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फर्रुखाबाद में दो युवतियों से बलात्कार-हत्या का दावा झूठा है

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उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में बीते मंगलवार को दो युवतियों की मौत का मामला सामने आया था। 27 अगस्त की सुबह 18 वर्षीय युवती और उसकी 17 वर्षीय सहेली के शव गांव के बाहर एक पेड़ पर लटके मिले थे। यह मामला सामने आते ही सोशल मीडिया पर लड़कियों के साथ बलात्कार और हत्या का दावा किया जाने लगा। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ।

सपा नेता अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा, ‘फ़र्रूख़ाबाद में दो बालिकाओं की संदिग्ध मौत के मामले में भाजपा सरकार की चुप्पी विचलित करनेवाली है। शायद इसकी दोहरी वजह है, एक तो भाजपा का स्त्री विरोधी कुविचार व रवैया और दूसरा उनका दलित होना। समाजवादी पार्टी इस संदर्भ में एक प्रतिनिधिमंडल भेजकर सांत्वना के साथ-साथ इंसाफ़ के लिए आवाज़ उठाएगी। भाजपा सरकार से जनता को कोई भी उम्मीद शेष नहीं बची है। भाजपा जब भी महिलाओं के मुद्दे उठाती है तो उसके पीछे केवल और केवल राजनीतिक फ़ायदा होता है। इसीलिए वो विपक्ष शासित राज्यों में आवाज़ उठाती है लेकिन भाजपा शासित राज्यों में महिला-अपराधों के मामले में मुँह, आँख, कान और नैतिकता के सभी दरवाज़े बंद करके बैठ जाती है।’

सपा नेता आईपी सिंह ने लिखा, ‘फर्रूखाबाद यूपी में दिल दहला देने वाली वारदात हुई 2 युवतियों की निर्मम हत्या कर शव को एक ही फंदे से लटका दिया गया। एक ही दुपट्टे से दोनों का शव फंदे से लटकाया गया दोनों युवतियों की हत्या कर शव फांसी पर लटकाया गया। उनके साथ गैंगरेप होने की आंशका। आम के बाग में दोनों युवतियों के शव मिलने के दहशत जन्माष्टमी के मेले में शामिल होने दोनों साथ गई थीं। रात में युवतियां जब घर नहीं लौटीं तो परिजनों ने ढूढ़ना शुरू किया सुबह दोनों के शव मिले।’

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ध्रुव राठी पैरोडी ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश, फर्रुखाबाद में दोनों युवतियों की हत्या कर शवों को एक ही दुपट्टे से पेड़ पर लटका दिया गया। संभावना है कि दोनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। दोनों युवतियां जन्माष्टमी मेले में साथ-साथ गई थीं।’

फिल्म डायरेक्टर विनोद कापरी ने लिखा, ‘TRIGGER WARNING पहली तस्वीर, बदायूँ नवंबर, 2014 अखिलेश यादव मुख्यमंत्री। दूसरी तस्वीर, फ़र्रूख़ाबाद अगस्त , 2024 योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री पहली और दूसरी तस्वीर में फ़र्क़ ये है कि पहली तस्वीर के लिए @yadavakhilesh का इस्तीफ़ा माँगा गया, मीडिया ने अखिलेश की धज्जियाँ उड़ा दी। दूसरी तस्वीर के लिए एक भी न्यूज़ चैनल, एक भी एंकर, एक भी मालिक/संपादक की ना हैसियत है और ना औक़ात कि @myogiadityanath से इस्तीफ़ा माँग सके। 10 साल में यही बदलाव आया है ! नया उत्तरप्रदेश !!’

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, ‘आज उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में 2 लड़कियों के शव बगीचे में लटके मिले दोनों कल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिर गई थीं – वो घर वापस नहीं आयीं बटेंगे कटेंगे जैसी घटिया बयानबाज़ी से वक़्त मिले तो बेटियों को सुरक्षित कीजिए योगी जी’

चंद्रशेखर आजाद ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के कोतवाली कायमगंज क्षेत्र के भगौतीपुर गांव में दो दलित युवतियों के शव एक ही दुपट्टे से लटके हुए मिलने की घटना अकल्पनीय, असहनीय, अस्वीकार्य हैं। सीएम @myogiadityanath जी मामले की निष्पक्ष शीघ्र जांच कर सख्त कार्यवाही की जाएं।’

वहीं हारून खान और सूर्य समाजवादी ने भी युवतियों की हत्या का दावा किया है।

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल में हमें फतेगढ़ पुलिस के आधिकारिक एक हैंडल पर फर्रुखाबाद के एसपी आलोक प्रियदर्शी और मुख्य चिकित्साधिकारी ने एक वीडियो जारी कर बताया कि दोनों ही लड़कियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एंटी मॉर्टम हैंगिंग की बात निकल आई है, जिसका मतलब है कि मौत से पहले फांसी लगाई थी। वहीं लड़कियों से दुष्कर्म की कोई पुष्टि नहीं हुई है। इतना ही नहीं लड़कियों के शरीर में चोट का कोई निशान नहीं है।

अपनी जांच में आगे हमें अमर उजाला की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक लड़कियों के शव से एक मोबाइल और सिम बरामद मिला था। जांच में पता चला कि यह सिम दीपक के नाम पर है। दीपक और उसका साथी पवन दोनों लड़कियों से बात करते थे। 24 अप्रैल से ही दोनों सहेलियों की पहली बार युवकों से फोन पर बातचीत हुई थी। इसके बाद से बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। 15 मई को दीपक ने अपने नाम से सिम खरीदकर युवती को दिया था। दोनों सहेली चाचा व अन्य परिजनों का मोबाइल मांगकर दीपक के दिए हुए सिम को डालकर बात करती थीं। बात करने के बाद वह मोबाइल से डाटा डिलीट कर देतीं थीं। कुछ समय पहले सहेलियों के परिजनों को इसकी जानकारी हो गई। ऐसे में दोनों सहेली पवन व दीपक से दूरी बनाने की बात कह रही थीं। पवन व दीपक उनसे मिलने व बात करने का दबाव बना रहे थे। जन्माष्टमी की रात को भी पवन व दीपक ने मोबाइल पर बात कर मिलने का दबाव बनाया था। इससे परेशान होकर दोनों सहेलियों ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती के पिता की तहरीर पर पुलिस ने दोनों युवकों पर पुत्री और उसकी सहेली को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शुक्रवार को पवन व दीपक को कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि दोनों लड़कियों ने प्रेम संबंध बरकरार रखने के दबाव में दोनों सहेलियों ने आत्महत्या की है। लड़कियों से रेप व हत्या का दावा झूठा है।

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