सोशल मीडिया पर अखबार की एक कटिंग वायरल है, इसमें बताया गया है कि मध्य प्रदेश के उज्जैन एसपी मनोज कुमार सिंह ने आदेश जारी किया है कि अगर जय भीम बोलोगे तो क़ानूनी कार्यवाही होगी। हालंकि हमारी पड़ताल में यह दावा फ़र्जी साबित हुआ।
विजय बाबु ने एक्स पर शेयर करते हुए लिखा , ‘ जरा भी शर्म है क्या जिस संविधान के बदौलत आज जी रहे हो तन पर वर्दी दिख रहा है वही संविधान लिखने वाले महापुरुष का नाम लेने पर कानून कारवाई की जाएगी सबसे पहले इनको नौकरी से निलंबित कर देना चाहिए था , जय भीम जय संविधान।’
जरा भी शर्म है क्या जिस संविधान के बदौलत आज जी रहे हो तन पर वर्दी दिख रहा है वही संविधान लिखने वाले महापुरुष का नाम लेने पर कानून कारवाई की जाएगी सबसे पहले इनको नौकरी से निलंबित कर देना चाहिए था ,
— Vijay Babu (@Vijay_luffy943) February 22, 2025
जय भीम जय संविधान pic.twitter.com/ElYmJb4HDy
एक यूजर पुजारी कुमार ने इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया है।
फैक्ट चेक
वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने वायरल इमेज को रिवर्स सर्च किया। इस दौरान यह कटिंग हमें भीम आर्मी भारत एकता मिशन नामक एक फ़ेसबुक पेज पर 26 मई 2020 पर अपलोड मिला।
पड़ताल में आगे संबधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें वनइंडिया की 29 मई 2020 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार एसपी मनोज सिंह ने जय भीम बोलोगे तो क़ानूनी कार्यवाही होगी, इस तरह का कोई आदेश नहीं दिया है, ना ही उज्जैन पुलिस को इस तरह का कोई निर्देश दिया गया। एसपी मनोज सिंह ने कहा है की लोग मुझे बदनाम करने के मकसद से झूठी अफवाह फैला रहे हैं। इस सम्बन्ध में इटीवी भारत की 28 मई 2020 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार कुछ समाचार पत्रों में एएसपी मनोज कुमार सिंह की खबर छपी जिसमे उन्होंने आदेश जारी किया है कि अगर जय भीम बोलोगे तो क़ानूनी कार्यवाही होगी लेकिन एसपी ने इस पूरी खबर को फ़र्जी बताया।
साथ ही हमें द जनता लाइव नमक एक यूट्यूब चैनल पर 30मई 2020 का वीडियो मिला जिसमे एएसपी मनोज कुमार सिंह पत्रिकारो से बात करते हुए कहते है कि वह डॉ भीम राव अम्बेडकर जी के प्रति उनके मन में सच्ची श्रद्धा है, साथ ही उनके पास ऐसे किसी आदेश की जानकारी ना तो लिखित और ना ही मोखिक रूप में आई है।
दावा | एसपी मनोज कुमार सिंह ने आदेश जारी किया है कि अगर जय भीम बोलोगे तो क़ानूनी कार्यवाही होगी। |
दावेदार | विजय बाबू समेत अन्य |
निष्कर्ष | यह दावा फ़र्जी और पुराना है, एएसपी मनोज कुमार सिंह ने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया था। |