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दिल्ली मेट्रो में सुरक्षाकर्मी और मुस्लिम युवक के साथ विवाद में सांप्रदायिक एंगल नहीं है

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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है। इस वीडियो के साथ युवक का धर्म का उल्लेख करते हुए दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम युवक रमजान में इफ्तारी करने जा रहा लेकिन जवानों से उसे रोककर मारपीट की। वीडियो के साथ यह भी लिखा गया है कि क्योंकि वो मुसलमान था इसीलिए यह वारदात हुई। हालाँकि पड़ताल में पता चलता है कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

कट्टरपंथी चांदनी ने X पर लिखा, ‘सीलमपुर मेट्रो स्टेशन दिल्ली! मुस्लिम युवक इफ्तार ले जा रहा था BSF के जवान उसे नहीं ले जाने दे रहे थे उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की डब्बे में ऐसी चीज़ नहीं थी जो अलाउड ना हो डब्बे में इफ्तार के लिए थोड़ा सा खाना उसे छीन लिया और जबरदस्ती थाने ले गए क्यू की वो मुसल्मान है।‘

चरमपंथी करिश्मा अज़ीज़ ने लिखा, ‘पुलिस के बाद गुंडागर्दी पर उतरा BSF इफ्तार ले जाते मुस्लिम व्यक्ति को पकर कर अनाधूं पिटने लगा! ख़बर दिल्ली मेट्रो स्टेशन की है जहा मुस्लिम व्यक्ति जो की रोजे में था और इफ्तार का समन लेकर जा रहा था लेकिन BSF वालों ने सामान लेजाने पर रोक लगाई जब विरोध किया तो रोजेदार मुस्लिम व्यक्ति को जम कर पिटाई कर दी!‘

इस्लामिक कट्टरपंथी वाजिद खान ने लिखा, ‘लंचबॉक्स में केवल खाने-पीने की चीजें जैसे फल होते हैं  बम नहीं। दिल्ली-सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पर लंचबॉक्स में ‘इफ्तारी’ लेकर जा रहे एक मुस्लिम युवक को बीएसएफ के जवानों ने रोका और जब उसने विरोध किया तो उसकी पिटाई कर दी। आखिर मुसलमानों से इतनी दिक्कत क्यों है।‘

चरमपंथी X हैंडल वॉयस ऑफ इंडिया मुस्लिम ने लिखा, ‘दिल्ली-सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पर लंचबॉक्स में ‘इफ्तारी’ लेकर जा रहे एक मुस्लिम युवक को बीएसएफ के जवानों ने रोका और जब उसने विरोध किया तो उसकी पिटाई की ओर थाने ले गए। आखिर मुसलमानों से इतनी दिक्कत क्यों है।‘

कट्टरपंथी मोबीन ने लिखा, ‘दिल्ली सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पर एक मुस्लिम युवक रोजा इफ्तारी का डब्बा ले जा रहा था CISF के जवान ने उसे नहीं ले जाने दिया। आरोप है की युवक ने विरोध किया तो उसके साथ अभद्र व्यवहार कर मारपीट की गई और जबरदस्ती थाने में ले जाया गया। आखिर मुस्लिमो से इतनी दिक्कत क्यू है।‘

कट्टरपंथी आयशा राजपूत ने लिखा, ‘लोकेशन : सीलमपुर मेट्रो स्टेशन,दिल्ली। मुस्लिम लड़का रोजा इफ्तारी का टिफिन लेकर जा था, CISF के जवान ने उसे मुस्लिम देखकर जानबूझकर नहीं ले जाने दिया, उसने वजह जानी और  टिफिन ना ले जाने देने का विरोध किया तो, तो उस रोजेदार लडके पर सब टूट पड़े उसे पिटा और जबरदस्ती थाने में ले गए।‘

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फैक्ट चेक

दावे की पड़ताल के लिए हमने वीडियो के फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया, जिससे हमें ‘हिंदुस्तान लाइव फरहान याहिया’ नामक यूट्यूब चैनल पर 8 अप्रैल 2024 को प्रकाशित एक वीडियो मिला। यूट्यूब चैनल पर पत्रकार फरहान ने वायरल वीडियो वाले युवक के साथ इंटरव्यू किया है। आदिल ने सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पर हुए घटनाक्रम के बारे में विस्तार से बताया कि वह इफ्तार के खाने के लिए टिफिन लेकर जा रहा था जिसे उसने स्कैनर मशीन में रख दिया और खुद की चेकिंग कराकर कानों में इयरफोन लगाकर कुछ सुनने लगा। इस दौरान CISF के जवानों ने उसे आवाज दी और पूछा कि टिफिन में क्या है? लेकिन उसने सुन नहीं पाया क्योंकि उसके कानों में इयरफोन था। फिर उसने इयरफोन हटाकर CISF के जवानों से कहा कि चेकिंग उनका काम है और वे खुद देखें कि टिफिन में क्या है। इसके बाद आदिल और CISF के जवानों के बीच झड़प हो गई लेकिन आदिल को बाद में छोड़ दिया गया। इंटरव्यू में आदिल ने कहा कि उसके साथ न तो मारपीट हुई थी, न ही उसका खाना छीना गया था, और न ही उसे थाना ले जाया गया था।

इसके अतिरक्त हमें अमर उजाला द्वारा प्रकाशित 8 अप्रैल 2024 की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के अनुसार आदिल सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पहुंचा। उसके पास एक बैग में सामान होने के अलावा एक हॉटकेस में फ्रूट चाट थी। आदिल ने स्कैनर में हॉटकेस डाला और तलाशी करवा दी। इसके बाद ईयरफोन लगा लिया। जांच के बाद वह सामान लेकर जाने लगा। इस दौरान एक जवान ने उसे दोबारा आवाज लगाई लेकिन ईयरफोन की वजह से आदिल आवाज को सुन नहीं पाया। इस बात पर सीआईएसएफ के जवान भड़क गए।

Source- Amar Ujala

निष्कर्ष: सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पर CISF के जवानों और मुस्लिम लड़के (आदिल) के बीच झड़प उसके द्वारा सुरक्षा नियमों का पालन न करने के कारण हुआ था। आदिल मेट्रो स्टेशन पर इयरफोन लगाया था, जिसके कारण उसे CISF के जवानों की बातें सुनाई नहीं दी और इसके बाद मामला बढ़ गया। इस घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

दावामुस्लिम लड़के को इफ्तारी ले जाने के कारण CISF ने किया मारपीट 
दावेदारइस्लामिक कट्टरपंथी

फैक्ट चेक
भ्रामक

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