सोशल मीडिया पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का एक बयान वायरल है। जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘आप भगवान हैं या नहीं, इसका फैसला खुद नहीं, लोगों को करने दें’। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने यह बयान पीएम मोदी के खिलाफ दिया है। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर लिखा, ‘ऐलान-ए-जंग है ये तो! RSS बनाम नरेंद्र मोदी’
सुरेंद्र राजपूत ने लिखा, ‘संघ प्रमुख का सीधा हमला nonबायोलॉजिकल पर!’
शिवकांत तिवारी ने लिखा, ‘लान-ए-जंग है ये तो! RSS बनाम नरेंद्र मोदी‘
बाबा लपेटू नाथ नाम के एक्स हैंडल ने लिखा, ‘भागवत को मोदी जी के बारे में ऐसा नहीं बोलना चाहिए’
वहीं विनय कुमार डोकानिया और संजीव सिंह ने भी यही दावा किया है।
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पड़ताल में हमने सम्बंधित कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया तो हिंदुस्तान की वेबसाइट पर 6 सितम्बर को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार, 5 सितंबर को शंकर दिनकर काणे के जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि यह लोग तय करते हैं कि कि कौन अच्छा काम कर रहा है या नहीं कर रहा, यह तय करना लोगों का काम है। उन्होंने कहा कि किसी को भी खुद को भगवान नहीं मानना चाहिए। यह फैसला तो लोगों को करने देना चाहिए कि वे किसी को क्या मानते हैं।
काणे को मणिपुर के विद्यार्थियों के लिए महाराष्ट्र में पढ़ने और ठहरने की व्यवस्था करने के लिए जाना जाता है। वह अपनी मृत्यु तक गरीब परिवारों से आने वालों बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था में जुटे रहे। मोहन भागवत ने भैयाजी काणे को याद करते हुए कहा, ‘हमें अपनी जिंदगी में जितना संभव हो, अच्छे काम करने चाहिए। हमें यह नहीं सोचना चाहिए कि हम चमकेंगे या फिर असफल रहेंगे। अपने काम से कोई भी स्मरणीय व्यक्तित्व बन सकता है। लेकिन हम उस स्तर तक पहुंचे हैं या नहीं। यह फैसला लोगों को करने देना चाहिए। खुद उसका आकलन नहीं करना चाहिए। हमें यह दावा नहीं करना चाहिए कि हम भगवान बन चुके हैं। भैयाजी काणे ने हमारे सामने यही आदर्श प्रस्तुत किए थे।’
दावा | ऐलान-ए-जंग है ये तो! RSS बनाम नरेंद्र मोदी। |
दावेदार | सुप्रिया श्रीनेत, सुरेन्द्र राजपूत, शिवकांत तिवारी व अन्य |
निष्कर्ष | मोहन भागवत ने पीएम मोदी के खिलाफ बयान नहीं दिया। उन्होंने शंकर दिनकर काणे के जन्मशताब्दी वर्ष पर उन्हें याद करते हुए यह बात कही है। |
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