हिंदी

ट्विटर यूजर द्वारा शेयर किया गया वीडियो तीन साल पुराना है

जब एक मजहब की कुरीतियों को आईना दिखाया जाता है तो अक्सर उस मजहब का कट्टर समाज उन कुरीतियों के ऊपर चिंतन ना करके, अपने मजहब का बचाव करने हेतु सामने वाले से तर्क- वितर्क एवं पुराने गड़े मुर्दे निकालने लगता है। द केरल स्टोरी फिल्म ने कट्टर- इस्लामिस्टों की पोल खुल दी है, ऐसे में वो अपने पंथ के अंदर कमियों को देखने के बजाय हिंदू धर्म को नीचा दिखाने की साज़िश रच रहें हैं। हाल ही में ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला को एक तांत्रिक अत्याचार कर रहा है। 

08 मई को ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया गया। साझा करने वाले का नाम नमन है, जो कि खुद को एक्स हिंदू कहता है। नमन एक वीडियो शेयर कर लिखता है कि, “ एक बीमार महिला के ऊपर अत्याचार हो रहा है, उसे मारा- पीटा जा रहा है। तांत्रिक राहुल उसे चाकू से प्रहार कर रहा है। तांत्रिक महिला के मुंह के ऊपर केमिकल लगा कर बेहोश कर देता है।”

इस वीडियो को 1100 से ज्यादा लोगों ने रीट्वीट किया है।

आपको बता दें कि यह वीडियो में मार्मिक दृश्य है। यह वीडियो को साझा करना अपने हैवानियत का परिचय देना हुआ। इस वीडियो को शेयर करने से पहले महिला के चेहरे को धुंधला भी नहीं किया गया है, जिससे उसकी पहचान की गोपनीयता बरकरार रहें। यह एक निर्मम हरकत है।

यह भी पढ़े: भ्रामक- अखिलेश यादव द्वारा शेयर किया गया गोरखपुर का वीडियो एक साल पुराना है

हालांकि, क्या यह वीडियो में जैसा दावा किया गया है वो सच है? क्या यह वीडियो हाल ही फिलहाल में फिल्माया गया है? क्या है इस वीडियो की सच्चाई आइयें देखते है।

फैक्ट चेक

हमने इस वीडियो की पड़ताल की शुरुआत, वीडियो कीफ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च करके देखा, जिसके बाद हमारी नजर हिंदी अख़बार हिंदुस्तान की एक खबर पर पड़ी। यह खबर 28 मई 2020 की थी। खबर में ट्विटर पर हाल ही में वायरल हुआ वीडियो का कीफ्रेम लगाए गए थे। इसके अलावा खबर में महिला के ऊपर तांत्रिक उपाय से इलाज़ करने का दावा किया गया था।

Source- Hindustan

हिंदुस्तान की खबर के अनुसार, विडीयो में दिखाई गई घटना आगरा के मलपुरा के मीढाकुर कस्बे की घटना है। यह वीडियो हिंदुस्तान की  रिपोर्ट किए जाने के 40 दिन पुराना है। बात यह है कि, करीब दो माह पूर्व पीड़िता अपने बीमार पति व तीन बच्चों को लेकर मालपुरा क्षेत्र स्थित अपनी ननद उमा के घर आई थी। उनके पति लीवर की बीमारी और एनीमिया से पीड़ित हैं। 

पीड़िता के बड़े भाई दिनेश शर्मा ने कहा, ‘हर्षि की भाभी उमा और उसका पति आकाश उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। एक माह पहले उसे तेज बुखार की शिकायत हुई। लेकिन दोनों उसे डॉक्टर के पास ले जाने के बजाय एक अन्य रिश्तेदार अभिषेक के साथ उसे एक तांत्रिक राहुल भगत के पास ले गए। तांत्रिक ने मेरी बहन पर बेरहमी से हमला किया और उसकी हालत बिगड़ गई।” 

हालांकि यह वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र के एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्यवाही किया। इस मामले में दो लोग हिरासत में ले लिए गए थे अथवा तांत्रिक साहित चार अन्य लोगों पर मुकदमा दायर किया जा चुका है।

इस मामले की सच्चाई समाने आने के बाद हमने इससे जुड़े कीवर्ड को गूगल सर्च किया, सर्च के उपरांत हमें टाईम्स ऑफ इंडिया का 29 मई 2020 का एक रिपोर्ट मिला। टाइम्स ऑफ इंडिया के रिपोर्ट के मुताबिक,  सभी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और आईपीसी की धारा 323 ( स्वेच्छा से चोट पहुंचाना ) , 354 ए ( यौन उत्पीड़न), 506 (आपराधिक धमकी), 508 (व्यक्ति को यह विश्वास दिलाने के लिए प्रेरित करने के कारण किया गया कार्य)  के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ है (दैवीय नाराजगी) और ड्रग्स एंड मिरेकल रेमेडीज (आपत्तिजनक विज्ञापन) अधिनियम 1954 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।

Source- Times of India

टाइम्स ऑफ इंडिया से पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण पश्चिम) रवि कुमार ने कहा, “महिला को कोरोनोवायरस जांच सहित मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। एक विस्तृत जांच का आदेश दिया गया है और चार आरोपियों को पूछताछ के लिए विस्तृत किया गया है।” 

Source- Times of India

इसके उपरांत हमने ट्विटर पर आगरा पुलिस द्वारा इस मामले जुड़े पुराने पोस्ट को खंगाला, जहां हमें आगरा पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही की और जानकारी मिली।

इस मामले के सभी सबूत और खबरों की आधार पर यह यह कहना उचित होगा कि, वर्तमान समय में ट्विटर पर वायरल किया जा रहा वीडियो आज से तीन साल पुराना है। अथवा इस मामले में सभी आरोपियों को पुलिस पकड़ कर उनके ऊपर मुकदमा दर्ज कर चुकी है। ट्विटर यूजर द्वारा शेयर किया गया वीडियो भ्रामक है।

यह भी पढ़े: जामिया हिंसा में शरजील, सफूरा और अन्य किसी भी आरोपी को कोर्ट ने बरी नहीं किया

इस वीडियो को आज के समय में बिना जांच पड़ताल किए साझा करना विवेकहीनता का प्रमाण है। एक महिला के ऊपर हुए तीन साल पुराना अत्याचार को दुबारा उजागर करना, यह एक नीच एजेंडावादी ही कर सकता है। 

दावाएक ट्विटर यूजर ने तीन साल पुराना वीडियो वर्तमान समय में शेयर कर दावा किया कि एक महिला के साथ एक तांत्रिक अत्याचार कर रहा है
दावेदारट्विटर यूजर
फैक्ट चैकभ्रामक

प्रिय पाठकों, हम भारत के खिलाफ फर्जी खबरों को उजागर करने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। हमारे पास अन्य लोगों की तरह कोई कॉर्पोरेट फंडिंग नहीं है। आपका छोटा सा सहयोग हमें और आगे बढ़ने में मदद करेगा। आप हमें लिविक्स मीडिया फाउंडेशन क्यूआर कोड द्वारा भी सहयोग कर सकते हैं

Share
Tags: Fact Check फैक्ट चैक

This website uses cookies.