लोकसभा चुनाव का आगाज हो चुका है और दो चरणों का चुनाव भी संपन्न हो चुका है। इस दौरान सोशल मीडिया पर ईवीएम के खिलाफ दुष्प्रचार का सिलसिला जारी है। एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें भीड़ गुस्से में ईवीएम मशीन को तोड़ रही है। इस वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान जनता को ईवीएम के प्रति भारी गुस्सा है, जिसके कारण लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
कांग्रेस कार्यकर्ता महावीर जैन ने लिखा, ‘अब चुनाव मोदीजी का विपक्ष से नहीं आम जनता के साथ है अब मोदी को हटाने के लिए जनता खुद सड़कों पर है ये प्रदर्शन EVM को लेकर है जिसके बलबूते भाजपा 400 का सपना लेकर आगे बढ़ रही है बीच मे देश की जनता है आज देश का युवा बेरोजगार किसान महिलाये सब इस सरकार से दुखी है और वो जानती हैकि ये तानाशाही सरकार इतनी आसानी से ये सिहासन छोड़ने वालीं नहीं है इसलिए अब जनता खुद सड़कों पर आ गई है मेरे एक पत्रकार मित्र ने बोला भी था कि अगर ये सता में आ गए तो देश की जनता सड़कों पर होगी इनके खिलाफ वो अब दिखाई दे रहा है।‘
X के आलावा यह वीडियो यूट्यूब पर भी खूब शेयर किया जा रहा है। (लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3, लिंक 4)
दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट को रिवर्स सर्च किया। इस दैरान यह वीडियो हमें 10 मई 2023 को CNN News 18 के यूट्यूब चैनेल पर मिला। इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि कर्नाटक चुनाव 2023 में भीड़ ने विजयपुरा जिले में ईवीएम को नुकसान पहुंचाया और अधिकारी की कार पलट दी।
मामले की जांच के लिए इससे सम्बन्धित द हिंदू की 10 मई 2023 की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक के विजयपुरा जिले के मासाबिनाला गांव में विधानसभा चुनाव के दौरान एक भीड़ ने ईवीएम से भरी गाड़ी को पलट दिया और गाड़ी में रखे ईवीएम को तोड़फोड़ किया। रिपोर्ट में आगे लिखा है कि बवाल तब हुआ जब स्थानीय लोगों ने तीन अधिकारियों को दो ईवीएम्स को कार में रखते देखा। कार में अतिरिक्त ईवीए थीं, जो आपातकालीन स्थिति के लिए रखी गई थीं। लेकिन मतदाताओं को यह अनुभव हुआ कि अधिकारी मतदान प्रक्रिया पूरी करने से पहले ही ईवीएम मशीन को ले जा रहे थे। उन्होंने कार को पलटा दिया और ईवीएम को तोड़ दिया। पुलिस अधिकारी विजयमहंतेश दानामनवर ने मामले पर बयान देते हुए कहा, ‘मतदान प्रभावित नहीं हुआ। अतिरिक्त यूनिट्स को दूसरे बूथ में ले जाया जा रहा था। अधिकारियों ने मतदाताओं को एक स्पष्टीकरण दिया। जब लोग शांत हो गए, तो मतदान फिर से शुरू हो गया।’
इसके अतिरिक्त हमें आउटलुक द्वारा प्रकाशित 10 मई 2023 की रिपोर्ट मिली। उस रिपोर्ट में आउटलुक ने चुनाव आयोग का हवाला देते हुए लिखा, ‘कर्नाटक के विजयपुरा जिले में गांव वालों ने चुनाव अधिकारियों के साथ हाथापाई की, इस संदर्भ में पुलिस द्वारा 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।’ मामले की जांच को बढ़ाते हुए चुनाव आयोग ने इस मामले का स्पष्टीकरण दिया। कर्नाटक के चीफ इलेक्टोरल अफ़सर ने अपने 10 मई 2023 के ट्वीट में लिखा, ‘विजयपुरा जिले के बसवनबगेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र के मासाबिनाला गाँव में, गाँव वालों ने सेक्टर अधिकारी की गाड़ी को रोका जो कि आरक्षित ईवीएम्स को ले जा रही थी और 2 कंट्रोल यूनिट, 2 बलेट यूनिट, और 3 वीवीपीएट्स को नुकसान पहुंचाया। सेक्टर अधिकारी के साथ भी मारपीट की। 23 लोग गिरफ्तार किए गए।’
गौरतलब है कि चुनाव आयोग के सर्कुलर के मुताबिक, मतदान के दौरान चार तरह के ईवीएम का इस्तेमाल किया जाता है। पहली कैटेगरी A में वह ईवीएम शामिल हैं, जिनसे चुनाव कराया जा चुका है। दूसरी कैटेगरी B में वह मशीनें शामिल होती हैं, जिनसे मतदान हो चुका होता है, लेकिन वह खराब पाई गईं। कैटेगरी C में उन मशीनों को रखा जाता है, जो खराब हैं और मतदान में जिनका इस्तेमाल नहीं किया गया है, जबकि कैटेगरी D में वह मशीनें होती हैं, जो ठीक होती हैं और जिन्हें रिजर्व में रखा जाता है।
निष्कर्ष: यह वायरल वीडियो कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान मई 2023 का है। वायरल वीडियो में ईवीएम चुनाव अधिकारियों के वाहन में रखा रिजर्व ईवीएम था, जिसे ग्रामीणों ने इस गलतफहमी में आकर तोड़ दिया कि चुनाव खत्म होने से पहले ही अधिकारी मतदान केंद्र से ईवीएम को ले जा रहे हैं।
दावा | जनता ईवीएम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया |
दावेदार | सोशल मीडिया यूजर्स |
फैक्ट चेक | भ्रामक |
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