चुनाव आयोग ने आगामी लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। आम चुनाव 19 अप्रैल से 1 जून के बीच सात चरणों में होंगे। इस दौरान राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी अभियान शुरू कर दिया है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 मार्च को आंध्र प्रदेश में एक जनसभा में भाग लिया। वहीं अब सोशल मीडिया दावा किया जा रहा है कि उस दौरान प्रधानमंत्री ने भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करके आचार संहिता का उल्लंघन किया।
तृणमूल कांग्रेस से राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने X पर लिखा, ‘पीएम मोदी एक भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर में आंध्र प्रदेश में चुनावी रैली के लिए पहुंचते हैं। मॉडल आचार संहिता कल से प्रभावी हो गई है। चुनाव आयोग को हमें बताना चाहिए कि क्या भाजपा भारतीय वायुसेना को हेलीकॉप्टर का उपयोग के लिए भुगतान कर रही है और यदि हां, क्या सभी उम्मीदवार भाजपा की तरह भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर को किराये पर ले सकते हैं?’
तृणमूल सांसद साकेत गोखले ने आगे इस मामले पर चुनाव आयोग को पीएम मोदी के खिलाफ शिकायत पत्र लिखा।
कांग्रेस समर्थक भविका कपूर ने लिखा, ‘चुनाव की घोषणा के बाद, मोदी ने भाजपा के चुनाव प्रचार के लिए सरकारी संपत्ति, एक भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर का उपयोग क्यों किया? क्या उनके लिए MCC नियम अलग है?
ऋषि चौधरी ने X पर लिखा, ‘पीएम मोदी भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर से आंध्र प्रदेश में चुनावी रैली के लिए पहुंचे। आदर्श आचार संहिता कल लागू हो गई। चुनाव आयोग को बताना चाहिए कि क्या BJP हेलीकॉप्टर के इस्तेमाल के लिए भारतीय वायुसेना को भुगतान कर रही है और यदि हां, तो क्या सभी उम्मीदवार BJP की तरह भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर किराए पर ले सकते हैं। चुनाव आयोग को सख्ती से आचार संहिता का पालन करवाना चाहिए।’
श्री रमन ने लिखा, ‘प्रधानमंत्री मोदी भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर में आंध्र प्रदेश में एक चुनावी रैली के लिए आए हैं। चुनाव आचार संहिता कल से प्रभावी हो गई है। चुनाव आयोग को हमें बताना चाहिए कि क्या भाजपा भारतीय वायुसेना को हेलीकॉप्टर का उपयोग के लिए भुगतान कर रही है, और यदि हां, क्या सभी उम्मीदवार भाजपा की तरह भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर को किराये पर ले सकते हैं?‘
सिलिवा फ्रांसिस ने लिखा, ‘प्रधानमंत्री मोदी वाकई आचार संहिता का उल्लंघन करेंगे और चुनाव आयोग आसानी से दूसरी ओर देखेगा। भाजपा को चुनावी बोंड्स के माध्यम से पर्याप्त धन प्राप्त होने के बावजूद, वह भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर का क्यों उपयोग कर रहे हैं?‘
इसके अलावा यह दावा सरबजीत सिंह सैनी, आप नेता मदन मोहन राजोर, आप नेता तेजस चौहान और दीप ज्योति घोष ने किया।
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सोशल मीडिया पर इस वायरल दावे की जाँच के लिए हमने चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए “Compendium of Instructions on Model Code of Conduct 2024” को देखा। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार भारत के प्रधानमंत्री को भारतीय सेना के वायु विमान का उपयोग करने की अनुमति है। प्रधानमंत्री के अलावा, किसी अन्य मुख्यमंत्री या राजनेता को चुनावी कार्यकर्मों के लिए भारतीय सेना के विमान का उपयोग करने की अनुमति नहीं है। प्रधानमंत्री को यह छूट सुरक्षा कारणों के चलते दी जाती है।
चुनाव आयोग द्वारा प्रकाशित Compendium of Instructions on Model Code of Conduct 2024 के 117 पन्ने पर लिखा है, ‘चुनाव प्रक्रिया के दौरान राजनीतिक कार्यकर्ताओं द्वारा हवाई जहाजों का प्रयोग पूरे तरह से प्रतिबंधित है, जिसमें मुख्यमंत्री और मंत्रियों सहित अन्य राजनीतिक कार्यकर्ताओं शामिल हैं। केवल पद में बैठे प्रधानमंत्री के लिए छूट है। अन्य राजनीतिक कार्यकर्ताओं जिसमें मुख्यमंत्री भी शामिल हैं यदि आवश्यक हो, निजी हवाई जहाजों को किराए पर ले सकते हैं और उन्हें अपने राजनीतिक अभियान और अन्य चुनाव संबंधित गतिविधियों के लिए प्रयोग कर सकते हैं।”
पड़ताल में यह भी पता चलता है कि 10 अप्रैल, 2014 को भी चुनाव आयोग ने इस संबंध में एक आदेश जारी किया था। पीएम और SPG सुरक्षा प्राप्त अन्य व्यक्तियों को चुनाव के दौरान सरकारी वाहन का इस्तेमाल करने की छूट दी थी। चुनाव आयोग के 2014 वाले पत्र के प्वॉइंट 4 में लिखा है, ‘आयोग का निर्देश है कि, यहां उल्लिखित अपवादों के अधीन, चुनाव के दौरान प्रचार, चुनाव प्रचार या चुनाव संबंधी यात्रा के लिए आधिकारिक वाहनों के उपयोग पर पूर्ण और पूर्ण प्रतिबंध होगा।’ इसी निर्देश के प्वॉइंट 8 में लिखा है कि ‘प्रधानमंत्री और अन्य राजनीतिक हस्तियां’, ‘चरमपंथी और आतंकवादी गतिविधियों और उनके जीवन के खतरे को देखते हुए’ चुनाव के दौरान भी सरकारी वाहनों के उपयोग के हकदार हैं।
इसके अतिरिक्त, हमें चुनाव आयोग द्वारा जारी साल 2009 के एक पत्र मिला है। जिसके अनुसार, केवल प्रधानमंत्री को चुनावी कार्यों के लिए सेना के हेलीकॉप्टर और विमान का उपयोग करने पर छूट दी गई है।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि चुनावी रैली में भारतीय वायुसेना का विमान इस्तेमाल करना आचार संहिता का उल्लंघन नही है। भारत के प्रधानमंत्री को सुरक्षा कारणों से इसकी छूट मिली हुई है।
दावा | पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश के चिलकलुरिपेट में चुनावी रैली के लिए भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर का उपयोग करके आचार संहिता का उल्लंघन किया |
दावेदार | साकेत गोखले, भाविका कपूर, और ऋषि चौधरी |
फैक्ट चेक | गलत |
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