इजरायल-हमास युद्ध के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। वीडियो में इमारत के अंदर और बाहर बच्चों को रोते-बिलखते देखा जा सकता है। वहीं कुछ लोग बच्चों को मलबे के नीचे से निकाल रहे हैं। कई लोग इसे इजरायल द्वारा गाजा पर हमले का बताकर शेयर कर रहे हैं। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
रूही बी नाम की यूजर ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर किया है। उन्होंने लिखा, “कहां है 57 मुल्क़..? इन मुल्कों के हुक्मरानों की गैरत कहाँ सोई हुई है? इजरायल आतंक का नंगा नाच कर रहा है!”
इसी प्रकार मुजाहिदुर खान ने लिखा, “कहाँ है दुनिया के वो हुक्मरान जो इंसाफ़ की बड़ी बड़ी बातें करते हैं लेकिन जब ज़ुल्म होता है किसी मज़लूम पर तो चुप रहते है। अल्लाह फ़िलिस्तीन की गैब से मदद फ़रमा आमीन”
वहीं फहीम कामली अंसारी ने भी एक्स पर इस वीडियो को शेयर कर ऐसा ही दावा किया है।
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इस दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के की फ्रेम को गूगल लेंस पर सर्च किया। इस दौरान यह वीडियो हमे तारेक एम चिंदेब नाम के एक फेसबुक अकाउंट पर मिला, जोकि 31 मई 2019 को अपलोड किया गया था। वीडियो के साथ कैप्शन में बताया गया है, ‘रमजान के पवित्र महीने के आखिरी दिन में बच्चों की डरावनी चीखें सुनाई दी। आज निशाना था #MaaretNuman शहर। इस हमले में पांच नागरिकों की मौत हो गई, जिनमें 3 भाई थे। लड़कों के माता-पिता को जीवित बचा लिया गया और 1 भाई को मलबे से निकाला गया।’
वहीं पड़ताल में आगे यह वीडियो व्हाइट हेलमेट के एक्स अकाउंट पर मिला, जिसे 31 मई 2019 को शेयर किया गया है। कैप्शन में बताया गया है, ‘रमजान के पवित्र महीने के आखिरी दिन बच्चों की डरावनी चीखें सुनाई दी। आज निशाना था मारेत नुमान (Maaret Numan) शहर। आज के इस हमले में पांच नागरिकों की मौत हो गई, जिसमें 3 भाई थे। लड़कों के माता-पिता को जीवित बचा लिया गया और 1 भाई को मलबे से निकाला गया।’ बता दें कि ‘द व्हाइट हेलमेट सीरिया का सिविल डिफेंस संगठन है, यह आई आपदा, हमलों और परेशानियों में लोगों को मदद करता है।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि यह वीडियो चार साल पहले सीरिया में हुए हमले का है, जिसे इजरायल-हमास युद्ध से जोड़कर शेयर किया जा रहा है।
दावा | फिलिस्तीन पर हुए हमले का वीडियो |
दावेदार | रूही बी, मुजाहिदुर खान और फहीम कामली अंसारी |
फैक्ट चेक | भ्रामक |
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