सोशल मीडिया पर कॉमेडियन आकाश दीप का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वह कह रहे हैं कि फेसबुक पर एक मौलाना कहता है कि जो इस्लाम के लिए जान देगा उसको जन्नत में 72 हूरें मिलेंगी। आकाश दीप के इस वीडियो पर कट्टरपंथी इस्लामिस्टों द्वारा शेयर कर दावा किया जा रहा है कि महाभारत के हिसाब से भी युद्ध में मरने वालों को हिंदू को 1 हजार अप्सराएं मिलती हैं।
कट्टरपंथी वाजिद खान ने लिखा, ‘हाँ मिलती हैं 72 हुरे। लेकिन महाभारत के हिसाब से युध मै मरने वाले हिंदू को 1 हज्जार अप्सराए मिलती हैं। लेकिन ये हिंदू हिंदुत्व नही जानता मूर्ख आदमी..!!
हाँ मिलती हैं 72 हुरे.
— Wajidkhan (@realwajidkhan) February 25, 2024
लेकिन महाभारत के हिसाब से युध मै मरने वाले हिंदू को 1 हज्जार अप्सराए मिलती हैं.
लेकिन ये हिंदू हिंदुत्व नही जानता बकचो*& आदमी..!! pic.twitter.com/GyL8sWoHkN
चरमपंथी अफजल खान ने लिखा, ‘हाँ मिलती हैं 72 हुरे। लेकिन महाभारत के हिसाब से युध मै मरने वाले हिंदू को 1 हज्जार अप्सराए मिलती हैं। करते तुम भी वहीं हो बस छुपा के रखते हो।‘
हाँ मिलती हैं 72 हुरे.
— Afzal khan (@only_afzal_khan) February 26, 2024
लेकिन महाभारत के हिसाब से युध मै मरने वाले हिंदू को 1 हज्जार अप्सराए मिलती हैं.
Karte to tum Bhi Wahi Ho
Bss Chupa Kar Rakhte Ho
😂😂 pic.twitter.com/DukJGprTXr
इस्लामिस्ट मोइन पठान ने लिखा, ‘हाँ मिलती हैं 72 हुरे। लेकिन महाभारत के हिसाब से युध मै मरने वाले हिंदू को 1 हज्जार अप्सराए मिलती हैं। लेकिन ये हिंदू हिंदुत्व नही जानता मूर्ख आदमी..!!‘
हाँ मिलती हैं 72 हुरे.
— moin Ashraf (@Moinpathan41076) February 25, 2024
लेकिन महाभारत के हिसाब से युध मै मरने वाले हिंदू को 1 हज्जार अप्सराए मिलती हैं.
लेकिन ये हिंदू हिंदुत्व नही जानता बकचो*& आदमी..!! https://t.co/kivWJlIk0p
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फैक्ट चेक
इस मामले में हमने बीते साल 7 जून को only fact पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इसके मुताबिक महाभारत के “अनुशासन पर्व” (13वां पर्व) के अध्याय 079 लिखा है, “अथ दानधर्मपर्व ॥ 1 ॥ भीष्मेण युधिष्ठिरम्प्रति विवाहविभागकथनम्॥ 1 ॥ तथा कन्यानां भार्यात्वप्रापकविध्यादिनिरूपणम्॥ 2 ॥” यह भीष्म पितामह और युधिष्ठिर के बीच बातचीत है। 13.79.27 रिश्तेदारों की अनुमति के साथ यज्ञ में मंत्र का प्रयोग किया जाना चाहिए। इस प्रकार उन मंत्रों को नदत्त ने किसी तरह से पूरा किया।
ऑप इंडिया ने भी अपने 7 जून को प्रकाशित लेख में 13.79.27 अध्याय पर प्रकाश डालते हुए लिखा है, ”इस अध्याय में गायों के दान की महिमा समझाई गई है। गोदान के वर्णन के साथ-साथ गायों की पवित्रता के बारे में बताया गया है। किस प्रकार गोदान कर के व्यक्ति मृत्यु के पश्चात अपने पुण्यों के प्रभाव से सुख परलोक में सुख पाता है, ये इसमें बताया गया है। आइए, देखते हैं इसका 27वाँ श्लोक क्या कहता है। इसमें बताया गया है कि गायों के शरीर में जितनी रोएँ होती हैं, गोदान करने वाला व्यक्ति उतने वर्षों तक स्वर्ग में वास करता हाउ और फिर वापस मनुष्य योनि में ही जन्म लेता है।”
इस श्लोक में गोदान की महिमा बताई गई है। गरीबों की मदद की बात है। एक पशु की महिमा का वर्णन है। पशु हित की बात करना और गरीबों की मदद की बात करना तो आधुनिक युग में भी अच्छा ही माना जाता है न? इसमें अप्सरा शब्द का कहीं जिक्र ही नहीं है।
निष्कर्ष: महाभारत के वीरगति प्राप्त होने के बाद 1 हज़ार अप्सराएं मिलने का दावा झूठा है। महाभारत का 13.79.27 अध्याय भीष्म पितामह और युधिष्ठिर के बीच बातचीत का है, जिसमें दान धर्म के बारे में वर्णन किया गया है। इसके अलावा, पूरे महाभारत में कहीं भी युद्ध के दौरान मरने के बाद स्वर्ग में अप्सराएं मिलने के बारे में जिक्र नहीं किया गया है।
दावा | महाभारत के अनुसार हिन्दुओं को वीरगति प्राप्त होने के बाद स्वर्ग में एक हज़ार अप्सराएं मिलती है |
दावेदार | इस्लामिक कट्टरपंथी |
फैक्ट चेक | गलत |
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