मध्य प्रदेश में आदिवासी पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी के मामले में जातिगत एंगल नहीं है
सोशल मीडिया पर एक पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी और मारपीट का वीडियो वायरल है। दावा किया जा रहा रहा है कि मध्य प्रदेश में एक आदिवासी पुलिसकर्मी को उसकी जाति के आधार पर कुछ युवकों द्वारा सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया। पुलिसकर्मी के साथ मारपीट भी की गई है।
The Dalit Voice नाम के एक्स हैंडल ने वायरल वीडियो शेयर कर लिखा, ‘एक आदिवासी पुलिस अधिकारी को उसकी जाति के आधार पर युवकों द्वारा सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया है। पुलिस अधिकारी के साथ मारपीट भी की गई है। यह घटना दर्शाती है कि मध्य प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है। जाति पश्चिमी देशों की रचना नहीं है, यह भारत का अपना आविष्कार है…..’
प्रियंका भारती ने लिखा, ‘चल पूरा नाम बता माद****** जातिवाद का दर्द क्या होता है इस आदिवासी पुलिस अधिकारी की आँखों में देखिए। एक पुलिस अधिकारी को पब्लिकली अपमानित करने में मिनट नहीं लग रहा है मध्य प्रदेश में, आम दलितों आदिवासियों की स्थिति का अंदाज़ा लगाइए! कड़ी से कड़ी सज़ा हो’
हेट डिटेक्टर ने लिखा, ‘मध्य प्रदेश के इंदौर में एक पुलिसकर्मी को भीड़ ने अकेले पाकर पीटा। उन्होंने उसका पहचान पत्र मांगा और जातिवादी गालियाँ दीं।’
वहीं श्रवण मेघवाल और धर्मराज भारती ने भी इसी दावे के साथ वीडियो शेयर किया है।
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पड़ताल में संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च करने पर हमें 5 फरवरी को प्रकाशित दैनिक भास्कर और दी प्रिंट की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना इंदौर के अरबिंदो अस्पताल के पास की है। जहाँ शराब पीने से मना करने पर चार युवकों ने सब इंस्पेक्टर से मारपीट की। आरोपियों ने एसआई का माफी मांगते हुए वीडियो बनाया और उसे वायरल कर दिया।
दरअसल, बाणगंगा थाने में पदस्थ एसआई तेरेश्वर इक्का अपनी ड्यूटी पर थे। इसी दौरान थार में 4 लोग शराब पीते हुए मिले। उन्हें एसआई ने रोका तो नशे में विवाद करने लगे। वहीं उनका बैज और वायरलेस सेट भी छीन लिया। इसके बाद काफी देर तक वे मारपीट करते रहे। घटना के बाद पुलिस ने एसआई का मेडिकल करवाया और गाड़ी नंबर के आधार पर आरोपी विकास और संदीप राठौर को हिरासत में लिया गया है। इनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा और मारपीट का केस दर्ज किया गया है।
दावा | मध्य प्रदेश में एक आदिवासी पुलिसकर्मी को उसकी जाति के आधार पर कुछ युवकों द्वारा सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया। |
दावेदार | प्रियंका भारती, हेट डिटेक्टर व अन्य |
निष्कर्ष | मध्य प्रदेश में आदिवासी पुलिसकर्मी के साथ बदसलूकी के मामले में जातिगत एंगल नहीं है। युवकों ने शराब के नशे में पुलिसकर्मी से बदसलूकी की थी। |
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