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क्या सिर्फ मुसलमानों पर बुलडोजर चलता है?

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बीते कुछ वर्षों में भारतीय राजनीति में बुलडोजर चर्चा का विषय बन गया है। किसी ने बुलडोजर का टैटू बनवाया, किसी ने गाने गए। चुनाव प्रचार से लेकर वैवाहिक कार्यक्रमों में भी बुलडोजर नजर आने लगा। बुलडोजर को यह पहचान दिलाने का श्रेय योगी आदित्यनाथ को दिया जाता है। असल में साल 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की। गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री बन गए। योगी ने प्रदेश में कानून व्यवस्था सुधारने की बात कही। 2017 से तमाम माफियाओं, बदमाशों, हिस्ट्रीशीटरों, दंगाइयों की सम्पत्ति पर बुलडोजर चल रहा है। 2022 यूपी चुनाव में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी का नाम बाबा बुलडोजर रख दिया, इसके बाद भाजपा ने बुलडोजर का प्रचार तेज कर दिया। भाजपा ने 2022 में 403 में से 273 सीटों पर जीत हासिल कर दोबारा सरकार बना ली। योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार सीएम बने। यूपी में योगी सरकार की सफलता के इस फॉर्मूले को दूसरे राज्यों ने भी अपनाया।

लेकिन अक्सर यह भी आरोप लगता है कि बुलडोजर से केवल मुस्लिम समुदाय को टारगेट किया जा रहा है। उन्हीं के घरों पर बुलडोजर चलता है। साल 2022 में एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाते हुए एक्स पर पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा कि बुलडोजर चलेगा तो अहमद और अंसार पर, अजय और अर्जुन पर कभी नहीं चलेगा। मस्जिद के सामने की दुकानों को तोड़ा गया लेकिन मंदिर के पास वाली दुकानों को छोड़ दिया गया, क्यों?

जून 2023 में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने एक बयान में कहा कि बीजेपी की राजनीति है कि अगर कोई गरीब, पिछड़ा, समाजवादी या मुसलमान होगा तो बुलडोजर चला जाएगा। बीजेपी के लोग कुछ भी करें उनके खिलाफ कुछ नहीं होगा। फरवरी 2023 में अलजजीरा ने ‘भारत का बुलडोजर शासन मुसलमानों को बेदखल कर रहा है, न्याय की हत्या कर रहा है’ शीर्षक से एक रिपोर्ट प्रकाशित की। इस रिपोर्ट में राजधानी दिल्ली, उत्तराखंड के हल्द्वानी, यूपी के लखीमपुर, मध्यप्रदेश के चुनिन्दा मामलों का जिक्र करते हुए बताया कि भारतीय जनता पार्टी के बुलडोजर मुसलमानों के लिए न्याय की अवधारणा को ध्वस्त कर रहे हैं।

तो क्या वाकई सिर्फ मुसलमानों पर बुलडोजर चलता है, अपनी इस रिपोर्ट में हम इन आरोपों की पड़ताल कर रहे हैं।

1. विकास दुबे की कोठी पर चला पुलिस का बुलडोजर

कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे के मकान पर भी बुलडोजर की कार्रवाई की गई थी। पुलिस ने उसी बुलडोजर का इस्तेमाल किया, जिसे सड़क पर लगाकर रात में पुलिस का रास्ता रोक दिया था। वहीं घर के अंदर खड़ी दस से पंद्रह लाख कीमत वाली दो लग्जरी कार और दो ट्रैक्टर को भी नष्ट कर दिए गया था।

2. नोएडा की एक सोसायटी में महिला से बदसलूकी करने वाले बीजेपी नेता के अतिक्रमण पर चला बुलडोजर 

नोएडा सेक्टर 93बी के ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में बीजेपी नेता श्रीकांत त्यागी द्वारा एक महिला से बदसलूकी का वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर बवाल मच गया था। जिसके बाद के प्रशासन ने श्रीकांत त्यागी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर से कार्रवाई की थी।

3. सीधी पेशाब कांड के आरोपी के घर चला बुलडोजर

मध्य प्रदेश के सीधी से एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें प्रवेश शुक्ला नाम के व्यक्ति ने एक आदिवासी व्यक्ति के चेहरे पर पेशाब की थी। इस घटना के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके साथ ही आरोपी के घर पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाए जाने की भी कार्रवाई की गई।

4. उज्जैन रेप कांड के आरोपी भरत सैनी के घर चला ‘मामा’ का बुलडोजर 

मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की बच्ची से हुए रेप कांड के मामले में मुख्य आरोपी भरत सोनी के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला। आरोपी ने उज्जैन के नानाखेड़ा क्षेत्र में सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था, इसमें वह अपने माता-पिता, भाई और भाभी के साथ कई सालों से रह रहा था।

5. अंकिता मर्डर केस में आरोपी के रिजॉर्ट में आधी रात को चला बुलडोजर

उत्तराखंड के बहुचर्चित अंतिका भंडारी हत्याकांड में भी सरकार ने आरोपी के खिलाफ बुलडोजर एक्शन लिया है। 24 सितंबर 2022 को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर आधी रात को अंकिता भंडारी की हत्या के आरोपी पुलकित के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चला। 

6. गोरखपुर में माफिया अजीत शाही के अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर

गोरखपुर के माफिया अजीत शाही ने नगर निगम की 14 करोड़ रुपये कीमत की 30 डिस्मिल भूमि पर कब्जा करके उसने मैरेज हाल बना लिया था। अवैध कब्जे की जानकारी नगर निगम के अधिकारियों को दी गई, जिसके बाद 13 जून 2023 को अजीत शाही के अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाया गया।

7. माफिया विनोद उपाध्याय के अवैध निर्माण पर चला सीएम योगी का बुलडोजर

गोरखपुर के टॉप फाइव माफिया में शामिल विनोद उपाध्याय की बेनामी संपत्ति पर गोरखपुर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी के आदेश पर गुलरिया थाना क्षेत्र स्थित मकान को जमींदोज कर गया, तो वहीं उसके भाई संजय उपाध्याय का घर भी प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। 

8. गोरखपुर में माफिया राकेश यादव का दो मंजिला मकान ढहा

अजीत शाही और विनोद उपाध्याय जैसे टॉप टेन माफियाओं की करोड़ों की अवैध प्रॉपर्टी को जब्त करने के बाद माफिया राकेश यादव की अवैध प्रॉपर्टी पर भी प्रशासन का डंडा चला। माफिया राकेश यादव के गोरखपुर स्थित मकान पर जीडीए और पुलिस प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई के दौरान 4.50 करोड़ रुपए की दो मंजिला इमारत को नेस्तनाबूद कर जब्त कर लिया गया है।

9. मुरैना में छह साल की मासूम से दुष्कर्म के आरोपी के घर पर चला बुलडाेजर

मध्य प्रदेश के मुरैना में पड़ोसी की दुकान पर अपने पिता के लिए बीड़ी का बंडल लेने आई छह साल की मासूम के साथ 31 साल के दुकानदार रिंकू शर्मा ने दुष्कर्म किया था। खून से लथपथ बच्ची बिलखते हुए घर पहुंची और आपबीती सुनाई। इसके बाद गांव से लेकर प्रशासनिक गलियारों में हडकंप मच गया। आरोपित, पूरे परिवार सहित फरार हो गया। इसके चार घंटे के भीतर ही प्रशासन ने कुकर्मी के घर पर बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को जमींदोज कर दिया।

10. मैहर में 10 साल की बच्ची से गैंगरेप करने वाले आरोपियों के घर चला बुलडोजर

29 जुलाई 2023 को एमपी के सतना जिले के मैहर में 10 साल की बच्ची के साथ दो युवकों ने गैंगरेप किया था। नाबालिग के साथ किए गए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में सख्ती दिखाते हुए राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान के आदेश पर आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाया गया। आरोपी रविंद्र चौधरी का उदयपुर में स्थित घर ढहाया गया है तो वहीं अतुल बढ़ौलिया के मलियान टोला में स्थित घर पर भी बुलडोजर एक्शन हुआ है।

11. मध्य प्रदेश में 11 साल के मासूम की हत्या के आरोपी के 2 मंजिला स्कूल पर चला बुलडोजर

मध्य प्रदेश के भिंड में 7 नवंबर 2022 को 11 वर्षीय मासूम का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद आरोपी स्कूल संचालक पवन शर्मा के अवैध रूप से बने आरकेडी स्कूल की बिल्डिंग को बुलडोजर से धाराशायी किया गया।

12. प्रेमिका पर लात-घूसों से हमला करने वाले युवक के घर पर चला बुलडोजर 

मध्य प्रदेश के रीवा में एक साल पहले प्रेमिका की बेरहमी से पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस मामले में आरोपी का घर बुलजोडर से जमींदोज कर दिया गया है। आरोपी पंकज त्रिपाठी की गिरफ्तारी के बाद घर पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई। वहीं पुलिस ने पंकज का ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द कर दिया है।

13. उत्तर प्रदेश के ललितपुर में बीजेपी नेता के घर पर चला बुलडोजर 

8 जनवरी 2023 को भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंडल अध्यक्ष विक्रम जैन बजाज द्वारा सार्वजनिक रास्ते पर कब्जा कर कराए जा रहे निर्माण कार्य का प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त करा दिया था।

14. वाराणसी में भाजपा जिला उपाध्यक्ष के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर

11 अगस्त 2022 को भाजपा जिला उपाध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह उर्फ सत्यप्रकाश सिंह के अवैध निर्माण पर वीडीए का बुलडोजर चला। दो दिन पहले ही कुछ महिलाओं ने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की थी। जिसके बाद जिलाधिकारी और वीडीए वीसी ने मामले की जांच शुरू की और अवैध निर्माण की पुष्टि पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई।

15. मनीष गुप्ता मर्डर केस में आरोपी इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह के घर पर चला बुलडोजर 

यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह ने तीन अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर 27 सितंबर 2021 को गोरखपुर में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में तिहाड़ जेल में बंद आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह के मकान पर बुलडोजर चला है। 

16. कानपुर में गिराया गया प्रसपा नेता का गेस्ट हाउस

कानपुर में प्रसपा नेता विनोद प्रजापति करीब दो हजार वर्ग गज की जमीन पर 20 सालों से कब्जा कर  गेस्ट हाउस चला रहे थे। मामले में कई बार नोटिस भेजने के बाद भी जमीन खाली न करने पर ध्वस्तीकरण का आदेश जारी हो गया और 7 सितंबर 2022 को चार बुलडोजर से पूरे गेस्ट हाउस को ध्वस्त कर दिया गया।

17. बाराबंकी में 14 बड़े भूमाफियाओं पर FIR दर्ज कर की गई बुलडोजर कार्रवाई

4 जून 2022 को यूपी के बाराबंकी 14 बड़े भूमाफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनके कब्जे से सरकारी जमीन को मुक्त कराने की कार्रवाई की गई। बाराबंकी के असेनी में रॉयल पैराडाइज के अवैध निर्माण गिरा दिया था। इसके साथ ही असेनी में दुर्गा प्रसाद ,छोटेलाल, बाबूलाल की जमीन पर अनियमित रूप से की गई प्लाटिंग में हुए निर्माण को भी गिरा दिया गया था।

18. चंदौली में तालाब की जमीन पर अवैध रूप से बने मकानों पर गरजा बुलडोजर

उत्तर प्रदेश के चंदौली के पसाई गांव में सरकारी तालाब पर बने डेढ़ दर्जन से अधिक मकानों पर बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माणो को तोडा गया था। यहां पर तालाब की जमीन पर बने राजनाथ राजभर, नरेंद्र राजभर, अशोक खरवार, सारंगधर दुबे, रमेश खरवार, हरवंश गोंड, मिठाई खरवार, लालता राजभर, रामजन्म राजभर, कमला देवी, संतू राजभर, अच्छेलाल खरवार, लहरी खरवार, केदार सिंह, दिनेश सिंह, सदन यादव, अजित सिंह व गामा यादव के मकानों को ध्वस्त किया गया।

19. बरेली में 65 बीघा में बसाई जा रही अवैध कॉलोनियों को किया गया ध्वस्त

19 दिसंबर 2023 को बरेली में रामगंगा सेक्टर योजना से सटे गांव चंद्रपुर बिचपुरी में 65 बीघा में बसाई जा रही अवैध कॉलोनियों पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। बीडीए की प्रवर्तन टीम ने  साइट कार्यालय समेत अन्य निर्माण बुलडोजर से ध्वस्त करा दिए। 

20. भू माफिया कमलेश के साथी दीनानाथ के मैरेज लॉन पर चला बुलडोज़र  

23 नवंबर 2023 को गोरखपुर में भू माफिया कमलेश यादव के साथी दीनानाथ के कुसम्ही में स्थित मैरेज लॉन पर पुलिस और प्रशासन की टीम ने बुलडोजर चलवा दिया। मैरेज लॉन की कीमत दस करोड़ आंकी गई थी। करोड़ों की यह सम्पत्ति अवैध कमाई से बनाई गई थी।

21. बागपत में भूमाफिया यशपाल तोमर के आलीशान मकान पर चला बुलडोजर

उत्तर प्रदेश के बागपत में 15 मई 2022 को भूमाफिया यशपाल तोमर के मकान की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। यशपाल तोमर ने तालाब की जमीन पर कब्जा करके अवैध रूप से आलीशान मकान का निर्माण कराया था, जिसे बुलडोजर ने कुछ ही मिनट में जमीदोज कर डाला।

22. नोएडा में करोड़ों की अवैध प्रॉपर्टी पर चला बुलडोजर

नोएडा प्राधिकरण ने 7 दिसंबर 2022 को करोड़ों की अवैध प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलवा दिया। प्राधिकरण की जिस जमीन पर भू-माफिया ने कब्जा कर उस पर अवैध रूप से दुकानें बना रखी थीं उन्हें धराशायी कर दिया गया। इस तरह डूब क्षेत्र की 10 करोड़ रुपये की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया।

23. ग्वालियर में अक्षया हत्याकांड के आरोपितों के घर पर चला बुलडोजर

11 जुलाई 2023 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में 17 वर्षीय छात्रा अक्षया सिंह यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से ही पूरा शहर आक्रोश में था। आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठने लगी। पुलिस ने इस मामले में सभी सात आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें सुमित रावत व मास्टरमाइंड बाला सुर्वे का मकान तोड़कर प्रशासन ने कड़ा संदेश दिया। 

24. चाचा व भाई पर बोलेरो चढ़ाकर हत्या करने वाले पटवारी के घर चला बुलडोजर

28 अप्रैल 2023 को मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में पैसे के लेनदेन को लेकर बोलेरो गाड़ी से कुचल कर पिता-पुत्र की हत्या करने वाले आरोपित के घर को प्रशासन की मौजूदगी में गिरा दिया गया। आरोपित शासकीय भूमि कब्जा किए हुए था। आरोपित भतीजा अजय गुप्ता ने जबलपुर निवासी अपने चाचा और उनके पुत्र पर बोेलेरो जीप चढ़ाकर उन्हे मौत के घाट उतार दिया था। 

25. कोर्ट से भागे दुष्कर्म के आरोपितों के मकान पर चला बुलडोजर

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में घर में चोरी के इरादे से घुसकर मकान मालिक की बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने वाले दो दोषी मुकेश उर्फ मुक्की, गोलू उर्फ भगवान परिहार के मकान जिला प्रशासन ने जमींदोज कर दिए। आरोपित कोर्ट में 25-25 साल की सजा सुनाई जाने के बाद भाग गए थे और बाद में दवाब बढ़ा तो सरेंडर कर दिया।

26. उत्तराखंड में अवैध कारोबारियों और नशा तस्करों पर चला सीएम धामी का बुलडोजर

23 दिसंबर 2022 को उधम सिंह नगर के पुलभट्टा थाना क्षेत्र में खालसा ढाबा संचालक बलदेव सिंह उर्फ काले को स्मैक की तस्करी करने में जेल भेज दिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी के ढाबे की जांच कराई। पता चला कि ढाबे का कुछ हिस्सा एनएच की जमीन पर अवैध अतिक्रमण कर बनाया गया है। अतिक्रमण की जमीन पर पुलिस ने बुलडोजर चलवा कर निर्माण ध्वस्त कर दिया।

27. डॉक्‍टर के हत्यारोपी की संपत्ति पर चला बुलडोजर 

सितंबर 2023 में यूपी के सुल्तानपुर में भूमि विवाद में एक चिकित्सक पर लाठी-डंडे से हमला कर क्रूरतापूर्वक हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मुख्य आरोपी पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया था। साथ ही प्रशासन ने उसके द्वारा किए गए अवैध कब्जे पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की।

28. जोधपुर में हत्या के आरोपित के घर पर चला बुलडोजर

राजस्थान में भाजपा की सरकार आने के बाद वहां भी बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है। 11 जनवरी को ही जोधपुर जिले के लांबा गांव में एक महिला की हत्या के आरोपित के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया है। आरोपित अनिल बिश्नोई का मकान चारागाह पर बना हुआ है। इसको लेकर ग्रामीणों ने प्रशासन से शिकायत की थी जिसके बाद अतिक्रमण हटाने को लेकर नोटिस दिया गया था।

29. आजमगढ़ में दोहरे हत्याकांड के आरोपी के घर चला बुलडोजर

सितंबर 2023 में आजमगढ़ में दुकान के विवाद में रशीद और उनके पुत्र शोएब की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में कपड़ा कारोबारी दिनेश गुप्ता उनके बेटों व उनकी पत्नी पर एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद पुलिस द्वारा आरोपियों के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई करते हुए पूरे मकान को ढहा दिया गया। इसके साथ ही 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

30. पार्क में लड़की के साथ हैवानियत करने वालों के घर पर चला बुलडोजर 

यूपी पुलिस ने हमीरपुर में सात लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया है। इन आरोपियों ने पार्क में दोस्तों के साथ घूमने आई लड़की के साथ हैवानियत की थी। इनके साथ कुछ और साथी भी थे जो फरार हैं। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार करके उन्हें जेल भेज दिया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार जिन आरोपियों के घर बुलडोजर चला है उन सभी ने अवैध तरीके से अतिक्रमण किया हुआ था, जिसे तोड़ा गया है।

इसके अलावा भी तमाम मीडिया रिपोर्ट्स हैं जो बताती हैं कि बुलडोजर की कार्रवाई गैरमुसलमानों के खिलाफ भी हुई है। लेकिन भारतीय राजनीति में एक नैरेटिव सेट करने की कोशिश की जा रही है कि मुसलमानों को सताया जा रहा है, वो इस देश में सुरक्षित नहीं हैं। इस तरह की सोच ने ही 1947 में भारत के विभाजन में अहम भूमिका निभाई थी। मुस्लिम लीग के नेता मोहम्मद अली जिन्ना ने इस बात का जमकर प्रचार-प्रसार किया कि स्वतंत्र भारत में मुसलमान सुरक्षित नहीं रहेगा। आज चुनिन्दा मामलों का जिक्र करते हुए उन्ही बातों को दोहराया जा रहा है।

बीते साल दिसम्बर माह में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कुकरैल नदी में कब्जाकर बसे अकबरनगर प्रथम एवं द्वितीय में धवस्तीकरण पर अंतरिम रोक लगा दी थी। इस मामले में इस बात को जमकर प्रसारित किया गया है कि यहाँ मुसलमानों पर बुलडोजर चल रहा है। एक्स पर सैय्यद उजमा परवीन ने लिखा, ‘यूपी की राजधानी लखनऊ अकबर नगर में 40 हज़ार मुसलमानो की बस्ती को आज उजाड़ा जा रहा हैं आज जब हमने पहुंच कर बुलडोज़र को रोकने की कोशिश करी तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दी’

जबकि कुकरैल नदी के क्षेत्र में मुसलमानों के साथ साथ हिंदुओ की बड़ी आबादी रहती है। असल में प्रदेश की सरकार लखनऊ की 27 सहायक नदियों में एक कुकरैल का मूल स्वरूप लौटना चाहती है। कुकरैल नदी प्राचीन है। यह सई नदी के पास से निकलती है। समय के साथ इसमें नाले खोल दिए गए। मूल नदी के तल में सिल्ट जमा होने से इसको जल देने वाले स्रोत बंद हो गए। लोग इसे नाला समझने लगे। अब सिल्ट सफाई कर इसकी मूल निर्मल जलधारा वापस लौटाई जाएगी। इसीलिए यहाँ से अतिक्रमण को हटाया जा रहा है।

साथ ही यूपी सरकार अकबरनगर प्रथम और द्वितीय के कुकरैल नदी के विस्थापितों को उचित मुआवजा भी दे रही है। 10 दिसम्बर 2023 को हिंदुस्तान पर प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक आवास के लिए विशेष पंजीकरण शिविर में 82 लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के फार्म लिये। इसमें अकबरनगर प्रथम की हसीन जहां, कुतुबुद्दीन बेग, लतीफ खान, अकबरनगर द्वितीय के मो. शफीक, मधु सोनकर, राम खिलावन, राजेश शिल्पकार, रमेश कुमार ने दस्तावेजों के साथ 5 हजार रुपये जमा कर आवास पंजीकरण कराया। कैम्प में आए 21 विस्थापितों ने डूडा आसरा आवास के लिए पंजीकरण कराया।

8 जनवरी 2024 की अमृत विचार की रिपोर्ट बताती है कि लखनऊ प्रशासन ने को आवास आवंटित करना भी शुरू कर दिया है। इसके लिए विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। वहीं 4 महीने पुरानी दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में भी यह बताया गया है कि अवैध बस्ती के कब्जेदारों को आवास मुहैया करवाए जाएंगे। इससे पता चलता है कि प्रशासन ने सभी समुदाय के विस्थापितों को आवास देने की प्रकिया पहले से ही शुरू कर दी थी।

इसके अलावा 20 दिसम्बर 2023 को अमर उजाला की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि अकबरनगर में कुकरैल रिवरफ्रंट के भीतर घुसकर अवैध तरीके से घर बनाने वालों में से 50 से अधिक परिवार पूर्व में ही प्रधानमंत्री आवास योजना में एलडीए से सस्ते में घर ले चुके हैं। इसके बाद भी अवैध रूप से बनाए घर खाली नहीं कर रहे। बस्ती के लोगों ने बताया कि एलडीए की शारदानगर योजना में डूडा के जरिये ये पीएम आवास आवंटित किए गए थे।

हालाँकि अक्सर यह आरोप भी लगता है कि भाजपा और उसकी सरकारें न्यायपालिका में विश्वास नहीं करती हैं। अगर कोई अपराधी है तो उसे अदालत सजा देगी। किसी बलात्कार, हत्या के मामलों में इस तरह से किसी के घर पर बुलडोजर चलाया जाएगा तो अदालतें क्या करेंगी। असल में भारत में किसी भी अपराध की सजा बुलडोजर नहीं है। मसलन उत्तर प्रदेश में बुलडोजर की कार्रवाई ‘उत्तर प्रदेश अर्बन प्लानिंग एंड डेवलपमेंट एक्ट 1973’ के तहत होती है। इस कानून की धारा 27 में प्रशासन को अवैध संपत्तियों को ढहाने का अधिकार मिला हुआ है। अगर किसी आरोपी ने कोई अवैध निर्माण करा रखा है, तो उसकी संपत्ति पर बुलडोजर चलाया जाता है।

लल्लनटॉप की रिपोर्ट में एक अधिकारी के मुताबिक इस तरह की कार्रवाई सांकेतिक होती है। समाज में एक संदेश देने के लिए, संदेश ये कि सरकार और प्रशासन कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर है। अपराध के प्रति उनका रुख कड़ा है हालांकि बुलडोजर से संपत्ति गिराने की कार्रवाई तब ही होती है, जब ये सुनिश्चित कर लिया जाता है कि निर्माण अवैध है। इस तरह की कार्रवाई का मुख्य मामले से संबंध नहीं होता। उसकी सुनवाई अलग चलती है।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक अगर अपराधी क्राइम करने के बाद लगातार फरार हो, पुलिस वॉरंट जारी होने के बाद भी वह सरेंडर ना कर रहा हो। तब प्रशासन दंड प्रक्रिया संहिता यानी CRPC के सेक्शन 83 के तहत उसकी संपत्ति पर कुर्की का आदेश देता है। एडवोकेट प्रिंस बताते हैं, ”CRPC के नियम के तहत केवल संपत्ति की कुर्की हो सकती है। कई बार क्रिमिनल लंबे समय तक फरार रहता है और उसे अपनी संपत्ति से मतलब नहीं होता। इस कंडीशन में प्रशासन कई बार बिल्डिंग डिमोलिश कर देता है।”

आसान शब्दों ऐसे समझिये कि प्रशासन बुलडोजर की कार्रवाई अवैध निर्माण के मामले में कर रहा है, यही वजह है कि जून 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी में बुलडोजर पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से कहा है कि कोई भी कार्रवाई नियम के दायरे में ही होनी चाहिए। संबंधित व्यक्ति को समय पर नोटिस और फिर उसका जवाब देने का अधिकार मिलना चाहिए।

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