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मुरादाबाद के मंदिर में प्रवेश करने पर शूद्र युवकों को पीटने का दावा गलत है

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सोशल मीडिया पर एक मार-पीट का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में कुछ शूद्र वर्ग के लोगों को दबंगों ने इसलिए पीटा क्योंकि वे मंदिर में प्रवेश किए थे। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ है। यह दावा हिंदू समाज में भेदभाव और मनमुटाव को बढ़ावा देने के मकसद से शेयर किया जा रहा है।

इंडिया एलायंस की समर्थक कविता यादव ने X पर लिखा, ‘मुरादाबाद (UP): मंदिर में प्रवेश करने पर दबंगों ने २ शुद्र व्यक्तियों पर किया अत्याचार.! भई तुम उनके मंदिरों में जाते ही क्यों हो जब वे तुमलोगों को हिंदू स्वीकार ही नही करते तो?‘

न्यूज़ 7 टीवी टुडे ने लिखा, ‘मुरादाबाद (UP): मंदिर में प्रवेश करने पर दबंगों ने २ शुद्र व्यक्तियों पर किया अत्याचार…!! भई तुम उनके मंदिरों में जाते ही क्यों हो जब वे तुमलोगों को हिंदू स्वीकार ही नही करते तो?‘

Source- News 7 tv Today

कट्टरपंथी अरमान चमनपुरिया ने X लिखा,  मुरादाबाद (UP): मंदिर में प्रवेश करने पर दबंगों ने २ शुद्र व्यक्तियों पर किया अत्याचार…!! भई तुम उनके मंदिरों में जाते ही क्यों हो जब वे तुमलोगों को हिंदू स्वीकार ही नही करते तो?‘

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फैक्ट चेक 

दावे की पड़ताल करने के लिए हमने वीडियो का फ्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें TV9 द्वारा प्रकाशित 27 मार्च 2024 की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत में 25 मार्च को दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। तब स्थानीय लोगों ने मामला को शांत करा दिया था। लेकिन फिर कुछ देर के बाद एक पक्ष 30-40 लोगों के साथ आया और दूसरे पक्ष के ऊपर मंदिर में घुसकर हमला कर दिया। इस बीच लोगों ने मंदिर के पुजारी पर भी हमला किया और मंदिर में रखे दान पात्र को भी लूट कर ले गए।

Source- Tv9

इसके अलावा हमें अमर उजाला की 28 मार्च की रिपोर्ट मिली। अमर उजाला के अनुसार, ‘मझौला के लाइन पार निवासी लक्की, पारस और संजीव ने बताया कि 25 मार्च की दोपहर करीब 12 बजे को तीनों माता मंदिर के सामने सड़क पार रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार दो युवक आ गए। बाइक सवारों ने तीनों के साथ गाली गलौज की। विरोध करने पर आरोपी मारपीट करने लगे। उस वक्त लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने बीच बचाव किया था। इसके बाद पारस, संजीव और लक्की मंदिर की सफाई कर लगे थे। आरोप है कि इसी दौरान बाइक सवार अपने साथ कुछ और युवकों को लेकर आ गए और उन्होंने मंदिर में घुसकर तीनों की पिटाई की।‘ अमर उजाला ने रिपोर्ट में आगे लिखा, ‘घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की। सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया जा रहा है।‘

निष्कर्ष: मामले में किसी प्रकार का जातिगत एंगल नहीं है। दोनों पक्षों के बीच कहासुनी मारपीट में बदल गई है। मार-पीट के दौरान एक पक्ष मंदिर में घुसकर हमला किया और मंदिर में रखे दान पात्र को लूट लिया।

दावा दबंगों ने शूद्रों के साथ मंदिर में प्रवेश करने के लिए मार पीट की
दावेदारकविता यादव एवं अन्य
फैक्ट चेकगलत

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