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मिर्जापुर में ईवीएम से छेड़छाड़ के लिए तोड़ी गई बाउंड्री वॉल? वायरल दावा गलत है

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लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों की गिनती आज 4 जून से शुरू हो चुकी है। आज की मतगणना के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि केंद्र में किसकी सरकार बनेगी। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि मिर्जापुर के पॉलीटेक्निक कॉलेज के स्ट्रॉन्ग रूम में घुसकर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की नियत से दीवार तोड़ी गई है। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि मिर्जापुर के जिलाधिकारी भाजपा प्रत्याशी के रिश्तेदार हैं। ऐसे में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

यूपी कांग्रेस ने X पर तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ‘मिर्जापुर में पॉलीटेक्निक कॉलेज के स्ट्रॉन्ग रूम में घुसकर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की नियत से दीवार तोड़ दी गई। बताया जा रहा है कि जिलाधिकारी मिर्जापुर भाजपा प्रत्याशी के रिश्तेदार हैं। ऐसे में निष्पक्ष मतगणना संभव नहीं है।चुनाव आयोग तत्काल घटना का संज्ञान ले एवं जिलाधिकारी को मतगणना की प्रक्रिया से हटाकर पारदर्शी मतगणना सुनिश्चित करें।‘

पत्रकार सचिन गुप्ता ने लिखा, ‘यूपी : ये तस्वीर मिर्जापुर जिले की है। समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि काउंटिंग स्थल के पीछे की दीवार तोड़ दी गई है। यहां के जिलाधिकारी, BJP प्रत्याशी के रिश्तेदार हैं। निष्पक्ष काउंटिंग की संभावना नहीं है।‘

सपा समर्थक सूर्या समाजवादी ने लिखा, ‘मिर्जापुर स्ट्रॉन्ग रूम में जहां ईवीएम रखी है उस कॉलेज की पीछे की दीवार को तोड़ दिया गया है। मतगणना में धांधली करने के लिए ये सब किया गया है, चुनाव आयोग कृपया संज्ञान ले‘

समाजवादी पार्टी ने लिखा, ‘मिर्जापुर में स्ट्रॉन्ग रूम में प्रवेश करने की नियत से पॉलीटेक्निक कॉलेज के पीछे की दीवार तोड़ दी गई है। जिलाधिकारी मिर्जापुर भाजपा प्रत्याशी के रिश्तेदार हैं इसलिए मतगणना के दौरान निष्पक्षता संभव नहीं न ही वो किसी प्रकार की शिकायत पर कार्रवाई कर रहे हैं। चुनाव आयोग संज्ञान ले एवं जिलाधिकारी को मतगणना प्रभावित करने से रोके।‘

एक स्टालिन ने लिखा, ‘मिर्जापुर स्ट्रॉन्ग रूम में जहां ईवीएम रखी है उस कॉलेज की पीछे की दीवार को तोड़ दिया गया है। मतगणना में धांधली करने के लिए ये सब किया गया है, चुनाव आयोग कृपया संज्ञान ले। चुनाव आयोग  स्पष्ट करें ये सब क्यों ?‘

शिवम यादव ने लिखा, ‘बीजेपी प्रत्याशी को जिताने की कवायत में कोई कमी नहीं रख रहे है मिर्जापुर जिलाधिकारी ,बताया ये भी जा रहा है जिलाधिकारी महोदय बीजेपी प्रत्याशी के रिश्तेदार भी है। मिर्जापुर में स्ट्रॉन्ग रूम में प्रवेश करने की नियत से पॉलीटेक्निक कॉलेज के पीछे की दीवार तोड़ दी गई है।‘

अबू हजीफा ने लिखा, ‘मिर्जापुर में स्ट्रॉन्ग रूम में प्रवेश करने की नियत से पॉलीटेक्निक कॉलेज के पीछे की दीवार तोड़ दी गई है। चुनाव आयोग संज्ञान ले।‘

लुटियंस मीडिया ने लिखा, ‘मिर्जापुर में स्ट्रॉन्ग रूम में प्रवेश करने की नियत से पॉलीटेक्निक कॉलेज के पीछे की दीवार तोड़ दी गई है। चुनाव आयोग संज्ञान ले।‘

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल के लिए हमने मामले से संबंधित कीवर्ड की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट्स सर्च की, लेकिन हमें कोई रिपोर्ट नहीं मिली। इसके बाद, हमने X (पूर्व में ट्विटर) पर चुनाव आयोग के हैंडल पर स्पष्टीकरण पाया। चुनाव आयोग ने लिखा:

1. मिर्जापुर के जिलाधिकारी मिर्जापुर संसदीय क्षेत्र के किसी भी उम्मीदवार के रिश्तेदार नहीं हैं।

2. पॉलिटेक्निक कॉलेज की बाउंड्री वॉल में जो खुली जगह बनाई गई है, वह चुनार विधानसभा क्षेत्र/बैलेट पेपर की गिनती के लिए उम्मीदवारों के एजेंटों के प्रवेश को सक्षम बनाने के लिए बनाई गई है। इसकी आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि छानबे विधानसभा क्षेत्र के गिनती एजेंटों और गिनती कर्मियों के रास्ते आपस में टकरा रहे थे, जो कि मानक प्रक्रिया के अनुसार नहीं है। यह प्रवेश मिर्जापुर संसदीय क्षेत्र के सामान्य और पुलिस पर्यवेक्षक की सलाह पर किया गया था।

3. इन तथ्यों को कल शाम मिर्जापुर के जिलाधिकारी द्वारा मिर्जापुर संसदीय क्षेत्र के समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को समझाया गया था और वह संतुष्ट थे।

4. आज शाम लगभग 5:00 बजे, उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को भी यह समझाया गया और वे संतुष्ट हुए।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर फैलाया गया दावा निराधार है। मिर्जापुर जिले के जिलाधिकारी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रिश्तेदार नहीं हैं। साथ ही, मिर्जापुर पॉलिटेक्निक कॉलेज की बाउंड्री वॉल में जो खुली जगह बनाई गई है, वह चुनार विधानसभा क्षेत्र/ बैलेट पेपर की गिनती के लिए उम्मीदवारों के एजेंटों के प्रवेश को सक्षम बनाने के लिए बनाई गई है।

दावा मिर्जापुर के जिलाधिकारी बीजेपी प्रत्याशी के रिश्तेदार हैं और पॉलिटेक्निक कॉलेज की बाउंड्री ईवीएम में छेड़छाड़ के लिए तोड़ी गई।
दावेदारयूपी कांग्रेस, सपा एवं अन्य सोशल मीडिया यूजर्स 
फैक्ट चेक गलत

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