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Home अन्य यूपी के झांसी में नाबालिग लड़की से गैंगरेप का दावा झूठा है
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यूपी के झांसी में नाबालिग लड़की से गैंगरेप का दावा झूठा है

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उत्तर प्रदेश के झांसी में एक नाबालिग लड़की से गैंगरेप का मामला सोशल मीडिया पर वायरल है। दावा किया जा रहा है कि नाबालिग से चलती कार में तीन युवकों ने रेप किया। अपहरण कर 4 घंटे तक कार में घुमाते रहे। इसके बाद पीड़िता को करीब 15 किमी दूर सड़क पर फेंककर फरार हो गए। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ।

सूर्य समाजवादी ने इस मामले पर एक्स पर लिखा, ‘झांसी में सोनू पंडित और मोनू पंडित ने नाबालिक लड़की का चलती कार में गैंगरेप किया मांग में सिंदूर भरा, लड़की को बेहोशी की हालत में छोड़कर चले गए, लड़की को जान से मारने की धमकी उम्मीद है योगी जी इनका भी नाम सदन में पढ़ेंगे’

यूपी कांग्रेस ने लिखा, ‘झांसी में एक नाबालिग बच्ची के साथ चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म किया गया। ताज्जुब कि बात यह है कि मामले की जानकारी होने पर दरोगा जी ने पीड़िता का मेडिकल कराने की बजाए उसे 6 घंटे थाने में बिठाकर रखा। इतना ही नहीं, दुष्कर्म पीड़िता के पिता को ही फर्जी नैतिकता का ज्ञान भी देने लगे। बाबा के राज में बलात्कारियों को नहीं बल्कि बलात्कार पीड़िता और उसके परिवार को सबक सिखाया जाता है। क्योंकि, यहां अंधेर नगरी है और यहां का राजा चौपट है। दिन भर प्रदेश के कोने-कोने से बलात्कार की घटनाएं आती ही रहती है लेकिन सत्ताभोगी बाबा, उनके मंत्री-विधायक और पुलिस को भ्रष्टाचार की कमाई खाने व सत्ता का सुख उठाने से फुर्सत ही कहाँ है, जो बेटियों और महिलाओं के दुःख-दर्द एवं सुरक्षा के बारे में सोचें?’

हारून खान ने लिखा, ‘यूपी के झांसी में चलती कार में नाबालिग से तीन लोगों ने किया गैंगरेप। रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचे पीड़िता के पिता से इंस्पेक्टर ने कहा, तुम अपनी बेटी को संभाल नहीं पा रहे हो।’

कांग्रेस नेता सुरेन्द्र राजपूत ने लिखा, ‘झांसी में नाबालिग से चलती कार में तीन युवकों ने रेप किया। अपहरण कर 4 घंटे तक कार में घुमाते रहे। गैंगरेप के बाद एक युवक ने उसकी मांग भर दी। इसके बाद पीड़िता को करीब 15 किमी दूर सड़क पर फेंककर फरार हो गए। रिपोर्ट दर्ज करवाने थाने पहुंचे पीड़िता के पिता से इंस्पेक्टर ने कहा- तुमसे तुम्हारी बेटी नहीं संभल रही है। मामला प्रेमनगर थाना क्षेत्र का है।’

सदफ आफरीन ने लिखा, ‘महिलाए कहीं भी सुरक्षित नहीं! हर दिन कहीं न कहीं बच्ची हो या महिला दरिंदगी का शिकार बनाई जा रही है! यूपी, झांसी शौच के लिए गई नाबालिग बच्ची को दरिंदो ने किडनेप कर के चलती कार में गैंगरेप किया, फिर बच्ची को हाइवे पर छोड़कर फरार हो गए! पीड़िता के परिवार वालों ने थाना में शिकायत दर्ज कराई! थाना प्रभारी लड़की के पिता के पास आए और कहने लगे– “तुम्हें लड़की को संभालना नहीं आता है” शर्मनाक!’

वहीं अश्विनी सोनी, काविश अजीज, निगर प्रवीन और INDIA नाम के एक्स हैंडल ने भी यही दावा किया है।

फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल के लिए हमने कुछ कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें 23 अगस्त को प्रकाशित दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली। जिसके मुताबिक झांसी में चलती कार में 17 साल की लड़की से गैंगरेप का मामला फर्जी निकला। लड़की बॉयफ्रेंड से शादी करने के लिए घर से भागी थी। लड़की ने 20 अगस्त की सुबह परिजनों से झगड़ा किया और भागकर शहर आ गई। यहां बॉयफ्रेंड के इंतजार में घूमती रही। सिंदूर, बिछिया और पायल खरीदी। खुद ही अपनी मांग में सिंदूर भर लिया, मगर बॉयफ्रेंड नहीं आया। 4 घंटे के बाद बुआ के घर पहुंची। करीब 12 घंटे तक उन्होंने पड़ोसियों को फंसाने और पैसे ऐंठने के लिए गैंगरेप की कहानी रची और पुलिस को गैंगरेप की सूचना दी और केस दर्ज कराया।

Source: Dainik Bhaskar

एसएसपी ने बताया कि लड़की एक युवक से बातचीत करती थी। वह उस युवक से शादी करना चाहती थी। इसलिए 20 अगस्त को घर से निकली थी। एक दुकान पर जाकर उसे कॉल लगाया। इसके बाद किला पर जाकर उसका इंतजार किया, मगर वो नहीं आया। तब वह घर न जाकर बुआ के घर पहुंची। वहां घर से जाने और गायब रहने का कारण नहीं बताया। मगर परिजन बार-बार दबाव बना रहे थे। इसलिए उसने सबकुछ बता दिया। तब बुआ फूलवती और उसके बेटे मनीष परिहार ने उसे समझाया कि यह तुम्हारे पड़ोसी सोनू भार्गव और मनीष पांडेय से पैसे वसूलने का सही मौका है। तब दोनों के खिलाफ गैंगरेप का केस लिखाने की साजिश रची गई। तीनों ने मिलकर केस दर्ज करवाया। लेकिन जांच में पीड़िता द्वारा बताई गई पूरी कहानी झूठी पाई गई। पीड़िता, उसकी बुआ फूलवती और उसके बेटे मनीष परिहार को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि झांसी में चलती कार में नाबालिग लड़की से गैंगरेप का दावा झूठा है। लड़की के साथ गैंगरेप की कोई घटना नहीं घटी है।

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