दिल्ली के रानी झांसी रोड पर स्थित मामू-भांजे दरगाह को बुलडोजर से गिराने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा इस वीडियो को शेयर कर भारत में मस्जिद और मजारों को टारगेट करने का दावा किया जा रहा है। हालांकि पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
कट्टरपंथी हारून खान ने एक्स पर यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा ‘दिल्ली में रानी झाँसी रोड स्थित “मामू भांजे दरगाह” पर चला बुलडोजर। दिल्ली/यूपी समेत देशभर में मुस्लिम मजार और मस्जिदें निशाने पर हैं।’
पाकिस्तान बेस्ड एक्स हैंडल क्राइम रिपोर्ट्स इंडिया ने भी इसी कैप्शन के साथ मस्जिद विध्वंस का वीडियो शेयर किया है।
फेक न्यूज़ पेडलर अली सोहरब ने लिखा, ‘दिल्ली स्थित “मामू भांजे दरगाह” पर संवैधानिक सरकार द्वारा चलाया गया संवैधानिक बुलडोजर। राजधानी दिल्ली समेत देशभर में मुस्लिम तृथस्थल (मजार) और मुसोमनों के इबादतगाह (मस्जिदें) संवैधानिक निशाने पर हैं!’
इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल ने लिखा, “दिल्ली के रानी झाँसी रोड स्थित मामू-भांजे दरगाह पर चला बुलडोजर, वीडियो वायरल…”
दी मुस्लिम ने लिखा, ‘लोकेशन: दिल्ली। मामू-भांजे दरगाह पर चला सरकारी बुलडोज़र। पहले उत्तराखंड में दरगाह को तोड़कर हिंदू संगठन द्वारा सामान्य करने की प्रक्रिया की गई अब देश के हर हिस्से में ऐसे काम किए जायेगे।’ वहीं फिरदौस फिजा ने लिखा, ‘दिल्ली, रानी झांसी रोड के पुराने मामू भांजे दरगाह को आज बुलडोजर चला कर ख़त्म कर दिया …!!’
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इस मामले की पड़ताल में हमने सम्बंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया तो 21 अगस्त 2023 को प्रकाशित हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक अगस्त 2023 में , लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने दिल्ली में सड़क चौड़ीकरण कार्य के तहत रानी झांसी रोड पर स्थित मामू-भांजे मजार की बाहरी दीवार और श्री पिपलेश्वर बालाजी मंदिर के द्वार को ध्वस्त किया था।
इसके अलावा, द इंडिया एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे अभियान में PWD ने रानी झाँसी रोड पर स्थित दो धार्मिक स्थल – एक मंदिर और एक मस्जिद का कुछ हिस्सा ध्वस्त कर दिया है। दोनों स्थल पैदल यात्रियों की आवाजाही में बाधा उत्पन्न कर रहे थे। इसके अलावा टीवी9 भारतवर्ष की एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एमसीडी के अधिकारी और कर्मचारी मंदिर और मस्जिद के पास से अतिक्रमण हटाने का काम कर रहे हैं। दिल्ली में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ एमसीडी कार्रवाई कर रही है।
जांच में आगे हमें इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनेल पर एक वीडियो मिला, जिसके डिस्क्रिप्शन में लिखा है, ‘दिल्ली में एमसीडी की कार्रवाई जारी, पहाड़गंज इलाके में मंदिर और मस्जिद का अवैध निर्माण तोड़ा गया। ‘
अंत में मामले की पुष्टि के लिए, OFI की टीम जांच करने के लिए विध्वंस स्थल पर पहुंची और पाया कि मंदिर और मस्जिद दोनों के कुछ हिस्से को ध्वस्त करने की सभी मीडिया रिपोर्ट सही हैं। OFI टीम को पता चला कि इस बार जो मंदिर तोड़ी गयी वह झंडेवालान मंदिर है। मंदिर का आगे का हिस्सा हटा दिया गया है।
अगस्त 2023 में, पिपलेश्वर मंदिर और मस्जिद दोनों की संरचनाएं हटा दी गईं थी। इसी तरह, हाल ही में विध्वंस अभियान के दौरान झंडेवालान मंदिर के सामने के ढांचे के साथ-साथ मामू भांजे मस्जिद के सामने के ढांचे को हटा दिया गया।
इसके अलावा, हमें यह भी पता चला कि मस्जिद और मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित एक पुलिस चौकी को भी अतिक्रमण के खिलाफ चलाये गए अभियान के तहत हटा दिया गया।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि रानी झांसी रोड पर अतिक्रमण की वजह से मंदिर, पुलिस चौकी और मस्जिद सब को ध्वस्त किया गया है। मगर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा केवल दरगाह को ध्वस्त करने का दावा भ्रामक रूप से शेयर किया जा रहा है।
दावा | दिल्ली में मामू भांजा दरगाह पर चला बुलडोजर |
दावेदार | अली सोहराब, दी मुस्लिम, फिरदौस फिजा, क्राइम रिपोर्ट्स इंडिया व अन्य |
फैक्ट | भ्रामक |
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