सोशल मीडिया पर एक महिला साध्वी का वीडियो वायरल है। वीडियो में महिला साध्वी ने चोट के निशान दिखाते हुए सीएम योगी से साधू-संतों की सुरक्षा के लिए अपील कर रही हैं। महिला साध्वी ने मुस्लिम युवकों पर मंदिर के बाहर शराब पीने और मांस पकाकर खाने का विरोध करने पर घर में घुसकर जानलेवा हमला और अभद्रता करने का आरोप लगाया। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ।
अनुज अग्निहोत्री ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर कर लिखा, ‘बाराबंकी… कहां है हिंदुत्व के फर्जी ठेकेदार? छेड़छाड़ की, कपड़े फाड़े। धारदार हथियार से प्राइवेट जगहों पर हमला किया। वयावाह! हिंदूवादी सरकार में हिंदू मंदिर की महिला पुजारी के साथ इतनी बड़ा कृत्य? हिंदुत्व के नाम पर वोट लेनी बाली सरकार की हिंदू सुरक्षा देख लीजिए।’
बाराबंकी…
— Anuj Agnihotri Swatntra (@ASwatntra) November 23, 2024
कहां है हिंदुत्व के फर्जी ठेकेदार?
छेड़छाड़ की, कपड़े फाड़े।
धारदार हथियार से प्राइवेट जगहों पर हमला किया।
वयावाह! हिंदूवादी सरकार में हिंदू मंदिर की महिला पुजारी के साथ इतनी बड़ा कृत्य?
हिंदुत्व के नाम पर वोट लेनी बाली सरकार की हिंदू सुरक्षा देख लीजिए। pic.twitter.com/FOf4ye95Lc
पंकज धवरैया ने लिखा, ‘अत्याचार राक्षस करते है राक्षसों कॊ दंड हमेशा मिलता रहा है राक्षस किसी जाति धर्म का प्रतीक नहीं होता।@Uppolice कृपया आरोपियों पर तत्काल कार्यवाही करें ॥’
अत्याचार राक्षस करते है
— PankajDhavraiyya RspChief (@ChiefRspDhavrai) November 23, 2024
राक्षसों कॊ दंड हमेशा मिलता रहा है राक्षस किसी जाति धर्म का प्रतीक नहीं होता ॥@Uppolice कृपया आरोपियों पर तत्काल कार्यवाही करें ॥ pic.twitter.com/L6E2wTUZyk
यह भी पढ़ें: अमेठी में संजीव कुमार मिश्रा की हत्या ब्राह्मण होने की वजह से नहीं हुई है
फैक्ट चेक
दावे की पड़ताल में हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें दैनिक भास्कर की रिपोर्ट मिली। जिसके मुताबिक, पूरा मामला बाराबंकी के देवा कस्बे में रहने वाली साध्वी ज्योति से जुड़ा है। उसने 11 नवंबर को देवा पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि जब उसने मंदिर के पास भैंसे का मीट बनाकर खाने और शराब पीने का विरोध किया तो मुजीब, टिल्लू, जुनैद और दो अज्ञात युवकों ने मंदिर में घुसकर उसके कपड़े फाड़ दिए और धारदार हथियार से हमला कर दिया। लेकिन पुलिस जांच में महिला के सभी आरोप झूठे साबित हुए हैं। पुलिस के मुताबिक, साध्वी और मुस्लिम युवकों के बीच विवाद का असली कारण कुछ और ही था।
बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि मंदिर में घुसकर जानलेवा हमला करने और मंदिर के पास मीट बनाने की बात जांच में पूरी तरह फर्जी पाई गई है। साध्वी ज्योति के फैय्याज नामक युवक के साथ अच्छे संबंध थे। फैय्याज का देवा कस्बे के तीन युवकों, मुजीब, पिल्लू और जुनैद के साथ किसी पुराने मामले में विवाद चल रहा था। 11 नवंबर को इसी विवाद को लेकर साध्वी और फैय्याज जुनैद के घर गए, जहां जुनैद की पत्नी के साथ दोनों का वाद-विवाद हुआ। इसी दौरान जुनैद और उसके साथी बाहर आए और साध्वी के साथ कहासुनी हो गई। इसी बीच जुनैद भी अपनी पत्नी के समर्थन में उतर आया और उसके दो दोस्त भी वहां आ गए। तीनों का साध्वी से विवाद हो गया।
दावा | बाराबंकी में मीट बनाने का विरोध करने पर मुस्लिम युवकों ने साध्वी पर हमला किया। |
दावेदार | अनुज अग्निहोत्री और पंकज धवरैया |
निष्कर्ष | बाराबंकी में मंदिर के बाहर शराब पीने और मांस पकाकर खाने का विरोध करने पर महिला साध्वी से मारपीट का दावा गलत है। |