उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मचारी की हत्या का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर इस मामले को ब्राह्मण हत्या बताकर शेयर किया जा रहा है। हालांकि पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला।
अनुज अग्निहोत्री ने एक्स पर इस मामले को शेयर कर लिखा, ‘सुल्तानपुर… हिंदुत्व के हवन में ब्राह्मणों की आहूति। सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मचारी ब्राह्मण सुरेन्द्र पांडे 65 वर्षीय की बाइक सवार बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या। अपराध मुक्त प्रदेश में ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन ब्राह्मणों की हत्याएं न होती हों। यही हिंदुत्व शंखनाद है।’
सुल्तानपुर…
— Anuj Agnihotri Swatntra (@ASwatntra) November 18, 2024
हिंदुत्व के हवन में ब्राह्मणों की आहूति।
सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मचारी ब्राह्मण सुरेन्द्र पांडे 65 वर्षीय की बाइक सवार बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या।
अपराध मुक्त प्रदेश में ऐसा कोई दिन नहीं जाता जिस दिन ब्राह्मणों की हत्याएं न होती हों।
यही हिंदुत्व शंखनाद है। pic.twitter.com/g5ARE6FmHI
दीक्षा शर्मा ने लिखा, ये सब निचली जाती की लोगों का किया धारा है, दलित, #SC, #ST, #OBC इस काम की जमीदार हैं। इन की खिलाफ सख्त कानूनी करवाई की जाए।’
ये सब निचली जाज की लोगों का किया धारा है, दलित, #SC, #ST, #OBC इस काम की जमीदार हैं। इन की खिलाफ सख्त कानूनी करवाई की जाए। https://t.co/NeQP1phg4d
— Diksha Sharma (@Diksha_sharma03) November 18, 2024
फैक्ट चेक
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने कुछ कीवर्ड्स की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमे अमर उजाला की एक रिपोर्ट मिली जिसके मुताबिक गोसाईगंज थाने के नरायनपुर गांव निवासी रिटायर्ड रोडवेज कर्मी सुरेंद्र प्रताप पांडेय की 17 नवंबर को सुदनापुर बाजार के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
मृतक के पुत्र अभिषेक पांडेय ने गांव के ही कैलाशनाथ मिश्र, अंकित मिश्र, बद्री प्रसाद मिश्र, आदित्य मिश्र उर्फ मनू और तीन-चार अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। अभिषेक पांडेय का आरोप है कि जमीन के विवाद को लेकर चल रही पुरानी रंजिश में उनके पिता की आरोपियोे ने गोली मारकर हत्या की है।
पुलिस ने आरोपी कैलाशनाथ मिश्र समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जबकि नामजद चौथा आरोपी अंकित मिश्र पुलिस की पकड़ से दूर था। बीते 25 नवंबर को आरोपी अंकित मिश्र ने पुलिस की घेराबंदी तोड़कर सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया था जहां उसे सात दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।
दावा | ब्राह्मण होने की वजह से सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मचारी सुरेन्द्र पांडे की हत्या। |
दावेदार | अनुज अग्निहोत्री, दीक्षा शर्मा |
निष्कर्ष | सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मचारी सुरेन्द्र पांडे की हत्या जमीन के विवाद को लेकर चल रही पुरानी रंजिश में हुई है। मृतक और आरोपी दोनों एक ही जाती के हैं। |