सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (ट्विटर) पर एक वीभत्स वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक मशीन द्वारा गाय की हत्या को दिखाया गया है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह मामला उत्तर प्रदेश का है और सरकार ने गाय काटने वाली मशीन को चीन से आयात किया है। इसके अतिरिक्त, यह दावा किया जा रहा है कि यूपी पुलिस खुद गाय को देती है ताकि उसे हत्या किया जा सके, और इसके बदले में पुलिस मैनेजर से पैसे लेती है।
सूरज राज नागवंशी ने X पर लिखा, ‘ये सरकार ही गाय को कत्ल करवा रही है!!! युपी पुलिस भी गाय को कत्ल खाने लाते हैं और पैसे ले जाते हैं!!!‘
ये सरकार ही गाय को कत्ल करवा रही है!!!
— Surya Raj नागवंशी (@Nagvanshi88) April 16, 2024
युपी पुलिस भी गाय 🐮को कत्ल खाने लाते हैं और पैसे ले जाते हैं!!!
🥲🥲🥲 pic.twitter.com/YR6YBIaFcL
कट्टरपंथी नईम शानू ने लिखा, ‘ये सरकार ही गाय को कत्ल करवा रही है!!! युपी पुलिस भी गाय को कत्ल खाने लाते हैं और पैसे ले जाते हैं!!! KanganaTeam PMOIndia myogiadityanath myogioffice is she still you mother? सारी दुनिया में डंका बजा रहे हो,गाय हमारी माता है? यह भी तो तुम ही कर रहे हो?‘
ये सरकार ही गाय को कत्ल करवा रही है!!!
— Naim Shanu (@ShanuNaim) April 17, 2024
युपी पुलिस भी गाय 🐮को कत्ल खाने लाते हैं और पैसे ले जाते हैं!!!@KanganaTeam @PMOIndia @myogiadityanath @myogioffice is she still you mother? सारी दुनिया में डंका बजा रहे हो,गाय हमारी माता है? यह भी तो तुम ही कर रहे हो? #FarmersProtest2024 pic.twitter.com/YRQnwot837
इसके अलावा इस वीडियो को प्रकाश यादव, वसीम खान, और कैफ पशा ने भी शेयर किया है।
यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में पिता द्वारा बेटी के साथ दुष्कर्म का दावा झूठा, वीडियो पकिस्तान का है
फैक्ट चेक
वीडियो की दावे की जाँच के लिए हमने उसके फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया, जिससे हमें द क्विंट द्वारा प्रकाशित 5 सितंबर 2023 का एक लेख मिला। द क्विंट के अनुसार, यह वीडियो उत्तर प्रदेश से संबंधित नहीं है और यह साल 2015 से ही विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर वायरल है।
द क्विंट ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि उनकी जाँच में पाया गया कि वीडियो का उत्तर प्रदेश से कोई संबंध नहीं है, बल्कि यह 2016 में मिस्र के मीडिया संगठन ETC TV द्वारा उनके YouTube चैनल पर अपलोड किया गया था। ETC TV द्वारा प्रकाशित वीडियो का शीर्षक यह बताता था कि यह “नीली मांस” की कटाई प्रक्रिया को दिखाता है, जो एक विशेष प्रकार के बेल्जियन गाय की एक विशेष प्रजाति से प्राप्त होता है।
आगे की जाँच में, हमने द क्विंट द्वारा साझा ETC TV का वीडियो देखने का प्रयास किया, लेकिन वह डिलीट हो चुका था। इसके बाद, हमने क्विंट के लेख में उपस्थित वीडियो के अरबी विवरण को गूगल सर्च किया, जिससे हमें ‘Christian Dogma‘ नामक वेबसाइट मिली। ‘क्रिश्चियन डॉगमा’ के अनुसार, ETC चैनल पर प्रसारित ‘साह अल-नुम’ प्रोग्राम में पत्रकार मोहम्मद अल-गहाईती ने एक वीडियो क्लिप दिखाया, जिसमें ‘ब्लूबीफ’ उत्पादित करने वाली फैक्टरी की स्थापना की गई थी। वीडियो में प्रदर्शित हो रहे उत्पादन में जानवरों को एक मशीन में प्रवेश कराया जाता है, और उन्हें काटकर मार दिया जाता है, जिससे उनकी मौक़े से मौत हो जाती है, और उसके बाद उन्हें काटने की मशीन में डाला जाता है।
ETC TV और Christian Dogma वेबसाइट से हमें जानकारी मिली कि वीडियो में ‘बेल्जियन ब्लू’ नामक नस्ल की बात हो रही है। हमने गूगल सर्च के माध्यम से इस नस्ल के बारे में और जानकारी प्राप्त की। Flanders meat वेबसाइट के मुताबिक, बेल्जियम में करीबन आधे दर्जन गायों की नस्ल होती है, लेकिन जो वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है, वह नस्ल बेल्जियम के Limousin नस्ल से मेल खाता है।
इसके अलावा हमें वीडियो होस्टिंग वेबसाइट डेलीमोशन और फेसबुक पर 2014 और 2015 में साझा किए गए वीडियो के पुराने संस्करण भी मिले। दोनों वीडियो के साथ यह शीर्षक साझा किया गया था, “अविश्वसनीय बाजारों से पैक मांस न खरीदें। बहुत बार यह हराम होता है।”
आपको बता दूं कि योगी आदित्यनाथ नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार गाय की हत्या पर पूरी तरह से प्रतिबंधित है। उन्होंने 2017 में सरकार का कमान संभालने के बाद से ही “अवैध” बटख बंद करना शुरू किया और राज्य में गाय के तस्करी को “पूरी प्रतिबंध” लगाने का काम किया। तीन साल बाद, यूपी सरकार ने 2020 में उत्तर प्रदेश कैबिनेट गाय कट्टा निवारण (संशोधन) अध्यादेश, 2020 पारित किया, जिसमें गाय की हत्या या गाय की हत्या के लिए व्यापार करने वालों के लिए कठोर दंड निर्धारित किए गए।
निष्कर्ष: यह वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं है। वास्तव में, वीडियो में ऊपर से हिंदी आवाज़ जोड़ी गई है। मिले जानकारी के अनुसार, यह वीडियो 2014/2015 से इंटरनेट पर उपलब्ध है। साथ ही, वीडियो में दिख रही गाय की नस्ल भारतीय नहीं है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में गौ हत्या पर कड़े प्रतिबंध और कठोर सजा का प्रावधान है।
दावा | उत्तरप्रदेश सरकार प्रशासन गोहत्या में शामिल है। |
दावेदार | सूरज राज नागवंशी |
फैक्ट चेक | भ्रामक |
यह भी पढ़ें: भाजपा की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनस्क्रिप्टेड सवाल पूछने पर पत्रकार की पिटाई का दावा गलत है