उत्तर प्रदेश के बलिया से हैरतअंगेज कर देने वाली घटना सामने आई जब कुछ महिलाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के बहार एक व्यक्ति की सरेआम पिटाई कर दी। महिलाओं द्वारा पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। दावा किया जा रहा है कि पीटने वाला व्यक्ति भाजपा नेता है, जिसने नौकरी व आवास देने के नाम पर महिलाओं के साथ ठगी की। हालांकि पड़ता में यह दावा भ्रामक निकला।
पत्रकार दिनेश कुमार ने एक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘बलिया में DM कार्यालय के सामने पिटे भाजपा के नेताजी, नौकरी और आवास देने के नाम पर ठगी का आरोप।’
मोहम्मद सरफराज ने लिखा, ‘बीजेपी विधायक का जबरदस्त पिटाई। सशक्त और जागरूक होती नारी शक्ति। बलिया में DM कार्यालय के सामने पिटे नेताजी, नौकरी और आवास देने के नाम पर ठगी का आरोप’
कांग्रेस समर्थक विनि ने लिखा, ‘बलिया में DM कार्यालय के सामने पिटे भाजपा के नेताजी, नौकरी और आवास देने के नाम पर ठगी का आरोप।’
वहीं शिवम यादव ने लिखा, ‘बलिया में DM कार्यालय के सामने पिटे नेताजी, नौकरी और आवास देने के नाम पर ठगी का आरोप। बताओ ये किस पार्टी का नेता होगा?’
पड़ताल में हमने सबसे पहले मामले से सम्बंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया तो हमें आजतक की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला बलिया कलक्ट्रेट परिसर का है। यहां घने कोहरे में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब महिलाओं ने एक शख्स को पीटा शुरू कर दिया। जिसकी पिटाई हुई उसका नाम कमलेश खरवार है, जो कि खरवार महासभा के यूथ विंग का प्रदेश अध्यक्ष है। महिलाओं का आरोप है कि उसने नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की है।
वहीं tv9 भारतवर्ष की रिपोर्ट में महिलाओं ने कहा कि नौकरी और घर देने के नाम पर युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष ने 10 लाख रुपये लिये हैं मगर, अब तक किसी को नौकरी नहीं दी और ना ही पैसे लौटाए। पीड़ितो ने दुख व्यक्त करते हुए कहा उन्होंने अपने जेवर बेचकर नौकरी और आवास के लिए दिए थे पैसे दिए थे। महिलाओं ने नेता के कार्यालय के बाहर ही विरोध प्रदर्शन किया और वहीं पर उनकी पिटाई भी कर दी।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि महिलाओं से धोखाधड़ी करने व पीटने वाला व्यक्ति खरवार महासभा के यूथ विंग का प्रदेश अध्यक्ष है। जिसे भाजपा नेता बताकर शेयर किया जा रहा है।
दावा | बलिया में DM कार्यालय के सामने महिलाओं से पिटे भाजपा नेता |
दावेदार | दिनेश कुमार, मोहम्मद सरफराज विनि व अन्य |
फैक्ट चेक | भ्रामक |
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