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बदायूं में दो बच्चों की हत्या मामले में कोई पुराना विवाद नहीं था

उत्तर प्रदेश के बदायूं में बीते 20 मार्च की देर शाम दो बच्चों आयुष और आहान की निर्मम हत्या कर दी गई। आरोपी साजिद ने चाकू से ताबड़तोड़ वार को दोनों बच्चों को लहूलुहान कर मार दिया। इस मामले में साजिद के भाई जावेद को भी नामजद किया गया है वहीं देर रात पुलिस ने एक आरोपी साजिद को मारा गिराया। इस बीच सोशल मीडिया में लोग दावा कर रहे हैं कि मृतक और आरोपी पक्ष का पहले से विवाद था। हालांकि पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।

फेक न्यूज़ पैडलेर सदफ अफरीन ने एक्स पर इस मामले को शेयर करते हुए लिखा, ‘यूपी के बदायूं से बेहद दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है! सैलून के मालिक जावेद ने दो मासूमों की उस्तरे से गला रेतकर हत्या कर दी! वारदात के कुछ घंटे बाद पुलिस के एनकाउंटर में मुख्य आरोपी जावेद मारा गया! वहीं, घटना से गुस्साए लोगों ने इलाके में सलून की दुकान में तोड़फोड़ कर दी और पुलिस चौकी के सामने आगजनी की! जावेद और मृतक बच्चो के परिवार में अक्सर झगड़ा होता रहता था!’

वहीं कट्टरपंथी सबा खान ने लिखा, ‘बदायूं: यूपी के बदायूं जिले में एक दिन पहले अपने पिता से हुए विवाद के बाद साजिद और जावेद ने 2 मासूम बच्चों आयुष (13) और हनी (6) की हत्या कर दी। बहस के एक दिन बाद जब बच्चे घर पर अकेले थे तो दोनों आरोपी घर में घुस आए और रेजर ब्लेड से हमला कर बच्चों की हत्या कर दी। पुलिस ने साजिद को मुठभेड़ में मार गिराया जबकि जावेद हिरासत में है।’

पत्रकार सचिन गुप्ता ने लिखा, ‘जिला बदायूं में डबल मर्डर। सगे भाइयों आयुष (14 साल) और हनी (6 साल) की उस्तरा मारकर हत्या। आरोपी सैलून संचालक साजिद और जावेद हैं। पब्लिक ने आरोपियों के सैलून खोखे में आग लगाई। दोनों पक्षों में कोई पुराना विवाद था।’ ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर ने भी इस पोस्ट को शेयर किया।

कांग्रेस समर्थक मनीष कुमार ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश बदायूं में डबल मर्डर। सगे भाइयों आयुष (14 साल) और हनी (6 साल) की उस्तरा मारकर हत्या। पब्लिक ने आरोपियों के सैलून खोखे में आग लगाई। दोनों पक्षों में कोई पुराना विवाद था।’

फैक्ट चेक

पड़ताल के लिए हमने कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें 20 मार्च 2024 को अमर उजाला की बेवसाईट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि बाबा कॉलोनी में एक ठेकेदार विनोद ठाकुर के दो बेटों आयुष (13) और अहान (6) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी गई। ठेकेदार के मकान के सामने हेयर सैलून चलाने वाले साजिद ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। वारदात के तीन घंटे के बाद पुलिस ने मौके से करीब दो किमी दूर घेराबंदी कर आरोपी साजिद को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। मुठभेड़ में इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई भी घायल हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

अमर उजाला की इस रिपोर्ट में विनोद ठाकुर की ओर से दर्ज FIR कॉपी भी मिली। एफआईआर में लिखा है कि आरोपी साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि उसे पैसे चाहिए क्योंकि उसकी पत्नी बच्चे को जन्म देने वाली है। जब वह पैसे लेने के लिए अंदर गई, तो उसने कहा कि वह अस्वस्थ महसूस कर रहा है और छत पर टहलने जाना चाहता है और मेरे बेटों (मृतक) को अपने साथ ले गया। उसने अपने भाई जावेद को भी छत पर बुला लिया। जब मेरी पत्नी लौटी तो उसने साजिद और जावेद को हाथों में चाकू लिए देखा। साजिद ने मेरे जीवित बेटे पर भी हमला करने की कोशिश की और उसे चोटें आईं। दोनों भाग रहे थे और साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि आज उसने अपना काम पूरा कर लिया है। एफआईआर में विनोद ठाकुर ने यह भी लिखा कि उनकी साजिद और जावेद से कोई दुश्मनी नहीं है।

इसके बाद हमे 21 मार्च को हिंदुस्तान की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक हत्या के मामले में दूसरे आरोपी जावेद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जावेद ने एक वीडियो जारी कर बताया कि पीड़ित बच्चों के परिवार से हमारे अच्छे ताल्लुकात थे।

इसके बाद हमे दैनिक जागरण पर प्रकाशित रिपोर्ट मिली। जावेद ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि भाई साजिद की शादी को कई साल हो गए थे लेकिन उसकी संतान नहीं हो रही थी। उसकी पत्नी के गर्भ में ही बच्चे मर जाते थे। जिससे वह दूसरों के बच्चों से नफरत करने लगा था। जावेद ने बताया कि वह मंगलवार को ही नया छुरा लाया था। उसके पूछने पर उसने बताया था कि रमजान बाद गोश्त काटने के लिए लाया है। शाम को भाई साजिद ने कहा कि चलो विनोद के घर होकर आते हैं। इसके बाद वह विनोद के घर गए। लेकिन वह बाहर ही खड़ा रहा और साजिद अंदर चला गया। कुछ देर बाद वह बाहर आया तो खून से सना हुआ था और हाथ मे वही छुरा था।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि बदायूं में दो भाइयों की हत्या के मामले में आरोपी और पीड़ित पक्ष का पुराना विवाद नहीं था।

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