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गाड़ी में ईवीएम ले जाने का पुराना वीडियो भ्रामक दावे के साथ वायरल

18वीं लोकसभा चुनाव के सात चरणों में से चार चरणों का मतदान पूरा हो चुका है। पांचवा चरण का मतदान 20 अप्रैल को होने वाला है। इसी बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ युवक टेंपो पर चढ़कर ईवीएम मशीन को हाथ में लिए हैं। वीडियो को शेयर करके दावा किया जा रहा है कि बीजेपी का ईवीएम घोटाला सरेआम चल रहा है।

फिल्म क्रिटिक कमाल आर खान ने X पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘ब्रिलियंट चुनाव आयोग बहुत ईमानदारी से चुनाव का आयोजन कर रहा है और यह उसका सबूत है।‘

प्रकृति प्रेमी ने लिखा, ‘ईवीएम ज़िंदाबाद‘

इस्लामिस्ट मोहम्मद उवेद ने लिखा, ‘ ईवीएम घोटाला?‘

पाली ने लिखा, ‘जनता की वोट चोरी करना देशद्रोह है, और यहां तो CO साहब खुद मौजूद हैं। सूत्र : अवैध EVM से भरे 2 ट्रक पकड़े गए किसी करिया या कड़ियां मंडी क्षेत्र में, ये कहाँ है हमे नहीं पता।‘

वामपंथी तन्मय ने लिखा, ‘राजीव कुमार लोकतंत्र का हत्यारा है। किसी भी अन्य सभ्य लोकतांत्रिक देश में राजीव कुमार को चुनाव आयोग अधिकारी के पद से हटा दिया जाता। और चुनाव सुप्रीमकोर्ट की निगरानी में होता।‘

X के अतरिक्त इस वीडियो को यूट्यूब पर भी शेयर किया जा रहा है। (लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3, लिंक 4)

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फैक्ट चेक

हमने वायरल वीडियो की जांच के लिए वीडियो के फ्रेम की रिवर्स इमेज सर्च किया तो वायरल वीडियो One India न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर मिला, इस वीडियो को 9 अप्रैल 2022 को अपलोड किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक यह मामला यूपी के वाराणसी का है।

पड़ताल में आगे हमें इस मामले पर चुनाव आयोग के स्पष्टीकरण मिला। चुनाव आयोग ने 8 मार्च 2022 को प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा, ‘कुछ मीडिया चैनलों द्वारा यह संज्ञान में लाया गया है कि वाराणसी में आज (08 मार्च, 2022) को कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें गाड़ी में ले जायी जा रही थीं, जिन पर वहां उपस्थित राजनीतिक प्रतिनिधियों द्वारा आपत्ति की गयी। जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्रेषित आख्या के अनुसार जांच में यह पाया गया कि ये ईवीएम प्रशिक्षण के लिए चिन्हित थीं। जिले में मतगणना अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए कल 09 मार्च, 2022 को प्रशिक्षण आयोजित किया गया है, जिसके लिए ईवीएम मंडी में स्थित अलग खाद्य गोदाम में बने स्टोरेज से यू०पी० कॉलेज स्थित प्रशिक्षण स्थल ले लायी जा रही थीं। कल काउंटिंग ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की द्वितीय ट्रेनिंग है और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग हेतु ये मशीन ट्रेनिंग में हमेशा प्रयुक्त होती हैं। आज प्रशिक्षण हेतु ले जायी जा रही इन ईवीएम को कुछ राजनैतिक लोगों ने वाहन को रोक कर उसे चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम कह कर अफवाह फैलायी गयी है।‘

प्रेस रिलीज में आगे लिखा है, ‘मतदान में प्रयुक्त सभी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें स्ट्रॉग रूम के अन्दर सील बंद हैं तथा केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों के त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में सुरक्षित हैं। ये मशीन पूरी तरह से अलग हैं और सुरक्षित हैं और उसमें सीसीटीवी की निगरानी है। सभी राजनैतिक दलों / प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों द्वारा सीसीटीवी कवरेज के माध्यम से इन पर लगातार ( 24×7 ) सीधी निगरानी की जा रही है। जिला निर्वाचन अधिकारी / जिला मजिस्ट्रेट वाराणसी द्वारा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को भी इसके संबंध में जानकारी दी गई और घटना से संबंधित तथ्यों से उपस्थित मीडिया को भी अवगत कराया गया।‘

इसके बाद हमें दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट मिली 9 मार्च 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण हेतु यह सभी ईवीएम मंडी स्थित अलग खाद्य गोदाम में बने स्टोरेज से यूपी कॉलेज जा रही थी, कुछ राजनैतिक लोगों ने वाहन को रोक कर उसे चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम कह कर अफवाह फैलाई है। कल काउंटिंग ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की द्वितीय ट्रेनिंग है और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग हेतु ये मशीन ट्रेनिंग में हमेशा प्रयुक्त होती है। जो ईवीएम चुनाव में प्रयुक्त हुई थीं वे सब स्ट्रांग रूम में सीआरपीएफ के कब्जे में सील बंद हैं और उसमें सीसीटीवी की निगरानी है जिसे सभी राजनैतिक दलों के लोग देख रहे हैं।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है की यह वीडियो मार्च 2022 का है और वीडियो में दिख रहें ईवीएम मतदान काउंटिंग की ट्रेनिंग के लिए जा रहें थे।

दावाबीजेपी ईवीएम घोटाला सरेआम कर रही है।
दावेदारकमाल आर खान एवं अन्य सोशल मीडिया यूजर्स
फैक्ट चेकभ्रामक

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Tags: BJP government Fake News Misleading फैक्ट चैक

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