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लोकसभा में अडानी से मोदी का रिश्ता पूछने पर नहीं गयी थी सदस्यता, राहुल गाँधी का दावा झूठा

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लोकसभा चुनाव के मध्यनजर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 11 अप्रैल को राजस्थान के जोधपुर में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि अडानी के मुद्दे पर बोलने की वजह से उनकी सदस्यता रद्द कर दी गई। उन्होंने कहा कि संसद में मैंने मोदी का अडानी से रिश्ता पूछा तो उन्होंने मेरी सदस्यता छीन ली। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।

न्यूज़ एजेंसी ANI ने एक्स पर राहुल गांधी के भाषण का वीडियो शेयर किया है। उन्होंने अपने भाषण में कहा, ‘कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “पीएम मोदी ने सारा लाभ एक ही व्यक्ति को दे दिया। मैंने संसद में इस बारे में बात की। जिसके बाद उन्होंने मेरी सदस्यता छीन ली। सुप्रीम कोर्ट ने मुझे दोबारा सांसद बनाया। मैंने तो यही पूछा था कि अडानी हर इंडस्ट्री में क्यों दिखते हैं… मैंने पीएम मोदी से पूछा कि उनका अडानी से क्या रिश्ता है? उन्होंने मेरी सदस्यता रद्द कर दी और मेरा घर ले लिया। उन्हें लगता है कि अगर वे मेरा घर ले लेंगे तो मैं चुप हो जाऊंगा। मैंने घर की चाबी सौंप दीं और कहा कि मुझे आपका घर नहीं चाहिए, मेरे पास भारत में करोड़ों घर हैं। मैं करोड़ों लोगों के दिलों में रहता हूं…”

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फैक्ट चेक

पड़ताल में हमे आज तक की बेवसाईट पर 7 फरवरी 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में राहुल गाँधी ने पीएम मोदी से अडानी पर रिश्ते का सवाल किया था। राहुल गांधी ने कहा कि युवा ये पूछ रहे थे कि अडानी की तरह स्टार्टअप शुरू करना है हमें भी क्योंकि अडानी जिस बिजनेस में हाथ डालते हैं, उसी में सफल हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि अडानी पहले दुनिया के अमीरों में 609वें नंबर पर थे लेकिन कौन सा जादू हुआ कि नौ साल में वह नंबर दो पर पहुंच गए। लोगों ने पूछा कि आखिर यह सफलता कैसे मिली? और इनका भारत के PM के साथ क्या रिश्ता है? राहुल ने कहा कि मैं बताता हूं कि यह रिश्ता काफी साल पहले शुरू हुआ, जब नरेंद्र मोदी गुजरात के CM थे। उन्होंने पीएम मोदी की एक पुरानी तस्वीर निकाली। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अडानी 2014 में दुनिया के अमीरों में 609वें नंबर से बहुत कम समय में दूसरे नंबर तक पहुंच गए। असली मैजिक तब शुरू हुआ जब मोदीजी दिल्ली आए।

जनसत्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी ने पहली बार सदन में मोदी सरकार पर अडानी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि “अडानी ग्रुप इतने बिजनेस में कैसे घुस गया, इतनी सफलता कैसे प्राप्त हुई? सबसे अहम बात अडानी का हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री के साथ कैसा और क्या रिश्ता है? इसके साथ ही राहुल गांधी ने जहाज में बैठे पीएम मोदी के साथ अडानी की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि यह सब पब्लिक में है।” हमें 7 फरवरी 2023 को ANI के एक्स हैंडल पर संसद में अडानी मामले पर राहुल गाँधी के भाषण का वीडियो मिला।

वहीं दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक राहुल गाँधी की सदस्यता मोदी सरनेम पर टिप्पणी करने के मामले में गयी थी। 11 अप्रैल 2019 को कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली के दौरान राहुल ने कहा था कि सभी चोरों का मोदी सरनेम कैसे हो सकता है। इसके बाद राहुल गाँधी के खिलाफ 13 अप्रैल 2019 कू बीजेपी विधायक ने केस दर्ज करवाया। इस मामले में उन्हें मोदी सरनेम के लोगों का अपमान करने का दोषी पाया गया। सूरत की एक अदालत ने 23 मार्च 2023 को राहुल गाँधी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी। अदालत के इस फैसले के बाद वायनाड से सांसद चुने गए राहुल को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहरा दिया गया था। हालांकि 4 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने राहुल की दोषसिद्धि पर रोक लगा दी थी। इसके बाद लोकसभा सचिवालय ने 7 अगस्त 2023 को उनकी सदस्यता बहाल कर दी थी।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि राहुल गाँधी की सदस्यता लोकसभा में अडानी से मोदी का रिश्ता पूछने पर नही गयी थी। असल में उनकी सदस्यता मोदी सरनेम पर टिप्पणी की वजह से गयी थी।

दावा लोकसभा में अडानी मामले में बोलने पर गयी थी राहुल गाँधी की सदस्यता
दावेदार राहुल गाँधी
फैक्ट चेक भ्रामक
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