सोशल मीडिया पर हिंदू विरोधी यूजर्स द्वारा एक वीडियो साझा किया जा रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि एक मंदिर में पंडितों के बीच चंदे के बंटवारे के लिए आपस में मारपीट हुई है। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ है।
कांग्रेस पार्टी के समर्थक मनीष कुमार एडवोकेट ने X पर लिखा, ‘मैं तो हमेशा कहता हूँ धर्म नही सिर्फ धंधा हैं। मन्दिर के चंदे” के बंटवारे को लेकर, पंडितो के बीच हुई हिंसक झड़प?‘
समाजवादी परहारी ने लिखा, ‘मन्दिर के चंदे” के बंटवारे को लेकर पंडितो के बीच हुई हिंसक झड़प? खाक ये “शांति – पाठ” करेंगे‘
अनिल गंगले ने लिखा, ‘ये पल्छु लाम के वंसज कहे जाने वाले क्यों लड़ रहे हैं? अगर कद्दू कट रहा हैं, तो इनमे हीं तो बाटने वाला हैं।‘
राष्ट्रीय जनता दल की समर्थक राजश्री यादव ने लिखा मन्दिर के चंदे” के बंटवारे को लेकर पंडितो के बीच हुई हिंसक झड़प? खाक ये “शांति – पाठ” करेंगे।‘
इसके अलावा, विधा, सपा समर्थक आर्या सिंह, और विनोद यादव ने पंडितों के बीच मारपीट का वीडियो चंदे X पर शेयर किया।
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वायरल वीडियो की जाँच के लिए हमने वीडियो के फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया, जिसके बाद हमें आजतक द्वारा प्रकाशित 18 जनवरी की रिपोर्ट मिली। आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु के कांचीपुरम शहर में स्थित वरदराज पेरूमाल मंदिर में धार्मिक जुलूस के दौरान भजन गाने को लेकर दो संप्रदायों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद मामला कोर्ट तक पहुंचा।
आजतक ने अपनी रिपोर्ट में आगे लिखा है, विवाद वडकलाई और थेंनकलाई दो ब्राह्मण संप्रदाय के बीच का है, जो सदियों पुराना है। ऐसे में आयोजनों के दौरान पवित्र भजन सबसे पहले किसे गाना चाहिए, इसे लेकर विवाद हमेशा रहा है।
इस मामले पर कौमुदी ऑनलाइन ने प्रकाश डालते हुए लिखा, ‘पिछले वर्ष के मई और जून में भी मंदिर में समान समस्याएं थीं। कांचीपुरम के वरदराज पेरुमल मंदिर, 108 वैष्णव दिव्य देसम के तहत आने वाला एक मंदिर है।
अठिगिरि वरदर वैभवम इस मंदिर का मुख्य परंपरा है जो हर 40 वर्ष में होती है, जिसमें भगवान विष्णु को उनकी नींद से जगाने का कार्य किया जाता है। उत्सव 48 दिन तक चलता है, इसके बाद इसे पानी में डाला जाता है और आगामी 40 वर्षों के लिए संग्रहित किया जाता है।
निष्कर्ष: तमिलनाडु के कांचीपुरम के वरदराज पेरूमाल मंदिर में पंडितों के बीच झड़प चंदे को लेकर नहीं, बल्कि दो ब्रह्मण संप्रदाय वडकलाई और थेंनकलाई के बीच भजन गाने के लिए हुआ था।
दावा | मंदिर के पुजारियों ने चंदे के बटवारे के लिए एक-दूसरे के साथ हाथापाई की। |
दावेदार | मनीष कुमार एडवोकेट, राजश्री यादव एवं अन्य |
फैक्ट चेक | गलत |
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