लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपमान करने के लिए सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ भ्रामक खबरों का अंबार लगा हुआ है। एक न्यूज़ कटिंग वायरल हो रही है, जिसमें कुछ चौंकाने वाले दावे हैं, जैसे कि मोदी के भाई बहन नरेंद्र मोदी को ही अपने पिताजी के मौत का जिम्मेदार मानते हैं। प्रधानमंत्री मोदी के पिता दामोदरदास मूलचंद मोदी ने अपराधिक कार्यों में शामिल होकर गुजारा किया था। वे चोरी किए गए सामानों से सोना खरीदते थे, जिसे नरेंद्र मोदी ने छोटे उम्र में चुराया था। उनके पिता उनकी करतूतों को नहीं झेल पाए और उनकी हार्टअटैक से मौत हो गई। एफआईआर कराने के बावजूद परिवार चोरी किए गए सोने को वापस नहीं पा सका, नतीजन परिवार दामोदरदास के ईलाज का खर्च नहीं झेल सकता था। इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ मामले और एफआईआर को दबा दिया था।
विष्णु शर्मा ने X पर अखबार कटिंग शेयर करते हुए लिखा, ‘आज भी नरेंद्र मोदी के भाई बहन नरेंद्र मोदी को ही अपने पिता जी की मौत का जिम्मेदार मानते हैं|‘
सुभाष मल्होत्रा ने लिखा, ‘मोदी के भाई बहन #मोदी को अपने पिता की मौत का मानते है जिम्मेदार! परिवार ने मोदी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करवाया था लेकिन अटल बिहार वाजपेई ने इस केस रद्द करवा दिया था।‘
कांग्रेस पार्टी के समर्थक मनोज तोमर ने लिखा, ‘मोदी जी जल्दी से कह दो ये झूट है, कही अंध भक्त इस ग़म में ज़हर ना खा ले या इनको बताओ की गोबर खा कर क्या बोलना है इस पर..।‘
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वायरल दावों की पड़ताल करने के मामले से संबंधित न्यूज़ रिपोर्ट सर्च किया गया लेकिन हमें कोई ऐसी जानकारी नहीं मिली जो न्यूज़ कटिंग में दावों के साथ मेल खाती हो। इस आर्टिकल में कोई ‘दिल्ली न्यूज नेटवर्क’ की बाइलाइन दी गई है। हमें इस नाम से कोई मीडिया हाउस नही मिला। अखबार की कटिंग पर गौर किया जाए तो इसमें भाषा की भी काफी गलतियां हैं। पहले पैराग्राफ में पूर्ण विराम की बजाय डॉट डॉट डॉट देखी गई है। इस गलती को कई जगहों पर दोहराया गया है। साथ ही, लेख के दसवें लाइन में एक गलती भी पकड़ी गई है। कई जगहों पर ‘पोलिस’ की जगह ‘पुलिस’ लिखा गया है।
पड़ताल के दौरान हमे NBT की रिपोर्ट से पता चलता है कि पीएम मोदी के पिता की मौत 1989 में हुई थी। वहीं अखबार की कटिंग में दावा है कि पीएम मोदी के पिता दामोदरदास मूलचंद का निधन तब हुआ जब पीएम मोदी बच्चे थे। ऐसे में उनके पिता की मृत्यु 1989 में हुई तो पीएम मोदी उस समय किशोर नहीं हो सकते थे। प्रधानमंत्री का जन्म 1950 में हुआ था और पिता के निधन के समय उनकी आयु लगभग 40 वर्ष रही होगी। FirstPost द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक दामोदरदास मोदी की मृत्यु हड्डियों के कैंसर के कारण हुई थी जबकि वायरल अखबार की कटिंग में हार्ट अटैक को मौत की वजह बताया गया है।
पड़ताल के दौरान हमने लेखक नीलांजन मुखोपाध्याय की किताब ‘मोदी की जीवनी: द एनाटॉमी ऑफ नरेंद्र मोदी- द मैन एंड हिस पॉलिटिक्स’ का सहारा लिया। मुखोपाध्याय ने लिखा है कि 1967 में नरेंद्र मोदी ने अपने गाँव को छोड़ दिया और अपने परिवार से नाता भी तोड़ लिया था। 1989 में जब उनके पिता का निधन हुआ तो वे कुछ घंटों के लिए अपने घर आए थे। पुस्तक में यह भी उल्लेख है कि जब उनके पिता अंतिम समय में थे तो नरेंद्र मोदी कैलाश मानसरोवर की अपनी तीर्थयात्रा से लौटे थे। किताब में पीएम मोदी ने बताया है कि मैंने उन्हें मानसरोवर का पवित्र जल दिया।
अखबार की कटिंग में यह भी लिखा है कि पीएम मोदी चोरी करते थे और उन्हें जेल भी भेजा गया था। नरेंद्र मोदी के प्रह्लाद मोदी ने इस सम्बन्ध में पहले ही स्पष्ट किया था कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई थी।
निष्कर्ष: वायरल अख़बार कटिंग में लिखी गई कहानी एक मनगढ़त कहानी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता दामोदरदास मोदी का देहांत हड्डियों के कैंसर से हुआ था, ना कि हार्टअटैक से। दूसरी बात यह है कि दामोदरदास मोदी की मृत्यु 1989 में हुई थी, उस समय मोदी बच्चे नहीं थे। पीएम मोदी द्वारा चोरी करने का दावा भी गलत है। कुल मिलकर वायरल कटिंग फर्जी है।
दावा | पीएम मोदी के पिताजी की मौत प्रधानमंत्री के कारण हुई है |
दावेदार | सोशल मीडिया यूजर्स |
फैक्ट चेक | फर्जी |
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