गुजरात में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में छात्रों के खराब प्रदर्शन की खबर का एक स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल है। दावा किया जा रहा है कि गुजरात में 157 स्कूलों में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में एक भी छात्र पास नहीं हुआ। हालंकि हमारी पड़ताल में यह भ्रामक साबित हुआ।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा, ‘गुजरात मॉडल ही फ़ेल हो गया… गुजरात में 157 स्कूलों में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में एक भी छात्र पास नहीं हुआ। भाजपा हटाएंगे, भविष्य बचाएंगे!’
गुजरात मॉडल ही फ़ेल हो गया… गुजरात में 157 स्कूलों में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में एक भी छात्र पास नहीं हुआ।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 12, 2025
भाजपा हटाएंगे, भविष्य बचाएंगे! pic.twitter.com/koGFpTfwuS
आप नेता अरविंद केजरीवाल ने लिखा, ‘ये गुजरात मॉडल है। ये बीजेपी मॉडल है जो ये पूरे देश में लागू करना चाहते हैं। ये डबल इंजन मॉडल है। पूरे देश को ये अनपढ़ रखना चाहते हैं। आप मुझे एक राज्य बता दीजिए जहाँ इनकी सरकार हो और इन्होंने वहाँ शिक्षा का कबाड़ा ना किया हो। इसी मॉडल के तहत अब ये दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था को भी ध्वस्त करने में लगे हैं’
ये गुजरात मॉडल है। ये बीजेपी मॉडल है जो ये पूरे देश में लागू करना चाहते हैं। ये डबल इंजन मॉडल है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 13, 2025
पूरे देश को ये अनपढ़ रखना चाहते हैं। आप मुझे एक राज्य बता दीजिए जहाँ इनकी सरकार हो और इन्होंने वहाँ शिक्षा का कबाड़ा ना किया हो।
इसी मॉडल के तहत अब ये दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था… https://t.co/idza3RVeCu
निघत अब्बास ने लिखा, ‘ये है गुजरात मॉडल – जिसे बीजेपी ने बड़े गर्व से पैक करके पूरे देश में बेचा है। और अब देखिए असर – 157 स्कूल ऐसे निकले जहां एक भी बच्चा दसवीं पास नहीं हुआ। यानी पूरा बैच गोल! कहीं ऐसा तो नहीं कि पाठ्यक्रम में ‘विकास’, ‘संघर्ष’, ‘धर्म’, ‘मोदी जी की जीवनी’ तो पढ़ा दिया, लेकिन गणित, विज्ञान और इतिहास रह ही गया? अब सरकार कहेगी – देखिए, ये सब बच्चों का ‘संस्कार’ है, नंबर की क्या जरूरत? और जब सवाल उठेगा तो कहेंगे – ‘मुद्दा ये नहीं कि बच्चा फेल हुआ… मुद्दा ये है कि उसका धर्म क्या था!’ क्योंकि अगर इन बच्चों का नाम राहुल, अली, या जॉन हो – सब फेल ही निकले, और बीजेपी कोई जादू की छड़ी तो नहीं रखती जो एक धर्म के बच्चों को गुपचुप 33 नंबर देकर पास करा दे।’
ये है गुजरात मॉडल – जिसे बीजेपी ने बड़े गर्व से पैक करके पूरे देश में बेचा है। और अब देखिए असर – 157 स्कूल ऐसे निकले जहां एक भी बच्चा दसवीं पास नहीं हुआ। यानी पूरा बैच गोल!
— Nighat Abbass
कहीं ऐसा तो नहीं कि पाठ्यक्रम में ‘विकास’, ‘संघर्ष’, ‘धर्म’, ‘मोदी जी की जीवनी’ तो पढ़ा दिया, लेकिन गणित,… pic.twitter.com/MH9e37Zqpu(@abbas_nighat) April 13, 2025
जनक केसरिया ने लिखा, ‘गुजरात मॉडल ही फ़ेल हो गया… गुजरात में 157 स्कूलों में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में एक भी छात्र पास नहीं हुआ।’
गुजरात मॉडल ही फ़ेल हो गया… गुजरात में 157 स्कूलों में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में एक भी छात्र पास नहीं हुआ।#GujratModel pic.twitter.com/aGraLUXcZW
— Janak Keshriya (@jskeshriya) April 13, 2025
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फैक्ट चेक
दावे की जांच के लिए हमने मामले से संबंधित कीवर्ड्स की मदद से गूगल पर सर्च किया। इस दौरान हमें DNA की वायरल रिपोर्ट 25 मई 2023 को प्रकाशित मिली। जिससे स्पष्ट हुआ कि यह खबर लगभग 2 साल पुरानी है।

पड़ताल में आगे हमने DNA की रिपोर्ट की गहनता से जांच की। DNA ने रिपोर्ट के उपशीर्षक में लिखा है कि ‘गुजरात बोर्ड कक्षा 10 के परिणाम: परीक्षा देने वाले 165690 छात्रों में से केवल 27446 ही पास हुए।’ वहीं रिपोर्ट में नीचे कहा गया है कि, ‘गुजरात बोर्ड के कक्षा 10 में कुल 64.62 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं।’ जो मैथमेटिकल रूप से गलत है। क्योंकि अगर 165690 छात्रों में से केवल 27446 ही पास हुए होते, तो पासिंग प्रतिशत लगभग 16% होती।

पड़ताल में आगे हमें इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट मिली, जिसमें सही ढंग से आकड़ों को दिखाया गया है। इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि 73,4898 नियमित छात्रों में से 47,4893 ने मार्च में आयोजित कक्षा 10 की परीक्षा उत्तीर्ण की। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि “गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (जीएसएचएसईबी) के गुरुवार को घोषित कक्षा 10 के परिणाम में 64.62 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए।” यदि हम इस डेटा की मैथमेटिकल रूप से जांच करें तो पाएंगे कि छात्रों का पासिंग परसेंटेज ठीक 64.62% है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में आगे यह भी बताया गया है कि 100 प्रतिशत उत्तीर्ण प्रतिशत वाले स्कूलों की संख्या पिछले वर्ष के 294 से घटकर इस वर्ष 272 हो गई, जबकि एक भी परीक्षा पास नहीं करने वाले स्कूलों की संख्या एक वर्ष के भीतर 121 से बढ़कर 157 हो गई। जिससे स्पष्ट है कि DNA ने अपनी रिपोर्ट को सनसनीखेज बनाने के लिए केवल 157 स्कूलों में एक भी छात्र के पास न होने की बात बताई है। वहीं 272 स्कूलों द्वारा 100% परिणाम हासिल करने की बात को नजरअंदाज किया है। DNA की इस खबर का स्क्रीनशॉट पहले भी वायरल हो चूका है। उस समय भी हमने इस दावे का फैक्ट चेक किया था।
दावा | गुजरात में 157 स्कूलों में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में एक भी छात्र पास नहीं हुआ। |
दावेदार | अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल व अन्य |
निष्कर्ष | गुजरात में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में छात्रों के ख़राब प्रदर्शन की खबर साल 2023 की है। DNA की रिपोर्ट में 157 स्कूलों में एक भी छात्र के पास न होने दावा अधूरा है। 272 स्कूलों में सभी छात्र पास हुए, जो DNA ने नहीं बताया। |