बीते दिनों राहुल गाँधी का एक वीडियो सामने आया। इस वीडियो में राहुल गाँधी ने कहा, ‘राजा-महाराजाओं का राज था, जो भी चाहते थे वो करते थे। किसी को जमीन चाहिए होती थी, वो उठाकर ले जाते थे। कांग्रेस पार्टी और हमारे कार्यकर्ताओं ने देश की जनता के साथ मिलकर आजादी प्राप्त की, लोकतंत्र लाए और देश को संविधान दिलवाया।’ राहुल गाँधी के बयान पर पीएम मोदी अपनी सभाओं में हमलावर हैं। पीएम ने कर्नाटक की सभा में कहा, ‘प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने (गांधी) राजाओं और महाराजाओं पर लोगों और गरीबों की जमीन और संपत्ति हड़पने का आरोप लगाया…कांग्रेस के शहजादे ने छत्रपति शिवाजी महाराज और कित्तूर की रानी चेन्नम्मा जैसी महान शख्सियतों का अपमान किया है जिनका प्रशासन और देशभक्ति आज भी हमें प्रेरित करता है। मैसुरु के पूर्व शाही परिवार के योगदान को याद करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शहजादे ने वोट बैंक की राजनीति और तुष्टीकरण को ध्यान में रखते हुए जानबूझकर ऐसे बयान दिए। उन्होंने कहा कि मैसुरु के पूर्व शाही परिवार का उनके योगदान के लिए आज भी देशभर में सम्मान किया जाता है। उन्होंने कहा कि शहजादे ने राजा, महाराजाओं के बारे में बुरा-भला कहा, लेकिन भारत के इतिहास में नवाबों, निजामों, सुल्तानों और बादशाहों ने, जो अत्याचार किया, उसके बारे में शहजादे के मुंह पर ताला लग गया।’
राहुल गाँधी के बयान का अलग-अलग जगह विरोध भी हुआ। भावनगर के पूर्व राजपरिवार के युवा सदस्य जयवीर राज सिंह इस पर आपत्ति व्यक्त की। रायपुर में खैरागढ़ राज परिवार की बहू विभा देवव्रत सिंह ने नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस पार्टी के बैकफुट पर जाते ही ऑल्ट न्यूज का को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर ने राहुल गाँधी के बचाव में आ गया। जुबैर ने पीएम मोदी का एक वीडियो शेयर कर यह साबित करने की कोशिश की कि नरेंद्र मोदी ने भी ऐसा ही बयान दिया था।
जुबैर ने इस वीडियो के साथ तंज कसते हुए लिखा, ‘आपने बीजेपी के शहजादे का एक ताजा बयान जरुर सुना होगा।’ इस वीडियो पर लिखा है कि जब विपक्ष राजा महाराजाओं की बात करता है तो मोदी उस पर हमला करते हैं और इसे शिवाजी महाराज और रानी चेन्नम्मा से जोड़ते हैं। हिप्रोक्रेसी की भी सीमा होती है। वीडियो में पीएम मोदी संसद में लोगों को संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी कहते हैं कि यहाँ सदन में अंग्रेजों को याद किया गया, अब उस समय राजा-महाराजों का अंग्रेजों के साथ गहरा नाता रहा था। मै पूछना चाहता हूँ कि अंग्रेजों से कौन प्रभावित था।
प्रतीक सिंह ने भी पीएम मोदी के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘बीजेपी आईटी सेल के दो रुपया वाले अकाउंट आज राहुल गांधी की राजा-महाराजा वाले बयान के डाल कर राजपूत के आंदोलन को दबाना चाहते हैं, लेकिन जब इनके रूपाला और गोदी पापा ये बयान देते है तो ये कुछ नही बोलते। दोगलापन वाली विषय में तो ये पीएचडी कर के बैठे हैं।’
पड़ताल में हमे यूट्यूब पर संसद टीवी के चैनल पर पीएम मोदी का पूरा संबोधन मिला। 7 फरवरी 2024 को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने राज्यसभा को संबोधित किया था। इस वीडियो में 22:17 मिनट पर पीएम मोदी ने कहा, ‘यहाँ सदन में अंग्रेजों को याद किया गया, अब उस समय राजा-महाराजों का अंग्रेजों के साथ गहरा नाता रहा था। मै पूछना चाहता हूँ कि अंग्रेजों से कौन प्रभावित था। मै ये तो नहीं पूछूँगा कि कांग्रेस पार्टी को जन्म(ब्रिटिश अफसर ऐलन ऑक्टेवियन ह्यूम (A.O.Hume) किसने दिया था, आजादी के बाद भी देश में गुलामी की मानसिकता को किसने बढ़ावा दिया।‘
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘अगर आप(कांग्रेस) अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो अंग्रेजों की बनाई दंड संहिता क्यों नहीं बदली। अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो अंग्रेजों के जमाने के सैकड़ों कानून क्यों चलते रहे। अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो लाल बत्ती कल्चर दशकों बाद भी क्यों चलता रहा। अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो भारत का बजट ब्रिटिश संसद के समय के हिसाब से शाम को क्यों आता था, ये परम्परा क्यों चलाए रखी। अगर आप अंग्रेजों से प्रेरित नहीं थे तो हमारी सेनाओं के चिन्हों पर गुलामी के प्रतीक अब तक क्यों बने हुए थे, हम एक के बाद एक हटा रहे हैं।
पीएम मोदी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए आगे कहा, ‘अगर आप अंग्रेजों से प्रेरित नहीं थे तो राजपथ को कर्तव्य बनने के लिए मोदी का इंतजार क्यों करना पड़ा। अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो अंडमान निकोबार द्वीप समूहों पर अंग्रेजी सस्ता के निशान क्यों लटके पड़े थे। अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो देश के सेना के जवान मरते-मिटते रहे लेकिन उनके सम्मान में एक वॉर मेमोरियल नही बना पाए। अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो भारतीय भाषाओँ को हीन भावना से क्यों देखा, स्थानीय भाषा में पढाई के प्रति आपकी बेरुखी क्यों थीं। अगर आप अंग्रेजों से प्रभावित नहीं थे तो भारत को मदर ऑफ़ डेमोक्रेसी बताने से कौन रोकता था। मैं सैकड़ों उदाहरण दे सकता हूँ कि आप किस प्रभाव में काम करते थे।’
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी के संदर्भ में राजा-महाराजाओं की बात की थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अंग्रेजों से प्रभावित थी। ब्रिटिश अफसर ऐलन ऑक्टेवियन ह्यूम (A.O.Hume) इंडियन नैशनल कांग्रेस के संस्थापकों में से एक थे।
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