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Home धर्म दलित होने की वजह से अवधेश प्रसाद को राम मंदिर में पास से दर्शन न करने देने का दावा गलत है
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दलित होने की वजह से अवधेश प्रसाद को राम मंदिर में पास से दर्शन न करने देने का दावा गलत है

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अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद राम नवमी के मौके पर राम मंदिर दर्शन करने पहुंचे। सोशल मीडिया पर राम मंदिर में दर्शन करते हुए अवधेश प्रसाद का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में अवधेश प्रसाद मंदिर में बने स्टील के बैरिकेडिंग के पास खड़े होकर राम लला के दर्शन करते दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि दलित होने की वजह से अवधेश प्रसाद को राम मंदिर में पहले ही रोक दिया गया। उन्हें पास से रामलला के दर्शन नहीं करने दिया गया। हालंकि पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ।

सूर्य समाजवादी ने एक्स पर वीडियो शेयर कर लिखा, ‘अयोध्या के सांसद अवधेश जी प्रभु श्री राम के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे है लेकिन शायद दलित होने की वजह से उन्हें पहले ही रोक दिया गया इसलिए प्रभु राम ने बीजेपी को अयोध्या हरा दिया’

हिन्दुस्तान मेरी जान नाम के एक्स हैंडल ने लिखा, ‘रामनवमी के अवसर पर अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद जी प्रभु श्री राम के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे है । लेकिन शायद दलित होने की वजह से उन्हें पहले ही रोक दिया गया इसलिए प्रभु राम ने बीजेपी को अयोध्या हरा दिया और आगे भी हारते ही रहेंगे’

जय मंगल यादव ने लिखा, ‘आज रामनवमी पर योगी आदित्यनाथ और अयोध्या सांसद अवधेश जी प्रभु श्रीराम जी का दर्शन किए ! फ़र्क़ यह रहा दोनों लोगो में की योगी आदित्यनाथ अंदर से दर्शन करते हैं ! अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद जी बाहर से दर्शन करते है ! शायद दलित होने की वजह से उन्हें पहले ही रोक दिया गया जय श्री राम जी’

यह भी पढ़ें: सीतापुर में अंबेडकर-बुद्ध प्रतिमाएं हटाने को लेकर प्रदेश सरकार पर साज़िश का दावा भ्रामक है

फैक्ट चेक

इस दावे की पड़ताल में हमने अन्य राजनेताओं के मंदिर दर्शन की तस्वीरों को खंगाला। इस दौरान हमें राम मंदिर में दर्शन करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का एक वीडियो मिला। द्रौपदी मुर्मू ने 1 मई 2024 में रामलला के दर्शन किये थे। वीडियो में उन्हें रामलला की मूर्ति के एकदम पास खड़े होकर दर्शन करते हुए देखा जा सकता है।

बीजेपी नेता सुनील बंसल ने 11 मार्च को रामलला के दर्शन किए गए थे। सुनील बंसल ने इसकी तस्वीर अपने एक्स हैंडल पर शेयर की थीम इस तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि सुनील बंसल भी जीतन राम मांझी के तरह बैरिकेडिंग के पीछे खड़े हैं।

पड़ताल में आगे हमें राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की फेसबुक प्रोफाइल पर भी राम जन्म भूमि दर्शन की मिली। 11 मार्च 2024 को शेयर की गयी इन तस्वीरों में भी साफ देखा जा सकता है कि भजन लाल शर्मा ने भी बैरिकेडिंग के पीछे खड़े होकर रामलला के दर्शन किए।

Source: Facebook

वहीं 11 फरवरी 2024 को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ भगवान राम के दर्शन करने पहुंचे थे। उन्होंने ने अपने एक्स हैंडल से इसका एक वीडियो भी शेयर किया है। इस वीडियो में भी साफ देखा जा सकता है कि सीएम योगी समेत तमाम विधायक बैरिकेडिंग के पीछे बैठकर दर्शन कर रहे हैं।

अपनी पड़ताल में हमने बीजेपी नेता रीता बहुगुणा जोशीमनोज तिवारीमधु पाठकअवनीश पाठकविजय बहादुर पाठकसाधना सिंहभूपेश चौबेअनूप गुप्तापंडित दीपकमनीष परीकजितेन्द्र सिंह सेंगर समेत कई राजनेताओं की रामलला दर्शन की तस्वीरें मिली। इन तस्वीरों में तमाम राजनेता बैरिकेडिंग के पीछे ही नजर आ रहे हैं। साथ ही हमे जोगराम पटेल के एक्स हैंडल पर एक वीडियो भी मिला। इस वीडियो में तमाम लोग बैरिकेडिंग में लगकर ही राम लला के दर्शन कर रहे हैं।

इसके बाद हमने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की हेल्प डेस्क से सम्पर्क किया। उन्होंने हमे बताया कि ‘राम लला’ की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गयी। किसी को अलग से विशेष व्यवस्था नहीं की जाती और न ही किसी को बैरिकेडिंग लगाकर रोका जाता है। सभी को बैरिकेडिंग में लाईन में लगकर दर्शन होते हैं। इसके बाद हमने अभय सिंह की तस्वीर के सम्बन्ध में भी पूछा तो उन्होंने बताया कि जब श्रद्धालुओं की संख्या कम होती है तो लोग प्रतिमा के सामने आकर तस्वीर क्लिक कर लेते हैं। हालाँकि अभय सिंह भी राम लला के गर्भगृह के बाहर ही खड़े हुए हैं, ये नियम सभी के लिए समान है।

ट्रस्ट की ओर से हमे बताया गया है कि मंदिर में रोजाना प्रात काल: 4 बजकर 30 मिनट से 5 बजे तक मंगला आरती होती है। इसके बाद सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर श्रृंगार आरती होती है। वहीं दोपहर 12 बजे भोग आरती की जाती है। भोग आरती के बाद शाम में 7 बजकर 30 मिनट पर संध्या आरती की जाती है। आरती के वक्त बैरिकेडिंग को हटा दिया जाता है।

दावा दलित होने की वजह से सपा सांसद अवधेश प्रसाद को राम मंदिर में दूर से दर्शन करने दिया गया।
दावेदार सूर्य समाजवादी, जय मंगल यादव व अन्य
निष्कर्ष अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए किसी के साथ जातिगत भेदभाव नहीं होता है। ब्राह्मण, ठाकुर, वैश्य जाति के लोग भी बैरिकेडिंग के पीछे से दर्शन करते हैं।

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