अन्य

बिहार में मुस्लिम युवकों की मॉब लिंचिंग में सांप्रदायिक एंगल नहीं है

सोशल मीडिया पर कट्टरपंथियों द्वारा दावा किया जा रहा है कि बिहार के औरंगाबाद में चार मुस्लिम युवकों को पीट पीटकर मार डाला गया। वहीं इनमे से एक ने अपना नाम मोहित शर्मा बताया तो भीड़ ने उसको छोड़ दिया। हालांकि हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला। आक्रोशित भीड़ ने कार सावर पाँचों युवकों को पीटा था।

हिंदूफोबिक एक्स हैंडल दी मुस्लिम ने इस मामले को शेयर करते हुए लिखा, ‘लोकेशन :औरंगाबाद,बिहार। 4 मुस्लिम युवकों का नाम पूछकर पीट पीटकर मार दिया। मोबलिंचिंग का मामला, भीड़ ने चार मुसलमान नौजवानों को पीट पीट कर मार दिया। झारखंड में जपला के रहने वाले पांच युवा केसरिया मोड़ पर अपनी गाड़ी लगाकर खड़े थे तभी वहां फायरिंग हुई और फिर भीड़ ने इन पांचों पर हमला कर दिया, इनमे से एक ने अपना नाम मोहित शर्मा बताया तो भीड़ ने उसको छोड़ दिया और अन्य चारों युवा को मुसलमान समझ कर जान से मार दिया। मारे गए युवाओं के नाम हैं। अरमान अहमद, मोहम्मद जाहिद राईन, वकील अंसारी, चमन मंसूरी।

मिल्लत टाइम्स ने लिखा, ‘बिहार के औरंगाबाद में मोबलिंचिंग का मामला, भीड़ ने चार मुसलमान नौजवानों को पीट पीट कर मार दिया। झारखंड में जपला के रहने वाले पांच युवा केसरिया मोड़ पर अपनी गाड़ी लगाकर खड़े थे तभी वहां फायरिंग हुई और फिर भीड़ ने इन पांचों पर हमला कर दिया, इनमे से एक ने अपना नाम मोहित शर्मा बताया तो भीड़ ने उसको छोड़ दिया और अन्य चारों युवा को मुसलमान समझ कर जान से मार दिया। मारे गए युवाओं के नाम हैं। अरमान अहमद, मोहम्मद जाहिद राईन, वकील अंसारी, चमन मंसूरी।

रूही ने लिखा, ‘बिहार के औरंगाबाद में मोबलिंचिंग का मामला, भीड़ ने चार मुसलमान नौजवानों को पीट पीट कर मार दिया। झारखंड में जपला के रहने वाले पांच युवा केसरिया मोड़ पर अपनी गाड़ी लगाकर खड़े थे तभी वहां फायरिंग हुई और फिर भीड़ ने इन पांचों पर हमला कर दिया, इनमे से एक ने अपना नाम मोहित शर्मा बताया तो भीड़ ने उसको छोड़ दिया और अन्य चारों युवा को मुसलमान समझ कर जान से मार दिया। मारे गए युवाओं के नाम हैं। अरमान अहमद, मोहम्मद जाहिद राईन, वकील अंसारी, चमन मंसूरी।’

एएफ खान ने लिखा, ‘बिहार के औरंगाबाद में मोबलिंचिंग का मामला, भीड़ ने चार मुसलमान नौजवानों को पीट पीट कर मार दिया। झारखंड में जपला के रहने वाले पांच युवा केसरिया मोड़ पर अपनी गाड़ी लगाकर खड़े थे तभी वहां फायरिंग हुई और फिर भीड़ ने इन पांचों पर हमला कर दिया, इनमे से एक ने अपना नाम मोहित शर्मा बताया… इनको शर्म अति नहीं’ 

मोहम्मद हाशिम अली ने लिखा, ‘ ‘बिहार के औरंगाबाद में मोबलिंचिंग का मामला, भीड़ ने चार मुसलमान नौजवानों को पीट पीट कर मार दिया। झारखंड में जपला के रहने वाले पांच युवा केसरिया मोड़ पर अपनी गाड़ी लगाकर खड़े थे तभी वहां फायरिंग हुई और फिर भीड़ ने इन पांचों पर हमला कर दिया, इनमे से एक ने अपना नाम मोहित शर्मा बताया तो भीड़ ने उसको छोड़ दिया और अन्य चारों युवा को मुसलमान समझ कर जान से मार दिया। मारे गए युवाओं के नाम हैं। अरमान अहमद, मोहम्मद जाहिद राईन, वकील अंसारी, चमन मंसूरी।’

वहीं चांदनी ने लिखा, ‘बिहार की औरंगाबाद में मोबलिंचिंग का मामला, भीड़ ने चार मुसलमान नौजवानों को पीट पीट कर मार दिया। झारखंड में जपला के रहने वाले पांच युवा केसरिया मोड़ पर अपनी गाड़ी लगाकर खड़े थे तभी वहां फायरिंग हुई और फिर भीड़ ने इन पांचों पर हमला कर दिया..’ 

यह भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में लड़की को अर्धनग्न अवस्था में परेड कराने का वीडियो पुराना है

फैक्ट चेक

इस दावे की पड़ताल के लिए हमने सम्बंधित कीवर्ड की मदद से मामले को गूगल पर सर्च किया। इस दौरान हमें दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के औरंगाबाद में नबीनगर थाना क्षेत्र के तेतरिया मोड़ पर कार सवार युवकों ने दुकान के सामने गाड़ी खड़ी कर दी थी। मना करने पर इनमें से एक ने दुकानदार पर गोली चला दी। फायरिंग में दुकान में बैठे महुअरी गांव के रामशरण चौहान की मौत हो गई। रामशरण चौहान दुकानदार के बगल में बैठे थे। फायरिंग की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्‌ठा हो गए और कार सवार पांचों लोगों को बाहर खींचकर पीटना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर किया, लेकिन तब तक दो युवकों की मौत हो चुकी थी, जबकि तीन को गंभीर हालत में अस्पताल में ले जाया गया, जहां एक ने दम तोड़ दिया। रिपोर्ट में बताया गया है कि कार सवारों में मोहम्मद अंजार, मोहम्मद अरमान और मोहम्मद मुजाहिर की मौत हो गई जबकि मोहम्मद वकील और अजित शर्मा की हालत गंभीर बनी हुई है।

Source- Dainik Bhaskar

वहीं ETV भारत की रिपोर्ट में भी बताया गया है कि कार में कुल 5 लोग सवार थे. गांव वालों ने तीन की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। वहीं 2 की हालत बेहद ही नाजुक है। कार झारखंड के पलामू के रहने वाले थे। मरने वालों में हैदरनगर निवासी मो. अरमान, मो. अंजार, मों. मुजाहिर शामिल हैं, घायलों में मो. वकील और अजित शर्मा की हालत नाजुक है।

पड़ताल में आगे हमें एक्स पर औरंगाबाद पुलिस का एक पोस्ट मिला, जिसमें एसपी स्वप्ना मौतम मेश्राम ने इस मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि यह घटना पार्किंग को लेकर हुए विवाद में हुई है। उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारीयों द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया जा रहा है। वहीं एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

निष्कर्ष: पड़ताल से स्पष्ट है कि बिहार में मुस्लिम युवकों की मॉब लिंचिंग में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। कार सवार युवकों की फायरिंग से रामशरण चौहान की मौत हुई जिसके बाद आक्रोशित भीड़ ने कार सवार पाँचों युवकों को पीटा था। इनमे से किसी को उसका नाम पूछकर नहीं छोड़ा गया।

दावाबिहार में पार्किंग विवाद में मुसलमानों की हत्या की, नाम पूछकर हिंदू युवक को छोड़ दिया गया।
दावेदारदी मुस्लिम, मिल्लत टाइम्स, मोहम्मद हाशिम अली, एएफ खान व अन्य
फैक्ट चेकभ्रामक
Share
Tags: Fact Check Fake News Misleading mob lynching mob lynching in bihar बिहार मॉब लिंचिंग

This website uses cookies.