सोशल मीडिया पर एक लड़की के साथ दुष्कर्म का वीडियो वायरल है। वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह घटना बिहार की है, जहां हिंदू लड़कों ने मुस्लिम लड़की का बलात्कार किया और फिर उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
कट्टरपंथी रूही ने एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, ‘सड़ा हुआ समाज। बिहार – हिन्दू लड़कों ने मुस्लिम लड़की को जंगल में ले जा किया बलात्कार और वीडियो बना कर कर दिया वाइरल। लड़की (मत करो भैय्या ये सब हम आपकी बहन बेटी की तरह हैँ ) कहते हुए रोती रही माफ़ी मांगती रही वहशी दरिंदे नोंचते रहे जिस्म।!’
अब्दुल कदीर खान ने लिखा, ‘सड़ा हुआ समाज, ‘बिहार – हिन्दू लड़कों ने मुस्लिम लड़की को जंगल में ले जा किया बलात्कार और वीडियो बना कर कर दिया वाइरल। लड़की (मत करो भैय्या ये सब हम आपकी बहन बेटी की तरह हैँ ) कहते हुए रोती रही माफ़ी मांगती रही वहशी दरिंदे नोंचते रहे जिस्म।’
करिशमा अज़ीज़ ने लिखा, ‘हमे खुद को भारतीय कहने में शर्म आने लगी गई,हम एक ऐसे देश में रह रहें, जहां की सरकार बलात्कारियों को आजादी दे रखी है वो भी ये आजादी सिर्फ हिंदू लड़कों के लिए है,बिहार की एक मुस्लिम लड़की को हिन्दू लड़का जंगल में लेजाकर रेप कर रहा,लड़की= मत करो भइया हम आपकी बहन बेटी की तरह है’
वहीं एक्स पर दी सूरजपुरी टाइम्स, नाज खान व अफक अली मसूरी ने भी इसी दावे के साथ वीडियो शेयर किया है।
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फैक्ट चेक
पड़ताल में हमें 26 सितंबर 2019 को Abp न्यूज़ की वेबसाइट पर प्रकाशित इस घटना की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह घटना उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले की है।घास काटने गई एक किशोरी को पड़ोसी गांव के तीन युवक जबरन बाग में घसीट ले गए थे। वहशी दरिंदों ने किशोरी से सामूहिक दुराचार किया था। साथ ही घटना का वीडियो बनाया था। मौके पर मौजूद आसपास के लोगों ने मदद की गुहार सुनते ही वीडियो बना रहे आरोपी मोहम्मद नाजिम को पकड़ने के बाद मारपीट कर पुलिस के हवाले कर दिया, जबकि मोहम्मद छोटका उर्फ आतंकवादी पुत्र इस्माइल और उसका भाई बड़का भागने में कामयाब हो गए थे। वहीं इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इस मामले में फरार आरोपी मोहम्मद आकिब उर्फ बड़का और मुख्य अभियुक्त छोटका उर्फ आतंकवादी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था।
वहीं 6 फरवरी 2020 को प्रकाशित abp की एक अन्य रिपोर्ट में बताया गया है कि कौशांबी गैंगरेप में 5 महीने बाद कोर्ट का फैसला आ गया है। कोर्ट ने तीनों दरिंदों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही, एक लाख 83 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है।
निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि यह घटना बिहार की नहीं बल्कि यूपी के कौशांबी की है, जोकि चार साल पुरानी है। वहीं नाबालिग से गैंग रेप के तीनों आरोपी मुस्लिम समुदाय से हैं। हिन्दुओं द्वारा मुस्लिम युवती के साथ दुष्कर्म का दावा गलत है।
दावा | बिहार में हिंदू लड़कों ने मुस्लिम लड़की के साथ किया दुष्कर्म |
दावेदार | रूही, नाज खान, अब्दुल कदीर खान, अफक अली मसूरी व अन्य |
फैक्ट चेक | भ्रामक |