सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें झड़प का दृश्य देखा जा सकता है। इसके साथ दावा किया जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव के बारें में आपत्तिजनक कमेन्ट करने वाले अयोध्या के महंत राजू दास की पिटाई कर दी गयी है। हालांकि हमारी जांच-पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ है।
यूथ आर्मी ने लिखा, ‘राजू दास बाबा नही भेड़िया है जो ओबीसी, एससी, एसटी समाज से नफरत करता है। लखनऊ में स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों ने इसकी खूब पिटाई की थी ! यादव समाज के नेताओ और समर्थको से बढ़िया तो स्वामी प्रसाद की के समर्थक है ।इसने पूर्व मुख्यमंत्री श्री मुलायम सिंह जी का अपमान किया है उनको गाली दी है , यूपी पुलिस इस गली बज इंसान को गिरफ्तार करें !’
सपा नेता जय सिंह यादव ने लिखा, ‘सुना है श्रद्धेय नेता जी मुलायम सिंह यादव जी को अपशब्द कहने वाले अयोध्या महंत राजूदास अयोध्या जमकर कूट दिए गए…’
इसके अलावा इस दावे को अखिलेश यादव और विश्वजीत यादव ने भी शेयर किया.
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पड़ताल में पता चला कि अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने महाकुंभ में लगी सपा संस्थापक मुलायस सिंह यादव की प्रतिमा को लेकर आपत्तिजनक कमेन्ट किया है। इसके बाद से ही समाजवादी पार्टी के कार्यकर्त्ता राजू दास के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे हैं।
इसके बाद हमने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने वीडियो का की फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया। जिसके बाद हमें न्यूज़ 18 पर प्रसारित 16 फरवरी 2023 की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य और महंत राजू दास आमने-सामने आ गए थे। दोनों के बीच बहस बढ़कर विवाद में बदल गई, जो हाथापाई तक पहुंच गया।
इसके अलावा, इंडिया डॉट कॉम द्वारा प्रकाशित 15 फरवरी 2023 की रिपोर्ट में बताया गया कि समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास के बीच लखनऊ के एक फाइव-स्टार होटल की लॉबी में भिड़ंत हो गई। दोनों एक टीवी चैनल द्वारा आयोजित सम्मेलन में भाग लेने आए थे। बहस इतनी बढ़ गई कि यह हाथापाई में बदल गई। बाद में सुरक्षाकर्मियों ने दोनों को अलग किया।महंत राजू दास ने बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद उनके सिर पर इनाम की घोषणा की थी, जिसके बाद उनके समर्थकों ने हमला किया।
गौरतलब है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस को लोग नहीं पढ़ते और यह तुलसीदास द्वारा अपनी खुशी के लिए लिखा गया ‘बकवास’ ग्रंथ है। इस बयान के कारण उनके खिलाफ कई जगहों पर FIR दर्ज की गई है।
दावा | हाल ही में स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों ने महंत राजू दास को पीटा। |
दावेदार | सोशल मीडिया यूजर्स |
निष्कर्ष | यह घटना हाल की नहीं, बल्कि फरवरी 2023 की है। उस समय स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद महंत राजू दास और स्वामी प्रसाद मौर्य के बीच विवाद गरमा गया था। |
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