सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग एक मंदिर की छत पर चढ़कर भीमराव अंबेडकर का झंडा फहराते हुए दिख रहे हैं। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि राजस्थान के अलवर जिले में दलित समुदाय के लोगों ने मंदिर पर ‘जय भीम’ का झंडा फहराया। हालांकि हमारी जांच में पता चलता है कि यह वीडियो पुराना है।
अनूप शुक्ला ने लिखा, ‘यह वीडियो अलवर का बताया जा रहा है,जिसमें कुछ लोगों द्वारा मंदिर पर जय भीम का झंडा फहराया गया! @AlwarPolice @RajPoliceHelp महोदय, कृपया इस मामले को जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने की कृपा करें!!’
यह वीडियो अलवर का बताया जा रहा है,जिसमें कुछ लोगों द्वारा मंदिर पर जय भीम का झंडा फहराया गया!@AlwarPolice @RajPoliceHelp महोदय, कृपया इस मामले को जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने की कृपा करें!!@1HindKaSanatani @voice_of_hindu2 @AdarshMishraje1 @ArunKosli pic.twitter.com/WoEptpDlFZ
— अनूप शुक्ला 🚩 (@anoop_013) January 27, 2025
अमरेद्र बाहुबली नामक X हैंडल ने लिखा, ‘अलवर में मंदिर पर दलितों ने लहराया नीला झंडा नीले कबूतरों यही तुम मस्जिद के ऊपर करके दिखाओ 2 मिनट में औकात पता चल जाएगी..इन नीले अंडों को क्या कहना चाहेंगे ..?’
अलवर में मंदिर पर दलितों ने लहराया नीला झंडा
— Amrendra Bahubali 🇮🇳 (@TheBahubali_IND) January 27, 2025
नीले कबूतरों यही तुम मस्जिद के ऊपर करके दिखाओ 2 मिनट में औकात पता चल जाएगी..
G का गुड़गांव बनने में देर नहीं लगेगी…
इन नीले अंडों को क्या कहना चाहेंगे ..? pic.twitter.com/gJdpfz04Sh
इसके अलावा इस दावे को दिव्या गौरव त्रिपाठी, डाक्टर नेहा दास, क्रिएटली और अनामिका पांडेय ने किया.
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फैक्ट चेक
वायरल दावे की पड़ताल करने के लिए हमने वीडियो के की-फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया। इससे हमें टिंकू गौतम हरियाणवी नामक यूट्यूब चैनल पर 18 अप्रैल 2024 को प्रसारित एक वीडियो मिला। वीडियो के कैप्शन में लिखा था— “अलवर में मंदिर के ऊपर बाबा साहेब का झंडा लगाया।”
आगे पड़ताल में हमें राजस्थान वन द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें इस इमारत को होप सर्कस बताया गया है। यह इमारत अलवर में स्थित है और इसका निर्माण 1940 में महाराजा तेज सिंह ने कराया था। इतिहासकारों के अनुसार पहले इस स्थान पर मिट्टी का एक टीला था, जिसे स्थानीय लोग पूजते थे। बाद में इस इमारत का निर्माण हुआ, जो अलवर शहर के बीचों-बीच स्थित है। इमारत की ऊपरी मंजिल पर भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर भी बना हुआ है। इसकी सबसे ऊंची मंजिल को कैलाश बुर्ज के नाम से जाना जाता है।
दावा | हाल ही में दलितों ने अलवर के मंदिर पर जय भीम का झंडा फहराया |
दावेदार | सोशल मीडिया यूजर्स |
निष्कर्ष | वायरल वीडियो अप्रैल 2024 का है. |