सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश में रेप के वीडियो 50 से 150 रुपये तक बेचे जा रहे हैं। इस दावे को साझा करते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा जा रहा है। हालांकि हमारी जांच में यह दावा भ्रामक साबित हुआ है।
सपा नेता लौटन राम निषाद ने लिखा, ‘बेरोजगार बैठे हिंदू सनातनी छोरों की कमाई का नया जरिया।रेप करो,वीडियो बनाओ और बेच दो। यही यूपी का राम राज्य है। गोबरपट्टी के राज्यों में हिंदू छपरियों की एक पूरी पीढ़ी बाप की कमाई पर टाइमपास की आदी हो चली है। न काम–धंधा,न नौकरी। रील बनाने से ज्यादा मेहनत और कुशलता उसे वायरल करने में लगती है। तभी पैसे आते हैं। रेप का वीडियो बनाना ज्यादा आसान है। यह आग आपके घर को भी लपेट में ले सकती है। लेकिन आपको क्या? आप तो कुंभ में नहाने की तैयारी करो।और नारीवादियों। डूब मरो।’
IWC women ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश में रेप के वीडियो ₹100 में बेचे जा रहे हैं. भाजपा समर्थकों को इसमें सुकून मिलना चाहिए क्योंकि उन्होंने ही इसे सत्ता में लाने के लिए वोट दिया है।आप अपनी अंतरात्मा का सामना कैसे करते हैं?’.
इसके अलावा इस दावे को शार्क, चीकू, इस्वागुरू, लिबरल अभिलाषा और डाक्टर सुंदरावल्ली ने शेयर किया.
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वायरल दावे की सच्चाई जांचने के लिए हमने अखबार की कटिंग में लिखी हेडलाइन को गूगल पर खोजा। इस खोज में टाइम्स ऑफ इंडिया की 4 अगस्त 2016 की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश में हर दिन पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे सैकड़ों, शायद हजारों रेप के वीडियो खुलेआम बेचे जा रहे थे। इन वीडियो की अवधि 30 सेकंड से लेकर 5 मिनट तक होती थी, और उनकी कीमत 50 रुपये से 150 रुपये के बीच होती थी।
इसके अलावा, हमें हिंदुस्तान टाइम्स की 5 अगस्त 2016 की एक रिपोर्ट भी मिली, जिसमें बताया गया कि यूपी में गैंगरेप के वीडियो दुकानों पर खुलेआम बेचे जा रहे थे, जिनकी कीमत 50 से 150 रुपये तक थी। इस खबर के सामने आने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ लोगों में नाराज़गी बढ़ गई थी।
गौरतलब है कि 2012 से मार्च 2017 तक उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे।
दावा | उत्तर प्रदेश में रेप के वीडियो 50 से 150 रुपये के बीच बेचे जा रहे हैं। |
दावेदार | लौटन राम निषाद और अन्य। |
निष्कर्ष | यह वायरल खबर अगस्त 2016 की है, जब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी। |
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