सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक व्यक्ति मंदिर के दान पात्र से पैसे चुराते हुए दिखाई दे रहा है। इस वीडियो के साथ यह दावा किया जा रहा है कि देखिए कैसे ब्राह्मण दलितों और शूद्रों के पैसे चुराते हैं। हालांकि हमारी जांच में यह दावा भ्रामक साबित हुआ है।
एक्स हैंडल ऑपरेसर ने लिखा, ‘कुछ ब्राह्मणों द्वारा मंदिरों से पैसे चुराकर दलितों/शूद्रों को भोजन कराने के दुर्लभ वीडियो।’
Rare videos of some Brahmins feeding the Dalits/Shudras by stealing the money from temples.
— Oppressor (@TyrantOppressor) January 14, 2025
👏🏻💁🏻♀️🙆🏻♀️ pic.twitter.com/Rp5MzNMXfb
मनीष आर जे ने लिखा, ‘मंदिर के पुजारियों को भक्तों द्वारा दान की गई पैसे चुराते हुए देखा गया. अस्पृश्यता एक पाप है।’
Temple priests seen stealing money donated by devotees 😂😂
— Manish RJ (@mrjethwani_) January 15, 2025
Untouchability is a sin! 🥵 pic.twitter.com/MxahX4LoGS
इसके अलावा इस दावे को पोल खोल एजेंट ने शेयर किया है.
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फैक्ट चेक
वायरल दावे की जांच के लिए हमने वीडियो के की-फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया, जिसके बाद हमें लोकमत न्यूज़ द्वारा 28 सितंबर 2024 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक के गली अंजनेया स्वामी मंदिर में चोरी की घटना हुई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर के मुख्य पुजारी रामचंद्र ने स्पष्ट किया कि यह घटना एक साल से अधिक समय पहले हुई थी। बैंगलोर मिरर से बात करते हुए, रामचंद्र ने कहा कि मंदिर प्रशासन ने उस समय त्वरित कार्रवाई की थी। धन की हेराफेरी में शामिल दो कार्यकारी समिति के सदस्यों को निलंबित कर दिया गया और दोषी पाए गए दो रसोइयों को मंदिर में वापस न आने के लिए कहा गया। रामचंद्र ने भक्तों को आश्वस्त किया कि भविष्य में ऐसी किसी भी चोरी को रोकने के लिए उपाय किए गए हैं, जिसमें मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाना और दान-गणना प्रक्रिया में छात्रों और स्वयंसेवकों को शामिल करना शामिल है।
रामचंद्र ने समुदाय को आश्वस्त करते हुए कहा, ‘मैं भक्तों से कहना चाहता हूं कि अंजनेया स्वामी को चढ़ावा चढ़ाते समय उन्हें कोई संदेह न हो। भक्तों द्वारा चढ़ाए गए चढ़ावे को ठगने या चोरी करने की कोई गुंजाइश नहीं है।’ हालांकि, अब यह वीडियो फिर से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुजारी के स्पष्टीकरण के बावजूद कि घटना पुरानी है और उससे निपटा जा चुका है, वीडियो ने कई भक्तों को परेशान कर दिया है, जिससे मंदिर के दान प्रबंधन की अखंडता पर सवाल उठने लगे हैं। मंदिर प्रशासन चढ़ावे की पवित्रता की रक्षा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता हुआ विश्वास की अपील करता है।’
दावा | मंदिर के पुजारी भक्तों द्वारा दान की गई पैसे चुराते हुए दिख रहे हैं, जिससे दान के दुरुपयोग पर चिंता जताई जा रही है। |
दावेदार | सोशल मीडिया यूजर्स |
निष्कर्ष | वीडियो एक साल से भी ज्यादा पुराना है, जो कर्नाटका के गली अंजनेया स्वामी मंदिर में चोरी की घटना को दिखाता है। मंदिर प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की, आरोपियों को निलंबित किया और भविष्य में चोरी को रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे जैसे उपाय किए। |