हिंदी

मुस्लिम युवक की मौत में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं, अशांति फैलाने के लिए वामपंथियों का फर्जी दावा

हाल ही में ट्विटर पर एक खबर आग की तरह फ़ैल गई। खबर यह थी कि महाराष्ट्र के बीड जिले में एक नाबालिक मुस्लिम युवक की बेरहमी से हत्या कर उसे पेड़ के सहारे फांसी पर लटका दिया गया था। ट्विटर पर वायरल करने वाले लोग इस खबर में धार्मिक रंग देने की पुरजोर कोशिश कर रहें है।

हिंदू विरोधी उपसाला यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर अशोक स्वेन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि, “एक और मुस्लिम युवक हिंदू अराजक तत्वों के हाथों मारा गया”।

हिंदूफोबिक ट्विटर अकाउंट गब्बर ने लिखा कि, “15 साल का  मोहम्मद हाफ़िज़ मुर्तजा शैख, बीड महाराष्ट्र का रहने वाला था, वो अपनी बहन के साथ खाने बनाने वाली लकड़ी लेने गया था तभी हिंदुत्व गुट के गुंडे ने उसके ऊपर हमला कर दिया, हाफ़िज़ की बहन मदद के लिए भागी लेकिन जब वापस आईं तो अपने भाई की मृत्यु शरीर पेड़ से लटका पाई”।

प्रोपेगंडा पत्रकार मीर फैसल ने भी इस मामले पर टिप्पणी करते हुए लिखा कि, “मोहम्मद हाफ़िज़ मुर्तजा शैख, बीड महाराष्ट्र का रहने वाला था, वो सुबह के सात बजे अपनी बहन के साथ खाने बनाने वाली लकड़ी लेने गया था तभी उसके ऊपर तीन – चार गुंडों ने हमला कर दिया हाफ़िज़ की बहन मदद के लिए भागी लेकिन जब वापस आईं तो अपने भाई की मृत्यु शरीर पेड़ से लटका पाई”।

AIMIM के कॉरपोरेटर मोहम्मद नसीरुद्दीन ने भी ट्विटर पर अपने विचार साझा करते हुए लिखा कि,  “बीड महाराष्ट्र का रहने वाला 15 साल का मोहम्मद हाफ़िज़ मुर्तजा शैख, अपनी बहन के साथ खाने बनाने वाली लकड़ी लेने गया था तभी हिंदुत्व गुट के गुंडे ने उसके ऊपर हमला कर दिया, हाफ़िज़ की बहन मदद के लिए भागी लेकिन जब वापस आईं तो अपने भाई की मृत्यु शरीर पेड़ से लटका पाई”।

हिंदू विरोधी प्रोपगेंडा पत्रकार अहमद खबीर ने भी बाकी के हिंदू विरोधी तत्वों के एक समान दावा करते हुए लिखा कि, “पंद्रह साल के हाफ़िज़ मुर्तजा शेख को हिंदुत्व ग्रुप के लोगों ने उसे घेर कर मारना चालू कर दिया। यह सब देख उसकी बहन अपने घर मदद के लिए भागी लेकिन जब वापस आईं तो अपने भाई को मृत पाई।”

यह भी पढ़ें: कांग्रेस द्वारा डेयरी उत्पादों को आयात करने का दावा भ्रामक है

फैक्ट चैक

Only fact ने यह खबर की पुष्टि करने हेतु गूगल पर इस खबर से जुड़े कीवर्ड्स टाइप करें, इसके बाद पाया कि कई सारे मैंस्ट्रीम मीडिया ने यह खबर को छापा, हमने खबर में यह पाया कि मुस्लिम युवक मोहम्मद हाफ़िज़ मुर्तजा की मौत बेशक हुई है, लेकिन मौत के कारणों की जांच पड़ताल अभी भी बीड पुलिस कर रहीं है।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार मुर्तजा की मौत आत्महत्या से भी हो सकता है लेकिन फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन यह साबित हो चुका है कि मोहम्मद मुर्तजा की मौत दो युवकों और उनके परिवार के बीच आपसी कलह की वजह से हुआ है।

हालाकि पुलिस ने हत्या के मामले में नामजद तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इस बात कि भी पुष्टि की है कि यह घटना आपसी तनाव के कारण हुआ है, इस मामले को धार्मिक रंग देने वालों पर पुलिस की निगरानी है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए पुलिस आला अधिकारी नंद कुमार ठाकुर ने इस मामले के जरिए धार्मिक भावनाओं को आहत देने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है।

Only fact ने इस मामले की गहराई में जाने कि लिए महाराष्ट्र के लोकल अखबारों और ऑनलाइन पोर्टल को खंगालना चालू किया, महाराष्ट्र टाइम्स के खबर के मुताबिक, मुस्लिम युवक मोहम्मद मुर्तजा शेख क्लास 9 वी का विद्यार्थी था वो अपनी बहन सिमरन और छोटे भाई असीफर के साथ अपने दादाजी के फार्म में लकड़ी लेने गया था। फार्म में जाते समय कैलाश दाके, महादेव दाके और हनुमंत वानखेड़े ने उसका रास्ता रोक लिया।

इसके बाद तीनों ने मुर्तजा शेख को ज़मीन पर गिरा दिया और उसके साथ मार- पीट करने लगे। यह देख मुर्तजा की बहन सिमरन अपने घर के लिए भागी और जब वापस अपने घरवालों के साथ लौटी तो मुर्तजा शेख को पेड़ से लटका हुआ पाई।

मराठी अखबार दैनिक दिव्य मराठी ने लिखा है कि, मुर्तजा शेख के परिवार और नामजद आरोपियों के बीच आपसी तनाव बहुत पहले से था। इस मामले के छह माह पहले भी मुर्तजा और आरोपी कैलाश के बीच झड़प हुई थी।

मिड डे मुंबई ने भी बाकी अखबारों की तरह धार्मिक रंग नहीं दिया और लिखा कि जमीनी विवाद के वजह से हत्या हुई है। इतना ही नहीं, एक पुलिस अधिकारी ने मिड डे मुंबई से बात करते हुए कहा कि यह मामला आत्महत्या का भी हो सकता है।

पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया मुर्तजा के शरीर पर किसी प्रकार के मारपीट के निशान नहीं मिले है, जिसके उपरांत यह मामला हत्या का नहीं आत्महत्या का लग रहा है, हालाकि पुलिस अभी इस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

Only fact की जांच पड़ताल के बाद यह साबित हो चुका है कि यह ट्विटर पर चल रहें दावे बेबुनियाद है और अगर यह हत्या का मामला है तो केवल आपसी जमीन मतभेद के कारण हुआ है। ट्विटर पर हर मामले को धार्मिक रंग देकर अपनी राजनीतिक रोटी सेकने वाले एक बार फिर से भूखे पेट सोएंगे।

यह भी पढ़ें मलंग गढ़ दरगाह परिसर में ‘जय श्री राम’ के नारे में सांप्रदायिक एंगल नहीं

दावाबीड महाराष्ट्र में रहने वाले मोहम्मद हफीज मुर्तजा की मौत सांप्रदायिक कारणों से हुआ है।
दावेदारअशोक स्वेन, मीर फैसल, अहमद खबीर और अन्य
फैक्ट चैकभ्रामक

प्रिय पाठकों, हम भारत के खिलाफ फर्जी खबरों को उजागर करने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। हमारे पास अन्य लोगों की तरह कोई कॉर्पोरेट फंडिंग नहीं है। आपका छोटा सा सहयोग हमें और आगे बढ़ने में मदद करेगा। कृपया सहयोग करें

जय हिन्द

Share

This website uses cookies.