लोकसभा चुनाव को देखते हुए सोशल मीडिया पर आरक्षण को लेकर चर्चा तेज है। इसी क्रम में सोशल मीडिया पर पीएम मोदी का एक 54 सेकंड का वीडियो क्लिप वायरल है, इस वीडियो के साथ दावा है कि पीएम ने कहा कि वो ‘किसी आरक्षण को पसंद नहीं करते हैं हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह वीडियो एडिटेड है।
All India Parisangh ने X पर पीएम मोदी का वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘मोदी जी संसद से कहते हैं कि वो आरक्षण पसंद नही करते हैं ।” दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक समाज के लोगों आप खुद समझदार हैं। इस विडियो को देखें और शेयर करें ।अब आप को सोच समझकर वोट डालना होगा।‘
शैलेश वर्मा ने लिखा, ‘मोदी जी को गौर से सुनिए, मैं किसी भी आरछड़ को पसंद नही करता नौकरियों में बिल्कुल नही OBC, SC, ST को नौकरियों में आरक्षण मिला तो सरकारी काम का स्तर गिर जाएगा मैं आरक्षण का जन्म जात विरोधी रहा हूं।‘
कांग्रेस नेता धनंजय सिंह ठाकुर ने लिखा, ‘ मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता।‘
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वायरल वीडियो की पड़ताल करने के लिए हमने वीडियो का की- फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया जिसके बाद हमें संसद टीवी पर प्रसारित पीएम मोदी का 7 फरवरी का धन्यवाद प्रस्ताव को वीडियो मिला। वीडियो के 29 मिनट 30 सेकंड के बाद पीएम मोदी कहते हैं, ‘कांग्रेस पार्टी दलित ओबीसी एससी एसटी का जन्मजात उनकी सबसे बड़ी विरोधी रही है और मैं कभी कभी सोचता हूं अगर बाबा साहब ना होते ना तो शायद एससी एसटी को आरक्षण मिलता कि नहीं मिलता यह भी मेरे मन में सवाल होता है।
पीएम मोदी आगे कहते हैं, ‘आदरणीय सभापति जी और मैं यह कह रहा हूं इसके पीछे मेरे पास प्रमाण है। इनकी सोच आज से नहीं उस समय से ऐसी है मेरे पास प्रमाण है और प्रमाण के सिवा मैं यहां कहने के लिए नहीं आया। और जब बातें वहां से उठी है तो उनको तैयारी रखनी चाहिए उनको मेरा परिचय तो हो चुका है दस साल हो गए। एक बार और मैं इन दिनों आदरपूर्वक नेहरू जी को ज्यादा याद करता हूं क्योकि हमारे साथियों की अपेक्षा रहती हैं कि उनको बोलो। अब देखिए एक बार नेहरू जी ने एक चिट्ठी लिखी थी और यह चिट्ठी मुख्यमंत्रियों को लिखी थी, मैं उसका अनुवाद पढ़ रहा हूं। उन्होंने लिखा था यह देश के प्रधानमंत्री नेहरू जी द्वारा उस समय के देश के मुख्यमंत्रियों को लिखी गई चिट्ठी है। ओंन रिकॉर्ड है, मैं अनुवाद पढ़ता हूं। मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण को कतई नहीं। मैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दे जो दोयम दर्जे के तरफ ले जाए। यह पंडित नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को लिखी हुई चिट्ठी है और तब जाकर मैं कहता हूं यह जन्मजात इसके विरोधी है।’ पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘नेहरू जी कहते थे अगर एससी, एसटी ,ओबीसी को नौकरियों में आरक्षण मिला तो सरकारी काम का स्तर गिर जाएगा।‘
दावे की जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने मामले से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट सर्च किया, जिसके बाद हमें आजतक द्वारा प्रकाशित 7 फरवरी 2024 की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, ‘पीएम मोदी ने 27 जून 1961 को नेहरू द्वारा देश के मुख्यमंत्रियों को लिखी चिट्ठी का जिक्र किया था। इस चिट्ठी में नेहरू ने पिछड़े समूहों को जाति के आधार पर नौकरियों में आरक्षण की पैरवी ना कर उन्हें अच्छी शिक्षा देकर सशक्त करने पर जोर दिया था।’
निष्कर्ष: पड़ताल के बाद स्पष्ट होता है कि पीएम मोदी का आरक्षण के खिलाफ वीडियो एडिटेड है। असल वीडियो में पीएम मोदी कांग्रेस पार्टी के नेता और देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू द्वारा राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिखी गई चिट्ठी को पढ़ रहें थे, जिसमें नेहरू नौकरियों में मिल रहें आरक्षण के खिलाफ अपना रुख साफ कर रहें हैं।
दावा | पीएम मोदी एससी एसटी ओबीसी को मिल रहें आरक्षण के खिलाफ है |
दावेदार | कांग्रेस नेता एवं सोशल मीडिया यूजर्स |
फैक्ट चेक | गलत |
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