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‘बीजेपी को RSS की जरूरत नहीं हैं…’, जेपी नड्डा का वायरल बयान एडिटेड है

लोकसभा चुनाव के मद्देनजर, तमाम नेता अखबारों और टीवी चैनलों पर अपने इंटरव्यू दे रहे हैं। इसी क्रम में, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हाल ही में द इंडियन एक्सप्रेस को अपना इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में जेपी नड्डा ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय दी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बीच के संबंध पर उनकी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। वामपंथी पत्रकारों और विपक्षी दलों का दावा है कि जेपी नड्डा ने कहा है कि अब बीजेपी को आरएसएस की जरूरत नहीं है।

वामपंथी पत्रकार रवीश कुमार ने X पर लिखा, ‘RSS की ज़रूरत नहीं है ? इतनी बड़ी हो गई बीजेपी। पन्ना प्रमुख का काम तो प्रचारकों के लिए रखना चाहिए। आत्म विश्वास तो ग़ज़ब का है।‘

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा, ‘आज सुबह BJP के एक बड़े नेता एयरपोर्ट लाउंज में मिल गए, बात बात में बोले नड्डा के बयान से पार्टी और RSS में सिर फ़ुटव्वल मच गई है। दो दिन पहले नड्डा जी ने कहा था कि अब BJP सक्षम है उन्हें RSS की ज़रूरत नहीं। फिर याद आया, टीवी पर यह खबर ख़ास दिखी नहीं – तो कितने डिबेट हुए इस पर?‘

वामपंथी पत्रकार दयाशंकर मिश्रा ने लिखा, ‘अब RSS की ज़रूरत नहीं ! RSS बीजेपी की आत्मा है।पहली बार शरीर ने आत्मा से बाहर होने का दावा किया है।देखना है,जेपी नड्डा कब इंटरव्यू का खंडन करेंगे। केवल 30 सेकेंड की टिप्पणी।‘

मीडिया संस्थान दैनिक भास्कर ने लिखा, ‘जेपी नड्डा ने कहा- पहले हमें RSS की जरूरत थी, लेकिन आज भाजपा सक्षम है, आज पार्टी अपने आप को चला रही है।‘ भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक नड्डा से सवाल पूछा गया कि पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय और अब के बीच RSS की स्थिति कैसे बदली है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि शुरू में हम अक्षम होंगे। थोड़ा कम होंगे। तब RSS की जरूरत पड़ती थी। आज हम बढ़ गए हैं और सक्षम हैं तो BJP अपने आप को चलाती है। यही अंतर है।

इस्लामिस्ट सदफ अफरीन ने लिखा, ‘BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा ने कहा–”पार्टी लगातार बढ़ रही है और अब यह उस स्थिति से विकसित हो चुकी है, जहां उसे RSS की जरूरत थी!अब बीजेपी अपने दम पर सक्षम है, अपना काम खुद चलाती है, अब पार्टी को RSS की कोई जरूरत नही” “काशी–मथुरा मे मंदिर बनाने का कोई प्लान नहीं है हमारा’

ऑनलाइन मीडिया पोर्टल लल्लनपोस्ट ने लिखा, ‘पहले हमें RSS की जरूरत थी, लेकिन आज भाजपा सक्षम है, आज पार्टी अपने आप को चला रही है। : जेपी नड्डा, भाजपा अध्यक्ष‘

कांग्रेस नेता डाक्टर अरुणेश कुमार यादव ने लिखा, ‘नड्डा जी के हिसाब से अब BJ Party को RSS की जरूरत नहीं है, अब RSS वाले अपना बोरिया बिस्तर समेटे और निकल ले!!‘

भरत सिंह दिवाकर ने लिखा,‘जेपी नड्डाजी, आप बिल्ली पालें, कुत्ता पालें लेकिन ये गलतफहमी न पालें की BJP को RSS की जरूरत नहीं है। BJP का वजूद संघ से शुरू होता है और संघ पर खत्म होता है। ये आपका अहंकार है या बड़बोलापन, मगर आपकी ये सोच BJP को एक दिन मिट्टी में मिला देगी। @RSSorg है तो आप हैं, याद रखिएगा।‘

कांग्रेस नेता रवि बोसराजू ने लिखा, ‘हमें आरएसएस की जरूरत नहीं है; हम अपने मामलों को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं, यह दावा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया। इस बयान पर आरएसएस की प्रतिक्रिया जानने की उत्सुकता है, जो अहंकार से भरा हुआ है। बीजेपी के लिए अपने ही मूल को छोड़ना स्वाभाविक है।‘

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल करने के लिए हमने जेपी नड्डा द्वारा दी गई द इंडियन एक्सप्रेस की इंटरव्यू को पढ़ा। 18 मई 2024 को प्रकाशित इंटरव्यू में द इंडियन एक्सप्रेस ने बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष से पूछा, ‘बीजेपी पिछले 10 वर्षों से सत्ता में है, और आरएसएस आपकी वैचारिक माता-पिता है। अब आप मजबूत हैं और देशभर में आपका व्यापक नेटवर्क है। बीजेपी-आरएसएस के बीच अब स्थिति क्या है? हमें सरकार में आरएसएस की अधिक उपस्थिति नहीं दिखती, और न ही यह नीतियों में नजर आती है, जैसा कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में देखा गया था।‘

इस पर जेपी नड्डा ने जवाब देते हुए कहा, ‘देखिए, हमने भी प्रगति की है। हर किसी का अपना-अपना काम है। आरएसएस एक सांस्कृतिक संगठन है और हम एक राजनीतिक संगठन हैं। शुरुआत में हम अक्षम होंगे, थोड़े कम होंगे, आरएसएस की जरूरत पड़ती थी… आज हम बढ़ गए हैं, सक्षम हैं… तो बीजेपी खुद को चलाती है। यही अंतर है।‘

जेपी नड्डा के इस जवाब के बाद ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ ने उनसे आगे पूछा, ‘तो आप यह नहीं मानते कि आपको अपनी राजनीतिक गतिविधियों में आरएसएस की जरूरत है?‘ इस सवाल का जवाब देते हुए जेपी नड्डा ने कहा, ‘जरूरत का सवाल नहीं है। वह (आरएसएस) एक वैचारिक मोर्चा है। आरएसएस वैचारिक रूप से अपना काम करता है, और हम अपना। आरएसएस और बीजेपी के कार्यक्षेत्र बहुत स्पष्ट रूप से स्थापित हैं। आरएसएस को सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दों पर काम करने का सौ वर्षों का अनुभव है। उन्होंने भारत के सभी हिस्सों में व्यापक रूप से काम किया है। बीजेपी एक राजनीतिक पार्टी है जो भारत को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए काम कर रही है। हमारे कार्यकर्ताओं के बल पर, हम 140 करोड़ भारतीयों की पसंद के रूप में उभरे हैं। आरएसएस और बीजेपी दोनों अपनी-अपनी क्षमताओं के अनुसार अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। दोनों संगठनों के बीच एक-दूसरे के प्रति गहरा सम्मान है। मीडिया में कुछ लोग आरएसएस-बीजेपी संबंधों पर अटकलें लगाते हैं और कॉन्सपिरेसी थेओरी और अफ़वाह फैलाते हैं। वास्तविकता यह है कि दोनों संगठनों का एक समृद्ध इतिहास है जिसमें वे राष्ट्र प्रथम की भावना से प्रेरित होकर साथ काम करते हैं।‘

निष्कर्ष: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का एडिटेड बयान वायरल है। जेपी नड्डा ने कभी नहीं कहा कि बीजेपी को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जरूरत नहीं है। जेपी नड्डा ने कहा कि संघ एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन है और बीजेपी एक राजनीतिक संगठन है। दोनों के कर्तव्य अलग-अलग हैं। दोनों संगठन एक-दूसरे का बहुत सम्मान करते हैं और भारत की प्रगति के लिए काम कर रहे हैं।

दावाजेपी नड्डा ने कहा, बीजेपी को अब आरएसएस की जरूरत नहीं है
दावेदाररवीश कुमार एवं अन्य वामपंथी पत्रकार और कांग्रेस नेता
फैक्ट चेकभ्रामक

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Tags: BJP government Congress Misleading

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