धर्म

अयोध्या में चौकीदार की हत्या के मामले में जातिगत एंगल नहीं है

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक चौकीदार की हत्या का मामला सामने आया है। दावा किया जा रहा है कि पूराकलंदर थाना क्षेत्र के सरियावा गांव में 60 वर्षीय दलित ध्रुव कुमार की लोहे की रॉड व लाठी से पीट-पीट कर निर्मम हत्या कर दी गई। यह घटना जातिवादी मानसिकता और प्रशासनिक निष्क्रियता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। हालंकि हमारी पड़ताल में इस घटना में कोई जातिगत एंगल नहीं पाया गया।

भीम आर्मी चीफ व सांसद चंद्रशेखर आजाद ने एक पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में पिछले दो दिनों में दलित समाज के व्यक्ति की दूसरी नृशंस हत्या ने एक बार फिर डबल इंजन सरकार के दलित विरोधी चेहरे को बेनकाब कर दिया है। यह सरकार न केवल दलितों की सुरक्षा देने में विफल रही है, बल्कि अपराधियों को खुली छूट देकर अत्याचार को बढ़ावा दे रही है। पूराकलंदर थाना क्षेत्र के सरियावा गांव में 60 वर्षीय दलित ध्रुव कुमार की लोहे की रॉड व लाठी से पीट-पीट कर की गई निर्मम हत्या कोई अकेली घटना नहीं है, बल्कि जातिवादी मानसिकता और प्रशासनिक निष्क्रियता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। प्रदेश में दलितों के लिए न्याय पाना कठिन ही नहीं, बल्कि असंभव होता जा रहा है। जब दलितों की हत्या हो रही है, तब सरकार और प्रशासन मूकदर्शक बने हुए हैं।’

पवन ने लिखा, ‘अयोध्या: मुझे न तो इस देश की कानून व्यवस्था पर विश्वास रहा है और न ही न्यायपालिका पर। 60 वर्षीय दलित चौकीदार की लोहे की रॉड और लाठी-डण्डों से पीटकर हत्या की गई है और यूपी के मुख्यमंत्री महाकुंभ में व्यस्त हैं। क्या दलित होना अभिशाप है? क्या दलितों की जान की कोई अहमियत नहीं है?’

खुलासा इंडिया ने लिखा, ‘अयोध्या। अयोध्या में फिर हुई दलित की हत्या, दलित चौकीदार की अज्ञात लोगों ने लाठी डंडे से पीट-पीटकर की हत्या, निर्माणाधीन मैरिज लॉन की रखवाली कर रहा था चौकीदार, पुलिस ने अज्ञात हमलावरो के खिलाफ दर्ज किया हत्या का मुकदमा, थाना पूराकलंदर के सरियावां खैपुर का मामला।’

राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ आर के आदर्श मलिहाबाद नाम के एक्स हैंडल ने लिखा, ‘जिला अयोध्या के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के सरियावा गांव में 60 वर्षीय दलित ध्रुव कुमार की लोहे की रॉड व लाठी से पीट-पीट कर की गई निर्मम हत्या में परिवार से मिलकर तुरंत न्याय के लिए वहां के आलाधिकारियों से न्याय की मांग की जय भीम’

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फैक्ट चेक

पड़ताल में हमने मामले से सम्बंधित कीवर्ड्स को गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें नेक्स्ट खबर नाम की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, सरियावा गांव के मजरे खैपुर क्षेत्र में सड़क किनारे राजेंद्र पांडेय की ओर से मैरिज लान का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने निर्माणाधीन मैरिज लान और निर्माण के लिए मौके पर गिराई गई निर्माण सामग्री सरिया,मोरंग,गिट्टी,बालू आदि की सुरक्षा के लिए गांव निवासी ध्रुव कुमार उर्फ बेचई (60 वर्ष) को चौकीदारी के लिए तैनात कर रखा था। परिवार के लोगों का कहना है कि रोज की तरह वह शनिवार की रात मैरिज लान पर चौकीदारी करने गए थे। इसी दौरान मध्य रात्रि बाद कुछ लोगों ने उनपर लाठी-डंडा और रॉड आदि से हमला कर दिया तथा जमकर पिटाई की,जिससे उनकी मौत हो गई।

वहीं खबर चौपाल नाम की वेबसाइट के मुताबिक अयोध्या पुलिस ने ध्रुव कुमार की हत्या के मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पांचो आरोपी मैरिज लान से सरिया और सीमेंट की चोरी करते थें। लेकिन जब से ध्रुव कुमार चौकीदारी करने लगे तो चोरों के मार्ग में बाधक बन गए। इन्हीं चोरों ने ध्रुव कुमार को मध्य रात में जमकर लाठी डंडों और सरिये से पीटा, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

पड़ताल में हमने मृतक के बेटे बसंत लाल से संपर्क किया। बसंत ने बताया कि उनके पिता निर्माणाधीन मैरिज लान में चौकीदारी का काम करते थे। वहां काम करने वाले मजदूर सरिया और सीमेंट की चोरी करते थें। इसका विरोध पर मजदूरों ने मिलकर पिता की हत्या कर दी। इस घटना में जातिवाद का एंगल नहीं है।

दावा अयोध्या में दलित चौकीदार की जातिवादियों ने हत्या कर दी।
दावेदार चंद्रशेखर आजाद
निष्कर्षअयोध्या में दलित चौकीदार की हत्या में जातिगत एंगल नहीं है। चौकीदार की हत्या चोरी का विरोध करने की वजह से हुई है। पुलिस ने इस मामले में पांच को गिरफ्तार किया है।

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Tags: Dalit अयोध्या चौकीदार जातिगत

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