उत्तर प्रदेश के बरेली में एक महिला टीचर द्वारा छात्र को पीटने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर मामले को सांप्रदायिक रंग देते हुए दावा किया जा रहा है कि छात्र अब्दुल रहमान को जामुन, नींबू तोड़ने से मना करने पर बेरहमी से पीटा गया। इस मामले में पीड़ित छात्र को मुस्लिम बताया जा रहा है हालांकि हमारी पड़ताल में पता चला कि इस मामले में सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
मुस्लिम स्पेस नाम के एक्स हैंडल ने इस मामले को शेयर करते हुए लिखा, ‘UP: बरेली में शिक्षिका ने कमरे में बंदकर मुस्लिम छात्र को जमकर पीटा क्योलड़िया के बिहारीपुर में छात्र अब्दुल रहमान को जामुन, नींबू तोड़ने से मना करने पर बेरहमी से पीटा गया। शिक्षिका ने मार-मारकर पीठ की खाल उधेड़ दी। पीड़ित छात्र के परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया।’
आएशा रहमान ने लिखा, ‘UP: बरेली में शिक्षिका ने कमरे में बंदकर मुस्लिम छात्र को जमकर पीटा क्योलड़िया के बिहारीपुर में छात्र अब्दुल रहमान को जामुन, नींबू तोड़ने से मना करने पर बेरहमी से पीटा गया। शिक्षिका ने मार-मारकर पीठ की खाल उधेड़ दी। पीड़ित छात्र के परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया।’
वहीं प्रतिष्ठित मीडिया संस्थान TV9 भारतवर्ष ने अपनी रिपोर्ट में छात्र के पिता का नाम अब्दुल रहमान बताया।
इसके अलावा तरन्नुम बानो व against hate नाम के एक्स हैंडल ने भी इसी दावे के साथ इसे शेयर किया है।
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दावे की पड़ताल के लिए हमने मामले से सम्बंधित कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें पत्रिका की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, थाना क्योलड़िया क्षेत्र के ग्राम बिहारीपुर में रजनी नाम की एक टीचर ने 9 वर्षीय छात्र कोमल पुत्र पोथीराम को विद्यालय में बुरी तरह पीटा। टीचर रजनी पर आरोप है कि किसी बात को लेकर उन्होंने कमरा बंद करके छात्र को पीटा। छात्र के शरीर पर कई जगह चोटें आईं है। कोमल की मां भानवति ने टीचर के खिलाफ रिपोट दर्ज कराई है।
वहीं पड़ताल में आगे हमें टीचर के खिलाफ दर्ज की गई FIR की कॉपी भी मिली। जिसमें पीड़ित छात्र कोमल के पिता का नाम पोथी राम व मां का नाम भानवति बताया गया है।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि पीड़ित छात्र कोमल मुस्लिम नहीं, हिंदू है। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
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