राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया गया है। इसी बीच सोशल मीडिया पर मारपीट का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बीजेपी नेताओं ने टिकट के लिए आपस में मारपीट की। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत निकला।
अमोक नाम के कोंग्रेसी ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ” क्या यह सच है कि राजस्थान में टिकट बंटवारे के बाद बीजेपी नेता एक-दूसरे पर ताल ठोक रहे हैं?”
Is it true that BJP leaders are beating each other in Rajasthan after ticket distribution? 🤣 pic.twitter.com/GHx67K0geH
— Amock (@Politics_2022_) October 10, 2023
मयंक सक्सेना ने लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी के “मेरा बूट सबसे मज़बूत” मुहीम को सफल बनाते राजस्थान भाजपा के नेता…..टिकट वितरण के बाद से ही भाजपा पूरी तरह बिखर चुकी है, नेताओं के बीच मारपीट व भाजपा छोड़कर निर्दलीय दावेदारी की खबरें आ रही हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी के “मेरा बूट सबसे मज़बूत” मुहीम को सफल बनाते राजस्थान भाजपा के नेता ….. 😂 😂
— Mayank Saxena (@mayank_sxn) October 10, 2023
टिकट वितरण के बाद से ही भाजपा पूरी तरह बिखर चुकी है, नेताओं के बीच मारपीट व भाजपा छोड़कर निर्दलीय दावेदारी की खबरें आ रही हैं।pic.twitter.com/tCsEBvDfkZ
वहीं Tonk congress sevadal ने लिखा, “टिकट बंटवारे के दौरान राजस्थान बीजेपी नेताओं का एक दूसरे के लिए प्यार देख कर आंखें भर आई…”
टिकट बंटवारे के दौरान राजस्थान बीजेपी नेताओं का एक दूसरे के लिए प्यार देख कर आंखें भर आई… pic.twitter.com/0NCyho6s3D
— Tonk Congress Sevadal (@SevadalTONK) October 11, 2023
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फैक्ट चेक
इस दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के कि फ्रेम को गूगल लेंस पर सर्च किया। इस दौरान यह वीडियो हमें इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर मिला, जोकि 7 मार्च 2019 को अपलोड किया गया था। इस वीडियो रिपोर्ट में बताया गया है कि श्रेय लेने की होड़ में यूपी के बीजेपी विधायक शरद त्रिपाठी और राकेश बघेल ने एक-दूसरे को जूतों से पीटा।
वहीं कीवर्ड की मदद से सर्च करने पर हमें इस मामले से जुड़ी आजतक की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, 6 मार्च 2019 को भारतीय जनता पार्टी के सांसद शरद त्रिपाठी ने अपनी ही पार्टी के विधायक राकेश सिंह पर जूतों की बारिश कर दी। मामला बढ़ता देख वहां मौजूद लोग बीच-बचाव के लिए आगे आए और एक पुलिस अफसर ने सांसद और विधायक को अलग किया। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में शरद का टिकट काट दिया गया था।” इस मामले को आप हिंदुस्तान की रिपोर्ट में भी पढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष: हमारी पड़ताल से स्पष्ट है कि यह वीडियो राजस्थान नहीं यूपी का है, जोकि चार साल पुराना है.
दावा | बीजेपी नेताओं ने टिकट के लिए आपस में की मारपीट |
दावेदार | अमोक, मयंक सक्सेना और Tonk congress sevadal |
फैक्ट चेक | भ्रामक |