सोशल मीडिया पर एक युवक के साथ मारपीट का वीडियो वायरल है। दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के बाड़मेर में दलित युवक को बंधक बनाकर पेशाब पिलाई गई। इसके बाद बेहरमी से मारपीट कर उसके गुप्तांगों में भी लकड़ी डाल दी गई। हालांकि हमारी पड़ताल में इस मामले में जातिगत एंगल नहीं पाया गया।
दी मूकनायक के पत्रकार सत्य प्रकाश भारती ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘Trigger Warning:- दलित युवक को बन्धक बनाकर पिटाई कर बाल काटे,पेशाब पिलाने के साथ ही गुप्तांग में लकड़ी डालने का आरोप राजस्थान के बाड़मेर जिले के बीजराड़ थाना क्षेत्र के समेलो का तला गांव में एक दलित युवक के पैर बांधकर बेरहमी से मारपीट कर बाल काट दिए गए।’
आशुतोष यादव ने लिखा, ‘राजस्थान के बाड़मेर में दलित युवक को बंधक बनाकर पेशाब पिलाई गई! दबंगों का इससे दिल नहीं भरा तो उसकी बेहरमी से मारपीट कर उसके गुप्तांगों में भी लकड़ी डाल दी गई! जिससे वह बेहोश हो गया!’
वहीं मनीष कुमार ने लिखा, ‘Trigger Warning:- राजस्थान के बाड़मेर जिले के बीजराड़ थाना क्षेत्र के समेलो का तला गांव में एक दलित युवक के पैर बांधकर बेरहमी से मारपीट कर बाल काट दिए गए। दलित युवक को बन्धक बनाकर पिटाई कर बाल काटे,पेशाब पिलाने के साथ ही गुप्तांग में लकड़ी डालने का आरोप’
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दावे की पड़ताल में हमने मामले से संबंधित की-वर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें 12 मई 2024 को प्रकाशित पत्रिका की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, बीजराड़ थाना क्षेत्र के समेलों का तला गांव में शादी समारोह में गए एक युवक के साथ आठ लोगों ने बेरहमी से मारपीट कर अमानवीय कृत्य किया। दरअसल, पीड़ित देवाराम नौ मई को एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए समेलों का तला जा रहा था। इस दौरान रास्ते में उसे कुछ लोग शराब पीते हुए दिखे। उन सभी ने उसका रास्ता रोककर गाली गलौच करते हुए शराब के लिए पैसे मांगे। मना करने पर उसे बंधक बनाकर बेरहमी से मारपीट शुरू कर दी। बदमाशों ने मारपीट करते हुए उसे जबरन पेशाब पिला दिया। बाल काटे तथा उसकी जेब में रखे सात हजार रुपए छीन लिए।
पड़ताल में आगे हमें बाड़मेर पुलिस के आधिकारिक फेसबुक पेज पर मामले की और जानकारी मिली। जिला पुलिस अधीक्षक श्री नरेन्द्रसिंह मीणा ने बताया कि वीडियो वायरल होने बाद आरोपी दीपाराम, हुकमाराम, गेनाराम, केवाराम एवं कृष्णराम को गिरफ्तार किया गया है। पीड़ित देवाराम मेघवाल जाति का है। वहीं सभी आरोपी भी मेगवाल जाति के ही हैं।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि राजस्थान के बाड़मेर में दलित युवक के साथ मारपीट का दावा भ्रामक है। इस मामले में कोई जातिगत एंगल नहीं है। पीड़ित एवं आरोपी एक ही जाति के हैं।
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