धर्म

महाकुंभ में 5 लाख कंडोम बांटने की अखबार की कटिंग फर्जी है

प्रयागराज की पावन धरती पर महाकुंभ का शुभारंभ 13 जनवरी 2025 से हो चुका है। महाकुंभ के शुरू होने से कुछ दिन पहले से ही सोशल मीडिया पर हिंदू धर्म और सनातन परंपरा के साधु-संतों को बदनाम करने के उद्देश्य से अनर्गल टिप्पणियां और भ्रामक व झूठी खबरें साझा की जा रही हैं। इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि कुंभ मेले में यूपी सरकार पांच लाख कंडोम बांटेगी। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा पूरी तरह से फर्जी साबित हुआ है। 

प्रदन्या पावर ने अख़बार की कटिंग शेयर कर लिखा, ‘कुंभ मेले में कंडोम?…और वह भी सरकार प्रायोजित? क्या अध्यात्म में सब कुछ त्याग नहीं दिया जाता? यह आध्यात्मिकों का धार्मिक मेला है या आध्यात्मिक वासनापीड़ितों का?’


अविनाश सिंह ने लिखा, ‘महाकुंभ में कंडोम की क्या आवश्यकता है?’

सूर्या भान चौरसिया ने लिखा, ‘यूपी सरकार की उल्लेखनीय पहल पर नाज.’

X के आलावा इस दावे को इंस्टाग्राम पर भी शेयर किया गया है.

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फैक्ट चेक

पड़ताल में हमे इस सम्बन्ध में कोई विश्वसनीय मीडिया रिपोर्ट्स नहीं मिली। इसके बाद हमे पता चला कि यह खबर ‘आजाद सिपाही’ अखबार ने भी प्रकाशित की थी। हालाँकि अब इस लिंक को डिलीट कर दिया गया है लेकिन ‘Archive‘ में इसे अभी भी देखा जा सकता है।

इस खबर में लिखा है कि प्रयागराज में आयोजित होने वाले कुंभ मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस बार यूपी सरकार ने कुंभ को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरी तैयारी की है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस तैयारी का जायजा ले चुके हैं, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रोजाना उच्चस्तरीय समीक्षा कर रहे हैं। इसी के साथ, राज्य सरकार ने कुंभ मेले के दौरान पांच लाख कंडोम बांटने का फैसला किया है। स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। कुंभ मेला 14 जनवरी से औपचारिक रूप से शुरू होगा।

इसके बाद हमने सूचना निदेशक शिशिर सिंह से सम्पर्क किया। उन्होंने बताया कि यह कटिंग पुरानी है और फर्जी है। प्रयागराज के महाकुंभ में इस तरह का कोई भी आदेश प्रदेश सरकार ने नहीं दिया है। यह महाकुंभ को बदनाम करने की मंशा है।

दावाकुंभ मेले के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार ने पांच लाख कंडोम बांटने का फैसला किया है।
दावेदार सोशल मीडिया यूजर्स
निष्कर्षयह दावा आजाद सिपाही नामक अखबार और thevoices.in वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर के आधार पर किया गया था, जिसमें कहा गया था कि स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए निर्देश जारी किए गए हैं। हालांकि, आजाद सिपाही और thevoices.in के अलावा किसी भी विश्वसनीय मीडिया संस्थान ने इस खबर को प्रकाशित नहीं किया। जांच में यह दावा पूरी तरह से फर्जी पाया गया। प्रयागराज के सीएमओ एके श्रीवास्तव ने स्पष्ट किया कि शासन की ओर से ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है, क्योंकि यह एक धार्मिक आयोजन है।
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