सोशल मीडिया में एक युवक के साथ मारपीट का वीडियो वायरल है। इस वीडियो में लोगों की भीड़ एक युवक को पेड़ से बांधकर पीट रही है। दावा है कि युवक को उसकी दलित जाति की वजह से पीटा गया हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि यह दावा गलत है।
रफीक अहमद और जुनैद पठान ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘मुसलमान से नफरत में समाज को जोंबी, आतंकी मत बनने दीजिए @narendramodi जी ये पिटाई एक दलित की हो रही लेकिन ये ज़हर हर जगह फैलेगी जब किसी एक समाज के लिए नफरत को बढ़ावा दिया जाएगा’
पड़ताल में हमने वीडियो के अलग अलग स्क्रीनशॉट को गूगल सर्च किया तो हमे दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। 30 सितम्बर 2024 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के वैशाली और मुजफ्फरपुर जिले के बॉर्डर क्षेत्र में दीपक कुमार (30) पिता तिलकेश्वर ठाकुर को बच्चा चोरी के शक में स्थानीय लोगों ने पीटा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक को भीड़ से बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज कराने के बाद पुलिस उसे मुजफ्फरपुर जिले के बरियारपुर थाना लेकर चली गई।
इस सम्बन्ध में हिंदुस्तान की रिपोर्ट में बताया गया है कि बरियारपुर थाना क्षेत्र के पैतरापुर गांव में रविवार शाम बच्चा चोरी करने के आरोप में वैशाली जिले के फतेहचक सुलेमान निवासी दीपक ठाकुर की ग्रामीणों ने पिटाई कर दी। गांव की ही मुन्नी देवी द्वारा बच्चा चोरी कर भागने का आरोप लगा हल्ला करने लगी। उसके बाद ग्रामीणों ने युवक को घेरकर पकड़ लिया। जिसके बाद उसके साथ मारपीट की गयी।
पड़ताल में हमने बरियारपुर थाना अध्यक्ष चांदनी कुमारी सांवरिया से सम्पर्क किया। उन्होंने Only Fact से बातचीत में बताया कि युवक को बच्चा चोरी के शक मे पीटा गया था। घटना में जातिगत एंगल नहीं हैं, पीड़ित ने अभी तक कोई आवेदन नहीं दिया है।
दावा | दलित युवक को पेड़ से बांधकर पीटा गया |
दावेदार | रफीक और जुनैद |
निष्कर्ष | बिहार में दीपक कुमार पुत्र तिलकेश्वर ठाकुर को बच्चा चोरी के शक में पीटा गया था |
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