धर्म

मुज्जफरनगर में नदीम की ‘पिटाई’ के मामले में सांप्रदायिक एंगल नहीं है

सोशल मीडिया में एक वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि युवक को भीड़ ने रस्सी से बांधकर बेरहमी से पीटा। इस मामले में युवक का धर्म का उल्लेख करते हुए सांप्रदायिक रंग भी दिया जा रहा है।

Maktoob ने एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, ‘यूपी के मुजफ्फरनगर में 4 मार्च को फुलत गांव में भीड़ ने नदीम नाम के एक मुस्लिम युवक को बेरहमी से पीटा, उसके हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए। उसके परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय, पुलिस ने पीड़ित को घंटों तक थाने में बैठाए रखा।’

कट्टरपंथी इस्लामिष्ट हैंडल अली सोहराब ने लिखा, ‘यूपी के मुजफ्फरनगर में 4 मार्च को “भिड़” ने नदीम नामक मुस्लिम युवक को बेरहमी से पीटा, उसके हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए। पीड़ित परिवार का आरोप है कि “आरोपियों” के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय, पुलिस ने पीड़ित नदीम को ही घंटों थाने में बैठाए रखा।’

Hate Detectors ने लिखा, ‘4 मार्च को मुजफ्फरनगर के रतनपुरी में नदीम नाम के एक युवक को कुछ लोगों ने रस्सियों से बांध दिया और बेरहमी से पीटा। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय पीड़िता नदीम के परिजनों से घंटों तक थाने में बैठाए रखा।’

हारून खान ने लिखा, ‘मुस्लिम युवक “नदीम” के हाथ/पैर रस्सी से बांधकर पिटाई की गई।’

अशरफ हुसैन ने लिखा, ‘मुस्लिम युवक नदीम को भीड़ द्वारा रस्सी से बांधकर बेरहमी से पिटाई का आरोप. मामला 4 मार्च का बताया जा रहा! मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाना इलाके के फुलत गांव का बताया जा रहा मामला’

सत्य प्रकाश भारती ने लिखा, ‘मुस्लिम युवक को हाथ-पैर रस्सी से बांध कर पिटाई की गई” मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाना इलाके के फुलत गांव में नदीम के हाथ-पैर बांध दिए गए। फिर बर्बरता से पिटाई की गई। परिजनों का आरोप था कि पीड़ित को ही थाने बैठाया गया। मामला चार मार्च का है।’

मोहम्मद शादाब खान ने लिखा, ‘परेशान करने वाली बात: 4 मार्च को मुज़फ्फरनगर रतनपुरी में मुस्लिम युवक नदीम को पीटा गया और रस्सियों से बांध दिया गया।’

पूजा माथुर ने लिखा, ‘मुसलमानों के साथ ये ज़ुल्म ज़्यादती कब तक ? मामला यूपी के मुजफ्फरनगर का है जहाँ 4 मार्च को “भिड़” ने नदीम नामक मुस्लिम युवक को बेरहमी से पिटाई की फिर उसके हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए। पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के बजाय पुलिस पीड़ित नदीम को ही घंटों थाने में बैठाए रखा!’

फैक्ट चेक

पड़ताल में हमने मुजफ्फरनगर के रतनपुरी थाने में सम्पर्क किया। उन्होंने हमे बताया गया है कि इस मामले में दोनों पक्ष मुस्लिम समुदाय से हैं। फुलत गांव के अफजाल ने नदीम पर बेटी से छेड़छाड़ और अपने साथ भाइयों की मदद से मारपीट का आरोप लगाया है।

इसके बाद हमे इस मामले में दर्ज एफआईआर की कॉपी भी मिली। शिकायतकर्ता अफजाल के मुताबिक 3 मार्च की रात साढ़े 9 बजे नदीम पुत्र मुन्ना छत के रास्ते घर में दाखिल हो गया और उनकी बेटी के साथ छेड़खानी करने लगा। बेटी का शौर सुनकर जब वो आए तो नदीम भाग गया। इसके बाद अपने भाई नौशाद, दिलशाद, मुदस्सिर, सोनू के साथ मिलकर हमारे साथ मारपीट की।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि इस घटना में दोनों पक्ष एक ही समुदाय से हैं। एक पक्ष का धर्म का उल्लेख कर सांप्रदायिक तनाव भड़काया जा रहा है जबकि इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

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