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गदर-2 फिल्म देखने के दौरान शराब पीने के कारण दो गुटों में हुआ मामूली विवाद को कट्टरपंथी काशिफ अरसलान ने दिया सांप्रदायिक रंग

गदर – 2 ने एक बार फिर से बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया है। दर्शकों के अंदर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। कहीं- कहीं अती उत्साह के कारण दर्शकों के बीच झड़प की भी खबरें आ रही है।  ऐसी ही एक वीडियो ट्वीट कर ट्विटर पर सुर्खियां बटोर रहा है। ट्वीट के साथ दावा किया जा रहा है गदर- 2 देखने के दौरान हिंदू धर्म के लोगों ने मुस्लिमों के ऊपर हमला कर दिया और साथ ही में आपितिजनक नारे भी लगाए।

कुख्यात कट्टरपंथी काशिफ अरसलान ने ट्वीट कर लिखा कि, “देहरादून- ग़दर 2 देखने के दौरान, “मुल्ले काटे जाएगें राम राम चिल्लाएगें” के नारे लगाए गए जब मुस्लमानों ने इसका विरोध किया तो हॉल में मौजूद लगभग सारे हिंदू लड़के उन्हें मारेने लगे।”

Source- Twitter

हालांकि काशिफ द्वारा साझा किया गया वीडियो में किसी के नारे या कुछ बोलने की आवाज़ सुनाई नहीं दे रहा है। बता दें कि, फिलहाल काशिफ ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है।

कुख्यात कट्टरपंथी काशिफ अरसलान की बातों को दोहराते हुए जैनब नामक ट्विटर यूजर ने भी ट्वीट किया।

OFI ने कई बार काशिफ अरसलान द्वारा फैलाए जा रहें जहर को फैलने से रोका है। ऐसे में हमारी जिम्मेवारी बनती है कि काशिफ जैसे अराजक तत्वों द्वारा किए जा रहें दावों का फैक्ट चेक करें!

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फैक्ट चेक

काशिफ द्वारा शेयर किया गए वीडियो का कीफ्रेम रिवर्स इमेज सर्च करने के पश्चात हमें जानकारी मिली की वायरल वीडियो देहरादून का है ही नहीं। 

उमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार कट्टरपंथियों द्वारा शेयर जा रहा वीडियो असल में उत्तरप्रदेश का जिला बागपत, नगर बड़ौत का है। उमर उजाला से बात करते हुए मल्टीप्लेक्स का मैनेजर सुधाकर ने बताया कि, “गदर-2 फिल्म के पहले ही दिन शनिवार को कुछ युवक शराब के नशे में धुत होकर फिल्म का शो देखने चले आए और अंदर हंगामा करने लगे।”

सुधाकर ने इस मामले पर आगे प्रकाश डालते हुए कहा  कि “उधर, दूसरे दर्शकों ने पहले उन्हे शांत रहने को कहा, मगर जब वह नहीं माने तो मारपीट शुरू हो गई। हालांकि जब तक मल्टीप्लेक्स के गार्ड अंदर पहुंचे, तब तक मामला शांत हो चुका था। उधर, इस मामले में कोतवाली में भी कोई तहरीर नहीं दी गई।”

Source- Amar Ujala

उमर उजाला द्वारा प्रकशित खबर को दैनिक जागरण के सब एडिटर विनय सक्सेना ने भी अपने ट्वीट से पुष्टि किया। 

विनय सक्सेना ने लिखा, “यूपी के बागपत में गदर-2 फिल्म देखने के दौरान थिएटर में ही दो युवकों के गुट में मारपीट हो गई। दोनों पक्षों के बीच जमकर लात-घूंसे चले। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल।”

ऊपर उल्लेख किए गए उमर उजाला की रिपोर्ट और विनय सक्सेना के ट्वीट से यह साबित होता है कि कट्टरपंथी काशिफ अरसलान ने एक बार फिर से फेक न्यूज़ फैला कर समाज में जहर बौने का कार्य किया है। अतः काशिफ अरसलान और जैनब द्वारा शेयर किया गया वीडियो असल में बागपत, बड़ौत का है। वीडियो में मार- पीट किसी धार्मिक कारण से नहीं बल्कि शराब पीकर कहासुनी की वजह से हुई है। तथा मामला गंभीर ना होने के कारण पुलिस को भी हस्तक्षेप करने की आवश्यकता नहीं पड़ी।

दावाकाशिफ अरसलान ने ट्वीट कर लिखा कि देहरादून में गदर 2 देखने के दौरान हिन्दुओं ने मुसलमान विरोधी नारे लगाए है। और फिर हिन्दुओं ने सिनेमा घर में बैठे मुस्लिमों के ऊपर हमला किया।
दावेदारकाशिफ अरसलान और अन्य कट्टरपंथी ट्विटर यूजर्स
फैक्ट चेकफर्जी

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Tags: Islamist फैक्ट चैक

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