अपराध

गोरखपुर में दो दलित बच्चों की हत्या में जातिगत एंगल नहीं है

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दो बच्चों की हत्या का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर इस मामले को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि गोरखपुर के सहजनवा विधानसभा क्षेत्र में दलित समाज के दो मासूम बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस मामले को जातिगत एंगल के साथ शेयर किया जा रहा है। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ।

डॉ. लक्ष्मण यादव ने एक्स पर इस मामले को शेयर कर लिखा, ‘खबरों की मानें तो ये मामला मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर के सहजनवा विधानसभा क्षेत्र स्थित भक्सा गांव का है। जहाँ दलित समाज के दो मासूम बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। ये कितना दुर्भाग्यपूर्ण है। आखिर जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली सरकार में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद क्यों हैं? शासन-प्रशासन को आरोपी के ख़िलाफ़ जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।’

बहुजन समाज पार्टी नाम के एक्स पैरोडी हैंडल ने लिखा, ‘गोरखपुर में दो नाबालिग दलित बच्चों प्रिंस 12 और अभिषेक 14 की अज्ञात लोगों ने गला रेतकर हत्या की। गोरखपुर बसपा जिलाध्यक्ष ऋषि कपूर और पूरी बसपा जिला यूनिट बच्चों के अन्तिम संस्कार में शामिल हुई। बसपा जिला यूनिट गोरखपुर ने जिला प्रशासन से हत्यारों को गिरफ्तार करने की अपील की।’

वहीं प्रदीप यादव ने लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के सहजनवा गांव में दो दलित बच्चों का गला रेत कर बेदर्दी से हत्या कर दी. कानून व्यवस्था पर बार बार सवाल उठता है कि क्या यूपी में दलित सुरक्षित रह सकता है कि नहीं गोरखपुर पुलिस से निवेदन है कि इन मासूम बच्चों के हत्यारों को जल्द गिरफ्तार किया जाए’

वहीं क्राइम रिपोर्ट्स इंडिया , बसावन मीडिया और विकास जाटव ने भी यही दावा किया है।

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल में हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। इस दौरान हमें 2 फरवरी को प्रकाशित अमर उजाला और दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, सहजनवा थाना के भक्सा गांव निवासी इंद्रेश का बेटा अभिषेक (14) साइकिल से 23 जनवरी की शाम 5 बजे खेत की ओर गया था। साथ में उसकी बुआ का लड़का प्रिंस (12) भी था। देर शाम तक दोनों बच्चे घर नहीं लौटे तो परिजनों उन्हें खोजना शुरू किया, लेकिन बच्चे नहीं मिले। इस पर परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। 24 जनवरी की सुबह दोनों बच्चों की न्यूड लाश गांव से 3 किमी दूर सरसों के खेत में मिली।

Source: Dainik Bhaskar

वहीं अब पुलिस ने भक्सा गांव में डबल मर्डर का खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने एक 17 साल के नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी कुकर्म के मामले में वर्ष 2023 में बाल सुधार गृह जा चुका है। आठ माह वहां रहा था। इस वजह से अभिषेक उसे कुकर्मी कहकर बार-बार सार्वजनिक रूप से बेइज्जत करता था, इसलिए बदला लेने के लिए उसने तड़पा-तड़पा कर उसे मार डाला। सबक सिखाने के लिए पहले कुकर्म की कोशिश भी की। उसके साथ मौजूद उसके ममेरे भाई प्रिंस ने यह सब देख लिया था। भेद न खुल जाए, इसलिए उसकी भी जान लेनी पड़ी। इस हत्याकांड में पास के गांव के उसके एक नाबालिग दोस्त ने साथ दिया।

पड़ताल में आगे हमने गोरखपुर के एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव से सम्पर्क किया। उन्होंने बताया कि इस मामले में किसी तरह की जाति विवाद नहीं है। मुख्य आरोपी को अभिरक्षा में लेकर बाल सुधार गृह भिजवा दिया गया है। उसके साथी दूसरे आरोपी की तलाश में पुलिस टीम लगी है।

दावा गोरखपुर में दलित समाज के दो मासूम बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी गई।
दावेदार डॉ. लक्ष्मण यादव, प्रदीप यादव व अन्य
निष्कर्ष इस मामले में जाति का कोई एंगल नहीं हैं। बच्चों की हत्या गाँव के ही एक नाबालिग ने उसे चिढ़ाने की वजह से की थी।

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Tags: Fact Check Misleading गोरखपुर दलित फैक्ट चेक फैक्ट चैक

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