसे EVM में कोई कमी नहीं है’

समाजवादी प्रहरी ने लिखा, ”#BREAKING असम के दीमा हसाओ जिले में एक बूथ पर थे सिर्फ 90 मतदाता, लेकिन EVM में वोट पड़े 171, चुनाव आयोग के 5 अफसर सस्पेंड’

आजम खान ने लिखा, ‘#BREAKING असम के दीमा हसाओ जिले में एक बूथ पर थे सिर्फ 90 मतदाता, लेकिन EVM में वोट पड़े 171, चुनाव आयोग के 5 अफसर सस्पेंड’

गौरव यादव ने लिखा, ‘असम के दीमा हसाओ जिले में एक बूथ पर थे सिर्फ 90 मतदाता, लेकिन EVM में वोट पड़े 171, चुनाव आयोग के 5 अफसर सस्पेंड EVM में कोई गड़बड़ी नहीं है गड़बड़ी चुनाव आयोग की नियत में है’

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फैक्ट चेक

पड़ताल में हमने मामले से सम्बंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया। सर्च करने पर हमें 05 अप्रैल 2021 को अमर उजाला पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, असम के दीमा हसाओ जिले में एक मतदान केंद्र पर बड़ी अनियमितता का खुलासा हुआ। इस पोलिंग बूथ पर सिर्फ 90 मतदाता पंजीकृत हैं, लेकिन दूसरे चरण के मतदान के दौरान कुल 171 वोट पड़े। एक अधिकारी ने बताया कि यह मतदान केंद्र हाफलोंग विधानसभा क्षेत्र में है। यहां दूसरे चरण के तहत एक अप्रैल को मतदान हुआ था, जो करीब 74 प्रतिशत था यह घटना सामने आने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदान केंद्र के पांच चुनाव अधिकारियों को निलंबित कर दिया। साथ ही, इस पोलिंग बूथ पर दोबारा मतदान कराने का प्रस्ताव रखा।

रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि इस मतदान केंद्र पर मतदाता सूची में सिर्फ 90 नाम थे, लेकिन ईवीएम में 171 वोट पड़े। एक अधिकारी ने बताया कि ग्राम प्रधान ने मतदाता सूची स्वीकार करने से इनकार कर दिया था और वह अपनी सूची लेकर आ गया। इसके बाद गांव के लोगों ने उसी सूची के हिसाब से मतदान किया।

वहीं इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव आयोग ने 10 अप्रैल, 2021 को असम के चार पोलिंग स्टेशनों पर 20 अप्रैल 2021 को दोबारा मतदान कराने का आदेश दिया। चुनाव आयोग ने चारों पोलिंग स्टेशनों पर एक अप्रैल को हुए मतदान को अमान्य करार दिया है।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि असम में 90 वोटर होने के बावजूद 171 वोट पड़ने का मामला लोकसभा चुनाव 2024 से सम्बंधित नहीं है। असल में यह मामला तीन साल पुराना है।

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